जम्मू कश्मीर के पास से एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे निकल रहा है जबकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश को जल्द ही प्रभावित करने वाला है। यह सिस्टम इस समय उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे भागों के करीब पहुँच गया है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि एक के बाद एक इन मौसमी सिस्टमों के चलते जम्मू कश्मीर 26 नवंबर तक प्रभावित रहेगा।
बीते 24 से 48 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में कहीं सामान्य तो कहीं घने बादल छाए रहे। जम्मू कश्मीर के ऊंचे पर्वतीय स्थानों पर एक-दो जगह हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई। हालांकि श्रीनगर जैसे कई इलाकों में बादलों के बीच मौसम शुष्क बना रहा।
जम्मू कश्मीर के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में दिन का तापमान गिरा है। जबकि इन इलाकों में वर्षा फिलहाल नहीं दर्ज की गई है। आने वाले पश्चिमी विक्षोभ काफी ऊंचाई से निकल रहे हैं जिससे संभावना है कि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पर्वतीय स्थानों पर बर्फबारी दर्ज की जाएगी जबकि अन्य भागों में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
व्यापक वर्षा या बर्फबारी ना देने के बावजूद हाल के पश्चिमी विक्षोभों को इस ऋतु के पहले सक्रिय सिस्टम माना जा रहा है। मैदानी भागों में सर्दी का प्रभाव तब तक व्यापक नहीं होता जब तक पहाड़ों पर बड़े पैमाने में बर्फबारी ना दर्ज की जाए। बर्फबारी के बाद इन्हीं पहाड़ों से जब सर्द हवाएँ मैदानी क्षेत्रों में पहुँचती हैं तब व्यापक रूप में तापमान में गिरावट आने का क्रम शुरू होता है और सर्दी अपने चरम पर पहुँचती है।
Image Credit : Alchetron
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