उत्तर भारत के पहाड़ों पर बीते तीन-चार दिनों के दौरान व्यापक वर्षा और हिमपात की गतिविधियां देखने को मिली हैं। इन 4 दिनों में दो सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आए जिसके कारण पहाड़ों पर व्यापक बर्फबारी दर्ज की गई। अब वर्तमान मौसमी सिस्टम लद्दाख के ऊपर पहुंच गया है, जिससे पहाड़ों पर धीरे-धीरे मौसम साफ होने लगा है।
आज उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में मौसम साफ रहेगा। लेकिन लद्दाख, उत्तरी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के उत्तरी इलाकों में अगले 24 घंटे तक रुक-रुक कर निचले इलाकों में हल्की वर्षा और ऊंचाई वाले भागों में बर्फबारी की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। 24 घंटों के बाद यह मौसमी सिस्टम आगे निकल जाएगा और इसके प्रभाव से मैदानी इलाकों में राजस्थान के ऊपर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी कमजोर हो जाएगा।
दोनों मौसमी सिस्टमों के कमजोर होने के कारण अब मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लगभग सभी भागों में आसमान साफ और मौसम शुष्क रहने की संभावना है। साथ ही उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाएं पहाड़ों से होकर निचले इलाकों तक आनी शुरू होंगी, जिससे दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के मैदानी शहरों में सामान्य से ऊपर पहुंच गए न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। अनुमान है कि अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, मोगा, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, पानीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, मुरादाबाद, चूरू, गंगानगर, जयपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनू समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से फिर नीचे चला जाएगा और इनमें कई इलाके ऐसे होंगे जहां पर शीतलहर जैसे हालात भी अगले 24 से 48 घंटे में बन सकते हैं। यानी उत्तर भारत के मैदानी शहरों में लोगों को अगले दो-तीन दिनों के दौरान कड़ाके की सर्दी के लिए रहना होगा तैयार।