मंगलवार की दोपहर भूकम्प के तेज़ झटकों से फिर दहला नेपाल। भूकम्प से भारत के कई राज्यों में भी अफरातफरी फैल गई। पहला झटका 12:35 पर आया, जिसका केंद्र नेपाल के कोडारी से लगभग 18 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था। भारत और नेपाल के साथ-साथ पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में भी झटके महसूस किए गए। भूकम्प का केंद्र ज़मीन से 15 किलोमीटर भीतर था।
भारत के कई राज्यों में लोगों ने 25 अप्रैल के भूकंप की घटना को याद किया, जिसने नेपाल में भीषण तबाही मचाई थी। भारत के हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओड़ीशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम में अधिकांश जगहों पर लोगों ने धरती में कंपन महसूस की। दिल्ली में लोग अपने घरों और कार्यालयों से बाहर आ गए। दिल्ली में मेट्रो की सेवाएँ कुछ देर के लिए रोक दी गईं।
आज के भूकंप से ये निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि एशिया में भूकंप की आवृत्ति हाल में बढ़ गई। जहां इससे पहले 1 मई को अंडमान निकोबार में 5.4 तीव्रता के झटके आए थे, वहीं नेपाल में 25 अप्रैल के विनाशकारी भूकंप के बाद से अनेक बार हल्के से मध्यम झटके आ चुके हैं, हालांकि इन झटकों से कोई बड़ी जन हानि नहीं हुई है। लेकिन मंगलवार के भूकंप की तीव्रता काफी अधिक है जिसके कारण नेपाल में कोडारी और आसपास के भागों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
भूकंप के बाद भी लगातार कई झटके
नेपाल में मंगलवार को 12:35 पर आए भूकम्प के बाद अब तक 6 आफ्टरशॉक्स भी महसूस किए जा चुके हैं। पहला 5.6 तीव्रता का आफ्टरशॉक नेपाल के कोडारी से लगभग 25 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में आया। दूसरा आफ्टरशॉक चीन के झाऊबुडे से 36 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में 5.4 तीव्रता का था। 6.3 तीव्रता का तीसरा आफ्टरशॉक नेपाल के ही रामेछाप से 33 किलोमीटर उत्तर-उत्तर-पूर्व में 01:06 पर महसूस किया गया। नेपाल के कोडारी से 34 किलोमीटर दक्षिण में फिर से 1 बजकर 36 मिनट पर आफ्टरशॉक आया, जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.0 थी। और छठा आफ्टरशॉक भी नेपाल के कोडारी में ही 1:51 पर महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता 5.2 थी।
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