दिल्ली और इससे सटे शहरों में लंबे समय के बाद बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं। इस बार सर्दियों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में अब तक मौसम लगभग सूखा ही रहा है। 11-12 दिसम्बर के बाद बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरि। इस बीच 23 जनवरी को दिल्ली और एनसीआर में वर्षा होने की संभावना बन गई है। हालांकि यह भी बारिश का एक झोंका ही होगा, जो जितनी तेज़ी से आएगा उतनी ही तेज़ी से आगे भी निकल जाएगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को अगले 24 घंटों में प्रभावित करेगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश पर बनी एक ट्रफ रेखा भी इस दौरान सक्रिय रहेगी। इन दोनों के संयुक्त प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर मैदानी राज्यों तक कल मौसम बदल जाएगा। हालांकि यह बदलाव लंबे समय के लिए नहीं होगा क्योंकि दोनों मौसमी सिस्टम तेज़ी से आगे निकल जाएंगे और उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों और पूर्वोत्तर भारत को प्रभावित करेंगे।
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मौसम परिदृश्य के आधार पर स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद, चंडीगढ़ और आसपास के भागों में कल सुबह से ही बादल दिखाई देंगे। कल दिन में कुछ स्थानों पर लंबे इंतज़ार के बाद बादलों की गर्जना होगी और इसके साथ बारिश भी दर्ज की जाएगी। बारिश के चलते राष्ट्रीय राजधानी में धूल में सनी पेड़-पौधों की पत्तियाँ साफ होंगी। हवा में माजूद प्रदूषण के कण भी साफ हो जाएंगे। अच्छा होता कि बारिश का मौसम 2-3 दिनों के लिए टिकता ताकि पर्यावरण जलवायु के अनुकूल बन पाता। दिल्ली-एनसीआर में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
बादल छाने और बारिश होने की संभावनाओं के मद्देनजर इस बात की पूरी संभावना है कि राजधानी और आसपास के शहरों में सामान्य से ऊपर चल रहे दिन के तापमान में गिरावट आएगी। हालांकि सामान्य से नीचे बना न्यूनतम तापमान कुछ ऊपर जा सकता है। इन बदलावों के बीच कोहरे की बात करें तो 24 या 25 जनवरी से कोहरे की फिर से वापसी हो सकती है।
Image credit: Aaj Tak IndiaToday
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