राजधानी दिल्ली में बीते लंबे समय से मॉनसून सुस्त बना हुआ है परिणामस्वरूप दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में कई दिनों से बारिश का दीदार नहीं हुआ। हालांकि बुधवार से दिल्ली के मौसम में अचानक बदलाव आ गया। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बुधवार को दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
मध्य भारत के पास बने निम्न दबाव के प्रभाव से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मौसम में यह बदलाव आया है। संभावना है कि यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तरी मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पास आ जाएगा। दिल्ली से इसकी दूरी कम होने के चलते यहाँ वातावरण में नमी बढ़ेगी और बादलों का प्रभाव अधिक होगा जिससे कुछ स्थानों पर अच्छी वर्षा दर्ज की जा सकती है।
इस सिस्टम को मॉनसून की अक्षीय रेखा से भी मदद मिलेगी। मॉनसून की अक्षीय रेखा राजस्थान से मध्य प्रदेश होते हुए झारखंड से बंगाल की खाड़ी में बनी हुई है। इसका पश्चिमी सिरा दिल्ली और इसके आसपास के भागों के काफी नजदीक है।
इन दोनों मौसमी सिस्टमों के संयुक्त प्रभाव से बुधवार को राजधानी दिल्ली और इससे सटे शहरों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। बृहस्पतिवार को बारिश की तीव्रता में कमी आएगी लेकिन कुछ स्थानों पर हल्की मॉनसूनी बौछारें जारी रहेंगी। हालांकि सप्ताह के अंत तक फिर से बारिश की बढ़ने की संभावना है क्योंकि यह मौसमी सिस्टम अपनी क्षमता खोने लगेंगे। साथ ही गुजरात के कच्छ क्षेत्र और उससे सटे दक्षिणी राजस्थान पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र भी अपना प्रभाव खो देगा। जिससे मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली के करीब आएगी और यहाँ के मौसम को प्रभावित करेगी।
इस समय इन दोनों सिस्टमों की क्षमता के चलते मॉनसून की अक्षीय रेखा दक्षिणी भागों में बनी हुई है और मध्य भारत से होकर गुज़र रही है जबकि गुजरात और मध्य प्रदेश पर बने सिस्टमों के कमजोर होते ही मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर भारत के मैदानी भागों में पहुंचेगी। मॉनसून रेखा के दिल्ली के करीब आने से राजधानी और इसके आसपास के शहरों में सप्ताह के अंत में फिर से अच्छी वर्षा दर्ज की जाएगी।
दिल्ली बारिश के संदर्भ में अगस्त में पिछड़ गई है। क्योंकि यहाँ सामान्य से काफी कम वर्षा दर्ज की गई है। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र पर अगस्त में अब तक 75.3 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड हुई जबकि इस माह में अब तक औसतन 232.5 मिलीमीटर वर्षा होती है। पालम में अगस्त में अब तक जहां 188.7 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए वहीं 105.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
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