असम सहित देश के कई राज्यों में बाढ़ का कहर जारी है। इस बीच बीते कुछ दिनों के दौरान पहले उत्तराखंड और उसके बाद मध्य प्रदेश में भीषण और अचानक आई बारिश के चलते बाढ़ ने लोगों को परेशान किया। पिछले दो-तीन दिनों से गुजरात और ओड़ीशा में पानी का प्रलय देखने को मिल रहा है।
फिलहाल उत्तराखंड, असम और मध्य प्रदेश में बारिश बंद है जिससे हालत सामान्य हो रहे हैं। लेकिन गुजरात और ओड़ीशा में अभी भी मौसम का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। पिछले 24 घंटों में ओड़ीशा के कई इलाकों में भीषण मॉनसून वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान ओड़ीशा के भवानीपटना में 182 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। कटक में 155 और गोपालपुर में 96 मिलीमीटर बारिश हुई। गुजरात के नलिया में 60 और ओखा में 42 मिलीमीटर की वर्षा दर्ज की गई।
[yuzo_related]
गुजरात में बीते दिनों की भारी वर्षा के चलते नदियों और जलाशयों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बाढ़ के चलते कम से कम 9 लोगों के मारे जाने की खबर है। अब तक राष्ट्रीय आपदा राहत बल ने बाढ़ में फंसे 400 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है। इस समय गुजरात में घने बादल बने हुए हैं। अगले 24 घंटों तक राज्य के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में भारी बारिश की आशंका बनी हुई है। वर्तमान मौसम को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
असम में बाढ़ के पानी में कमी आई है जिससे राहत एजेंसियों के साथ-साथ लोगों ने भी राहत की सांस ली है। खबरों के मुताबिक असम में बाढ़ से 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। लाखों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं। राज्य आपदा राहत बल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगा हुआ है। लोग राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं। अब तक असम में बारिश के चलते 60 लोगों की मौत हो चुकी है।
ओड़ीशा में सबसे अधिक कालाहांडी और रायगढ़ा ज़िले प्रभावित हुए हैं। ओड़ीशा के तटीय भागों में बीते दिनों की भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुआ हैं। कई इलाकों में पानी भरा हुआ। राज्य आपदा राहत बल लोगों की मदद के लिए बचाव कार्यों में लगा है।
गौरतलब है कि अगले कुछ दिन ओड़ीशा, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान के लिए चुनौती पूर्ण हो सकते हैं। ओड़ीशा पर इस समय बना गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र आने वाले दिनों में पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। इस सिस्टम के मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान के करीब पहुँचने की संभावना है। इन सभी भागों में गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र भारी वर्षा दे सकता है।
Image credit: Top News
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।