दिल्ली में प्रदूषण निगरानी केन्द्रों की संख्या बढ़ाने के क्रम में बृहस्पतिवार को 3 नए केन्द्रों को शुरू किया जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर में अक्टूबर की शुरुआत से ही वायु प्रदूषण में वृद्धि शुरू हो जाती है। दिवाली के बाद और पंजाब तथा हरियाणा में धान की पिराली जलाने के बाद प्रदूषण रूपी राक्षस दिल्ली को अपनी चपेट में ले लेता है। इससे निपटने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति दिल्ली में 20 नए प्रदूषण निगरानी केंद्र शुरू करेगी।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति 15 अक्टूबर तक दिल्ली में 20 नए निगरानी का संचालन शुरू करे देगी। इनमें से 3 केन्द्रों पर आज से संचालन शुरू हो जाएगा। इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर निगरानी के लिए 23 केंद्र काम कर रहे थे। सभी नए केन्द्रों के शुरू होने के बाद दिल्ली में प्रदूषण निगरानी केन्द्रों की संख्या बढ़कर 43 हो जाएगी। इससे दिल्ली में प्रदूषण के वास्तविक स्तर का पता लगाने और एहतियाती उपाय करने तथा लोगों के लिए आवश्यक उपाय की सलाह जारी करने में मदद मिलेगी।
[yuzo_related]
आज से शुरू किए जा रहे केंद्र मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, नेहरू स्टेडियम और कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर लगाए गए हैं। इसके अलावा दरियागंज, हौज़ खास, वसंत कुंज, द्वारका, रोहिणी, तीस हज़ारी, पटपड़गंज और ओखला सहित 17 अन्य नए केन्द्रों को भी 15 अक्टूबर से पहले चालू किया जाना है। गौरतलब है कि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 6 अक्टूबर से फीफा अंडर-17 विश्व कप खेला जाएगा।
बीजिंग में वायु प्रदूषण और हवा की गुणवत्ता पर नज़र रखने के लिए 35 निगरानी केंद्र काम कर रहे हैं। बीजिंग और दिल्ली दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में से हैं। दिल्ली में लगाए जाने वाले प्रदूषण निगरानी केंद्र पीएम-10 और पीएम-2 जैसे प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों की निगरानी रखेंगे और स्तर की अपडेटेड जानकारी देंगे। इसके अलावा नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, ओज़ोन, सल्फर डाईऑक्साइड, अमोनिया और लीड जैसे प्रदूषण कारकों पर भी नज़र रखेंगे और हवाओं में इनका स्तर बताएँगे।
दिल्ली में प्रदूषण पर निगरानी रखने वाले बड़े नेटवर्क के चलते राजधानी के साथ-साथ इसके आसपास के शहरों में भी प्रदूषण से निपटने में मदद मिलेगी। प्रदूषण को फैलने से रोकने के लिए भी उचित कदम उठे जा सकेंगे। इन केन्द्रों से इकठ्ठा होने वाले आंकड़े दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति डीपीसीसी की वेब साइट पर उपलब्ध रहेंगे।
Image credit: Wall Street Journal
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।