
उत्तर भारत के मौसम में कम से कम एक सप्ताह तक किसी उल्लेखनीय बदलाव की संभावना नहीं है। इस दौरान पहाड़ों पर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख तथा मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार समेत अधिकांश जगहों पर दिन और रात के तापमान सामान्य से नीचे बने रहेंगे। जिसके कारण कई इलाके शीतलहर की गिरफ्त में रहेंगे। कुछ स्थानों पर पाला पड़ने और कई जगहों पर घना कोहरा छाने की भी आशंका है।
17 जनवरी को कुछ मौसमी सिस्टमों के प्रभाव के चलते उत्तर पश्चिमी दिशा से चल रही बर्फीली हवाओं की रफ्तार पर ब्रेक लगेगी। पंजाब से लेकर बिहार तक हवाओं का रुख बदलेगा जिसके चलते 17 और 18 जनवरी को न्यूनतम तापमान कुछ बढ़ सकता है। लेकिन उसके बाद फिर से पश्चिमी दिशा से हवाएं चलने लगेंगी, तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो जाएगा और यही स्थिति कम से कम 20-21 जनवरी तक बनी रहेगी।
इस एक सप्ताह की अवधि के दौरान अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, बरनाला, मौगा, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, बहराइच, प्रयागराज, वाराणसी, पटना, ग्वालियर समेत कई शहरों में घना कोहरा छाए रहने के चलते रेल-सड़क-हवाई यातायात प्रभावित होने की आशंका बनी रहेगी। घने कोहरे के चलते दिन में भी सर्दी का सितम बरकरार रहेगा।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य यह संकेत कर रहा है कि 21 जनवरी को एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर पर दस्तक दे सकता है जिसके चलते पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी शुरू होगी। मैदानी इलाकों पर भी मौसम बदलेगा। हवाओं की दिशा बदलकर पूर्वी हो जाएगी। तापमान बढ़ने लगेंगे और भीषण सर्दी से लोगों को तात्कालिक राहत मिल जाएगी।
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