मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर जुलाई और अगस्त में अच्छी बारिश हुई है। इस समय भी दोनों राज्यों पर मॉनसून की सक्रियता देखने को मिल रही है और लगातार बारिश की गतिविधियां बनी हुई है। पिछले कईदिनों से उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी तथा उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश शहरों में भारी बारिश देखने को मिली है। देश के मध्य भागों में स्थिति दोनों प्रमुख राज्यों में बारिश का यह सिलसिला अगले 48 घंटों तक बना रहेगा उसके बाद इसमें कमी आएगी। हालांकि हल्की से मध्यम वर्षा दो दिनों के बाद भी बने रहने की संभावना है।
इस समय एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर है, जो बंगाल की खाड़ी से नमी को आकर्षित कर रहा है। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भागों से होकर गुज़र रही है, जो कल तक मध्य प्रदेश के काफी करीब थी। इन दोनों मौसमी सिस्टमों का प्रभाव पूर्वी भारत के राज्यों के अलावा मध्य भारत पर भी अगले 48 घंटों तक दिखाई देगा। इसके चलते हमारा अनुमान है कि छत्तीसगढ़ के मध्य और उत्तरी शहरों तथा मध्य प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी शहरों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा जारी रह सकती है।
बीते 24 घंटों के दौरान उमरिया में 28 मिमी, भोपाल में 11 मिमी, जबलपुर और खजुराहो में 8 मिमी, मांडला, रीवा और सागर में 5 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले 48 घंटों के दौरान इसी तरह से राज्य के अधिकतर भागों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा देखने को मिल सकती है। छत्तीसगढ़ में भी पिछले 24 घंटे के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। राजनांदगांव में 10 मिमी बारिश हुई अन्य शहरों में भी बारिश बनी रही।
लगातार हो रही बारिश के चलते दोनों राज्यों में तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं जिससे गर्मी से राहत मिल रही है और आगे भी राहत की उम्मीद की जा सकती है। अगर 1 जून से 29 अगस्त तक के बारिश के आंकड़े देखें तो छत्तीसगढ़ में सामान्य से 3% अधिक 944.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से 10 फ़ीसदी कम 745.3 मिमी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 4 प्रतिशत कम 659.9 मिमी बारिश हुई है।
बारिश की गतिविधियां इसी तरह बनी रहे तो दोनों राज्यों में आने वाले दिनों में बारिश का स्तर सामान्य से ऊपर देखने को मिलेगा।
Image credit: Mid Day
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