गंगा के मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में भारी गिरावट से बिहार और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर ने अपना शिकंजा कस लिया है। दोनों राज्यों में कई स्थानों पर कोल्ड डे कंडीशन है। मौसम विज्ञान के तय मापदण्डों के अनुसार जब अधिकतम तापमान 16 डिग्री से भी नीचे चला जाता है तब कोल्ड डे कंडीशन की स्थिति बन जाती है। एक नज़र उन प्रमुख स्थानों के तापमान पर जहां पिछले 24 घंटों के दौरान पारा 16 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया।
इनके अलावा अलीगढ़, मेरठ, पटना और सुपौल जैसे उत्तर प्रदेश और बिहार के अन्य स्थानों पर भी तापमान सामान्य से काफी नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। उपर्युक्त स्थानों पर अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया गया। इन स्थानों पर कोल्ड डे कंडीशन की स्थिति आंकड़ों के अनुसार भले नहीं है लेकिन हाड़ कंपा देने वाली ठंडी से लोग घरों में दुबके पड़े हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिसम्बर के आखिर में और जनवरी की शुरुआत में इन भागों में प्रायः ऐसी स्थितियाँ पैदा हो जाती हैं। कोल्ड डे कंडीशन तब देखने को मिलती है जब लंबे समय से घना कोहरा छा रहा हो, घने बादल बने हुए हों और कई दिनों से बारिश का मौसम हो। उत्तर के पहाड़ों से होकर आने वाली उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाएँ स्थिति को और भयानक बना देती हैं।
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मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर प्रदेश और बिहार के गंगा के मैदानी क्षेत्रों में लंबे समय से घना कोहरा जारी है। गोरखपुर, वाराणसी, बहराइच, कानपुर, लखनऊ, पटना और गया सहित अनेक इलाके लंबे समय से घने कोहरे की गिरफ्त में हैं। हवा की गति दोनों राज्यों में कम होने के चलते कोहरा कम नहीं होने का नाम नहीं ले रहा है।
बेहद घने कोहरे के चलते धूप का असर ना के बराबर है जिससे दिन में पारा ऊपर नहीं जा रहा है। यही नहीं रात के तापमान में गिरावट का क्रम जारी है जिससे कड़ाके की ठंड की चपेट में आने से सामान्य जन-जीवन पटरी से उतर गया है।
राहत की खबर है कि इस स्थिति में जल्द बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दो दिनों के बाद हवा की गति कुछ बढ़ेगी जिससे कोहरे में कमी आएगी और तापमान ऊपर जाएगा। उत्तर प्रदेश में आगरा, मेरठ, कानपुर इलाहाबाद से लेकर बिहार में गया, पटना, भागलपुर और किशनगंज तक लोग इस इंतज़ार में हैं कि कब कोहरा छँटे और हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से राहत मिले।
Image credit: LiveMint
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