भारत के मध्य भागों में खासतौर पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस साल प्री-मॉनसून सीजन में अब तक सामान्य से काफी ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई है। 1 मार्च से 4 मई के बीच दोनों राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। इसमें पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 170% अधिक जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश में 269% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। छत्तीसगढ़ में भी सामान्य से 218% अधिक वर्षा हुई है।
अप्रैल के आखिर में पूर्वी और उत्तरी मध्य प्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के भी कुछ हिस्सों में बारिश हुई थी। इसके अलावा मार्च महीने में भी इन दोनों राज्यों में कई जगहों पर सामान्य से ज्यादा वर्षा होने के कारण बारिश के आंकड़ों में इतनी वृद्धि हुई है।
अगले 24 घंटों तक बारिश की संभावना
बीते 24 घंटों के दौरान भी उत्तरी और पूर्वी मध्य प्रदेश में कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर तेज वर्षा हुई। अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में वर्षा हो सकती है। उसके बाद अगले तीन-चार दिनों के लिए दोनों राज्यों में मौसम शुष्क हो जाएगा और तापमान बढ़ेगा।
जल्द दिखेगा लू का प्रकोप
आने वाले दिनों में मौसम में संभावित बदलाव के चलते मध्य भारत के राज्यों में लू जैसे हालात विकसित हो सकते हैं। मध्य प्रदेश के कई शहरों में अगले 2 से 4 दिनों के दौरान तापमान 45 डिग्री के काफी करीब पहुँच जाएगा जिससे लू चलने की आशंका है। इसी दौरान छत्तीसगढ़ में भी दिन का तापमान बढ़ते हुए सामान्य से 3 से 4 डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुँच सकता है। इससे लू जैसी स्थितियाँ बन सकती हैं।
9-10 मई से बारिश की वापसी
मध्य भारत के इन राज्यों में तीन-चार दिनों के बाद एक बार फिर से प्री-मॉनसून वर्षा की वापसी होगी। दोनों राज्यों में 9 और 10 मई से मौसम करवट लेगा, जब हवाओं में नमी बढ़ जाएगी और बादल छाएंगे। इन भागों में गरज तथा धूल भरी आंधी के साथ कुछ स्थानों पर वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
Image credit: Get Tourism Info
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