स्काइमेट ने जैसा अनुमान लगाया था, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बुधवार को अच्छी प्री-मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई। फिलहाल बारिश में कमी आ गई है। इसमें कल भी कमी के आसार हैं। बुधवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान आगरा में 48 मिलीमीटर की भीषण वर्षा रिकॉर्ड की गई। आगरा और मथुरा में बारिश के साथ तूफानी हवाओं ने भी तबाही मचाई।
इसी दौरान बांदा में 37 मिमी, गोरखपुर में 21 मिमी, फुर्सतगंज में 15 मिमी, वाराणसी में 13 मिमी, कानपुर में 7 मिमी, बहराइच और अलीगढ़ में 5 मिमी और बरेली तथा लखनऊ में 2 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। राज्य में बारिश देने वाले मौसमी सिस्टमों की बात करें तो उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ था और इससे एक ट्रफ बिहार तक बनी हुई है।
इन मौसमी सिस्टमों के चलते पंजाब, हरियाणा और राजस्थान पर विकसित हुए घने बादलों ने उत्तर प्रदेश का रुख किया और राज्य के कई इलाकों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार कल दिन में उत्तर प्रदेश में अधिकतम तापमान काफी अधिक था जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहुंचे बादल लगातार प्रभावी होते रहे और उनकी क्षमता पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बनी रही।
यही वजह है कि राज्य के पश्चिम से लेकर पूर्वी भागों तक अधिकतर हिस्सों में कल वर्षा दर्ज की गई। बारिश के साथ 60 से 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवाएँ भी चलीं। कुछ स्थानों पर विशेषकर आगरा, मथुरा और आसपास के भागों में हवा 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की तूफानी और विध्वंशक हो गई थी। इन गतिविधियों के साथ कुछ स्थानों पर बिजली गिरने की घटनाएँ भी हुई। मौसम की तबाही में राज्य में 40 से 50 लोगों के मारे जाने की खबर है।
[yuzo_related]
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश पर ट्रफ अभी बनी हुई है। इसके चलते आर्द्र हवाएँ लगातार पहुँच रही हैं। अनुमान है कि आगरा, मथुरा, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर और वाराणसी में अगले 24 घंटों तक गरज के साथ हल्की प्री-मॉनसून वर्षा होने के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी रहेंगी। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
हालांकि तापमान इस समय समूचे राज्य में सामान्य से नीचे चला गया है जिससे बारिश की तीव्रता कल के मुक़ाबले काफी कम होगी। अगले 24 घंटों के बाद यह सिस्टम निष्प्रभावी हो जाएंगे और मौसम धीरे-धीरे साफ हो जाएगा।
Image credit: Patrika News
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।