उत्तर भारत के पर्वतीय भागों में 24 घंटों के साफ और शुष्क मौसम के बाद एक बार फिर से मौसम बदलने वाला है। उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर के पास बना एक नया पश्चिमी विक्षोभ 11 जनवरी की शाम से जम्मू-कश्मीर और उससे सटे हिमाचल प्रदेश के भागों में मौसम को प्रभावित करेगा। इसके चलते इन दोनों राज्यों के पर्वतीय हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी होने की संभावना है।
इस मौसमी हलचल का प्रभाव उत्तराखंड में देखने को फिलहाल नहीं मिलेगा। हालांकि राज्य के उत्तरी भागों में कहीं-कहीं बादल अवश्य छा सकते हैं। उत्तराखंड के अलावा उत्तर भारत के मैदानी राज्यों पर भी इसका विशेष असर पड़ने की संभावना कम ही है। दिल्ली सही मैदानी राज्यों में बादल छाने या बारिश होने के आसार तो नहीं हैं लेकिन यह नीचे जा रहे सुबह के तापमान को अगले 24 से 48 घंटों तक के लिए स्थिर कर देगा जिससे अधिक सर्दी की उम्मीद कम ही है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस समय उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं। इन शुष्क हवाओं के चलते मैदानी राज्यों में वातावरण पूरी तरह से साफ है। मैदानी राज्यों में कोहरा छाने के भी आसार कम हैं।
उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों के करीब पहुँच रहे इस पश्चिमी विक्षोभ के पूर्व में आगे निकल जाने के बाद 14 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि 14 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के करीब पहुँचने वाले इस सिस्टम के चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी। अगर यह अनुमान सही साबित हुआ और पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी दर्ज की गई तो राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत में सर्दी की प्रतीक्षा करने वालों के लिए 15 जनवरी के बाद सर्द मौसम एक खुशगवार झोंका आ सकता है।
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