लगभग 10 दिनों की लंबी प्रतीक्षा के बाद मुंबई में आखिरकार मॉनसून का आगाज हो गया। मुंबई में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगमन की सामान्य समय सीमा 10 जून है। मायानगरी में बीते 24 घंटों से अच्छी वर्षा हो रही है और आने वाले दिनों में भी रुक-रुक कर बारिश जारी रहने के लिए मौसम अनुकूल बना हुआ है। महाराष्ट्र के अन्य भागों में भी अधिकांश स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है।
समान्यतः मॉनसून जब महाराष्ट्र के लगभग सभी भागों में पहुँच जाता है, विदर्भ क्षेत्र को इसका इंतज़ार तब भी बना रहता है। मॉनसूनी बारिश पाने के मामले में महाराष्ट्र में विदर्भ ऐसा क्षेत्र है जो शुरुआती समय में पिछड़ जाता है। हालांकि इस बार मॉनसून की चाल कुछ बेढंगी है। इसने पहले विदर्भ को भिगोना शुरू किया और उसके बाद मराठवाड़ा क्षेत्र में इसने दस्तक दी। बीते 24 घंटों में मॉनसून के आगे बढ़ने की रफ्तार अच्छी रही और यह कोंकण-गोवा क्षेत्र को पार करते हुए मुंबई तक पहुँच गया।
आमतौर पर मुंबई में मॉनसून का आगाज भारी बारिश के साथ होता है। प्रायः मॉनसून आने से पहले भी मुंबई में अच्छी प्री-मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की जाती है। मॉनसून 2016 में पहले 10 दिन मुंबई को कुछ खास नहीं मिला और 11 जून को महज़ 37 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
बीते 24 घंटों के दौरान भी विशेष बारिश नहीं हुई और मुंबई के सांता क्रूज और कोलबा मौसम केन्द्रों पर क्रमशः 34 तथा 41 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। हालांकि बारिश काफी लंबे समय तक हुई लेकिन मुंबई में आमतौर पर इस समय जैसी मूसलाधार बारिश होती उसका दीदार मुंबई के लोगों को अभी भी नहीं हुआ।
आने वाले दिनों में भी भारी बारिश का लंबा दौर फिलहाल संभावित नहीं है। हालांकि रुक-रुक कर बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। लेकिन मॉनसून के आगमन के साथ महानगर मुंबई को तेज़ गर्मी से राहत तो मिलेगी ही। घने बादलों से ढंके आसमान के बीच तेज़ हवा के झोंके और हल्की से मध्यम बौछारों से मुंबई में मौसम का मिजाज़ बदलेगा।
Image Credit: deccanchronicle
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख का इस्तेमाल करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।