राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लिए इस बार सर्दियों में बहुत ही उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। आमतौर पर दिल्ली-एनसीआर के भागों में घने कोहरे के कारण दिसंबर और जनवरी के महीनों में अच्छी वर्षा होती है और फरवरी आते-आते बारिश काफी कम हो जाती है।
जबकि, इस बार यानि साल 2019 में हुई बारिश की स्थिति बिल्कुल ही अलग है। फरवरी महीने में हर हफ्ते दिल्ली में बारिश हुई। इस बारिश की वजह से ही दिल्ली-एनसीआर का इलाका इस साल घने कोहरे और प्रदुषण से लगभग मुक्त दिखा। फरवरी से जारी बारिश का सिलसिला मार्च के पहले सप्ताह में भी जारी रहा।
केवल 2 दिन दिखे कोहरे
कोहरे की औसत संख्या बात करें तो दिसंबर, जनवरी, फरवरी और मार्च में कोहरे के दिनों की औसत संख्या 14.8, 16.7, 6.7 और 1.6 है। बड़ी बात यह है कि मार्च में 4 और 5 को लगातार दो दिन घना कोहरा देखने को मिला। जबकि इससे पहले वाले महीनों में हालात अलग रहे और सर्दी के प्रमुख महीनों में कोहरा ना छाने से दृश्यता बेहतर रही और रेल, सड़क व हवाई यातायात प्रभावित नहीं हुआ। इसके उलट मार्च में लगातार दो दिन छाए घने कोहरे की मार हवाई यातायात पर पड़ी और कई उड़ानों में देरी देखी गई।
पिछले वर्ष की तुलना में तापमान भी कम
पिछले वर्षों की तुलना में इस सीजन में तापमान भी काफी कम है। इस समय तक, मार्च में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। अभी भी न्यूनतम तापमान 7 से 10 डिग्री के बीच बने हुए हैं।
फिर से दिख सकता है घना कोहरा
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में आने वाले दिनों में बारिश की उम्मीद नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के निकट आने के कारण, हवाओं का रुख बदल जाएगा। दक्षिण-पूर्व दिशा से आने वाली हवाओं के कारण नमी बढ़ेगी। इस बदलाव से दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर थोड़े समय के लिए घना कोहरा छा सकता है, लेकिन इससे उड़ान में कोई बड़ी देरी की उम्मीद नहीं है।
Image credit: The statesman
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