गुजरात में लगभग एक माह से लोगों को शुष्क और उमस भरे मौसम का सामना करना पड़ रहा है। गुजरात और इसके आसपास बीते कई दिनों से ऐसी कोई मौसमी हलचल विकसित नहीं हुई जो राज्य में बारिश दे सके।
हालांकि अरब सागर में मौसमी परिदृश्य बदल रहा है जिसके चलते दक्षिणी गुजरात में बारिश होने की संभवन है। अरब सागर के मध्य-पूर्व में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ जाएगा और यह भारत के भू-भाग को प्रभावित नहीं करेगा लेकिन इससे एक ट्रफ रेखा निकलकर गुजरात के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों तक बन रही है। जिसके प्रभाव से गुजरात के दक्षिणी-तटीय जिलों में बारिश और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। इस ट्रफ के प्रभाव से महाराष्ट्र के तटीय और मध्य भागों में भी कुछ स्थानों पर गरज के साथ वर्षा हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र के औरंगाबाद, जलगाँव और आसपास के भागों में एक-दो स्थानों पर ओले भी पड़ने की संभावना है।
बदले मौसमी परिदृश्य के चलते मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भागों में भी गरज के साथ बौछारें दर्ज की जा सकती हैं। इन तीनों राज्यों- महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के दक्षिण और पश्चिमी भागों में अगले 2-3 दिनों तक बादल छाए रहने और गरज के साथ बारिश होने के आसार बने हुए हैं।
मध्य और पश्चिम भारत के इन हिस्सों में इस समय अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा है। अनुमान है कि मौसम बदलते ही इन भागों के दिन के तापमान में कमी दर्ज की जाएगी और यह घटकर 32 से 33 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर आ जाएंगे। दक्षिणी गुजरात, तटीय और मध्य महाराष्ट्र तथा दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियां शुरू होने और बादल छाने से उमस बढ़ जाएगी लेकिन तापमान में कमी होने से मौसम सुहावना होगा। अगले 3 दिनों के पश्चात इन भागों में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा।
Image Credit: Indianexpress