उत्तर भारत के पर्वतीय भागों को सोमवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करने वाला है। इस समय यह सिस्टम उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास के भागों पर दिखाई दे रहा है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि पश्चिम से आने वाला यह मौसमी सिस्टम कल तक उत्तर भारत के हिमालयी क्षेत्रों के करीब पहुंचेगा और शाम के समय से पश्चिमी हिमालयी भागों में बादलों की उपस्थिती बढ़ेगी।
फिलहाल जम्मू कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से साफ और शुष्क बना हुआ है। हालांकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर रविवार को बारिश दर्ज की गई। उत्तराखंड के चमोली में सुबह के समय तेज़ बारिश की खबर है। लेकिन राज्य के अधिकांश भागों में मौसम शुष्क और साफ ही बना रहा।
आगामी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के तीनों पर्वतीय राज्यों में सोमवार से मौसम बदलेगा। 9 मई की शाम से शुरू होने वाली बारिश की गतिविधियां अगले 48 घंटों तक यानि 11 मई तक बनी रह सकती हैं। इन राज्यों में बारिश के साथ बादलों की गर्जना होने और तेज़ हवाएँ चलने की भी संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हुआ है। यह दोनों सिस्टम धीरे-धीरे पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेंगे और उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करेंगे। यद्यपि पर्वतीय क्षेत्रों के मुक़ाबले मैदानी भागों में गतिविधियां अधिक नहीं होंगी। लेकिन राजस्थान से लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते कुछ हलचल देखने को मिलेगी।
सोमवार की देर शाम या रात्रि में दिल्ली और आसपास के शहरों के साथ-साथ अन्य प्रदेशों में धूलभरी आँधी चलने और तेज़ हवा के झोंकों के साथ कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में 10 मई तक मौसम का मिजाज़ कुछ इसी तरह का रह सकता है।
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