मॉनसून अपडेट: 19 अक्तूबर 11:40 AM (IST) समग्र भारत से 19 अक्तूबर को लौट गया दक्षिण पश्चिम मॉनसून
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 19 अक्टूबर को देश के समूचे भू-भाग से वापस हो गया। हालांकि 1 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के दौरान देश के मध्य और प्रायद्वीपीय भागों में हुई बारिश दर्ज की गई लेकिन 30 सितंबर के बाद होने वाली मॉनसूनी बारिश को भी मॉनसूनी बारिश के आंकड़ों के साथ जोड़कर नहीं देखा जाता। किसी मॉनसून सत्र में 1 जून से 30 सितम्बर के दौरान होने वाली बारिश को ही मॉनसूनी बारिश का आंकड़ा माना जाता है।
वर्ष 2015 के मॉनसून में भारत में सामान्य से 14 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। अलग-अलग हिस्सों में बारिश के आंकड़ों में काफी व्यापक अंतर देखने को मिला।
अब जब दक्षिण पश्चिम मॉनसून वापस हो चुका है, देश के दक्षिणी राज्यों, विशेषकर दक्षिण भारत के पूर्वी तटीय राज्यों को प्रतीक्षा है उत्तर पूर्वी मॉनसून की। उत्तर-पूर्वी मॉनसून समान्यतः 15 अक्टूबर तक शुरू हो जाता है, जिसमें इस वर्ष विलंब हुआ है। अनुमान है कि उत्तर पूर्वी मॉनसून के आगमन में अभी और समय लग सकता है।
मॉनसून अपडेट: 19 अक्तूबर 11:40 AM (IST) प्रायद्वीपीय भारत में कुछ स्थानों पर हुई बारिश
स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश के प्रायद्वीपीय भागों और पूर्वोत्तर राज्यों में बीते 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है। रविवार की सुबह 8:30 बजे से विगत 24 घंटों के दौरान कराईकल में 18 मिलीमीटर वर्षा हुई। तिरुचिरापल्ली में 6 मिमी और चेन्नई में 3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। केरल के तिरुवनंतपुरम में 3 मिमी वर्षा हुई।
जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर वर्षा दर्ज की गई है। राज्य के ऊंचे पर्वतीय भागों पर बर्फबारी की भी खबर है। कुपवाड़ा में 37 मिमी, पहलगाम में 24 मिमी, काजीगुंडा में 10, श्रीनगर में 13 मिमी, बनिहाल में 21 मिमी और गुलमर्ग में 27 मिमी बारिश मौसम केन्द्रों पर रिकॉर्ड की गई है। हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में वर्षा दर्ज की गई। देश के बाकी बचे भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
मॉनसून अपडेट: 18 अक्तूबर 01:30 PM (IST) केरल और कोंकण गोवा क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हुई बारिश।
केरल के कुछ भागों के साथ-साथ कोंकण-गोवा क्षेत्र में कुछ जगहों पर बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई हैं। ओड़ीशा, तटीय कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के तटवर्ती भागों और तटीय महाराष्ट्र में भी एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश देखने को मिली है। पूर्वोत्तर राज्यों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई है। देश के बाकी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
शनिवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक वर्षा केरल के कोची में देखने को मिली। कोची में मौसम केंद्र ने 18 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की। ओड़ीशा के भुवनेश्वर में 6 मिमी बारिश दर्ज की गई। गोवा में 2 मिमी और कुड्डालोर में 1 मिमी वर्षा देखने को मिली।
मॉनसून अपडेट: 15 अक्तूबर 11:30 AM (IST) केरल, उत्तर भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में दर्ज की गई बारिश
दक्षिणी राज्य केरल में कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश दर्ज की गई है। उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बीते 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भी इसी दौरान कुछ जगहों पर हल्की बारिश की खबरें हैं।
स्काइमेट के पास उपलब्ध बारिश के आंकड़ों के अनुसार बुधवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड के देहरादून में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। असम के गुवाहाटी में 4 मिमी और तेज़पुर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई। दक्षिणी राज्य केरल के कोची में भीषण बारिश हुई। यहाँ मौसम केंद्र ने 88 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है।
इसके अलावा ओड़ीशा और तटीय आंध्र प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई। छत्तीसगढ़ के पेंडरा में 10 मिमी और ओड़ीशा के बालासोर में 1 मिमी वर्षा के आंकड़े दर्ज किए गए हैं।
देश के शेष भागों में आकाश मुख्यतः साफ और मौसम आमतौर पर शुष्क बना रहा।
मॉनसून अपडेट: 14 अक्तूबर 11:30 AM (IST) केरल और कर्नाटक में दर्ज हुई अच्छी बारिश
तटीय कर्नाटक और केरल में बीते 24 घंटों के दौरान अच्छी बारिश दर्ज की गई है। स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक के मंगलोर में मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान 18 मिलीमीटर बारिश हुई। इसी दौरान केरल के कोची में 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राज्य के कोझिकोड में 2 मिमी बारिश देखने को मिली।
देश के पूर्वी और पूर्वोत्तर भागों में भी बीते 24 घंटों के दौरान हल्की बारिश हुई है। झारखंड की राजधानी रांची में मौसम केंद्र ने 24 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी 4 मिलीमीटर की हल्की वर्षा देखने को मिली। गुवाहाटी में 2 मिमी जबकि इम्फ़ाल में 1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मध्य भारत में सतना में 2 मिमी और उत्तरी क्षेत्र में देहारादून में 3 मिमी वर्षा हुई।
देश के शेष सभी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
मॉनसून अपडेट: 13 अक्तूबर 11:55 AM (IST) केरल में अच्छी बारिश की गतिविधियां जारी
बीते 24 घंटों के दौरान केरल में कई जगहों पर बारिश दर्ज की गई है। तमिलनाडु और देश पूर्वोत्तर राज्यों में भी कुछ स्थानों पर बारिश देखने को मिली। स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सोमवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान तिरुवनंतपुरम में 16 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
इसके अलावा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के कुछ भागों, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मौसम केंद्र ने पिछले 24 घंटों के दौरान 21 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आज भी हल्की बारिश की गतिविधियां जारी रहीं। ज़िले में 4 मिलीमीटर बारिश हुई है।
मॉनसून अपडेट: 12 अक्तूबर 11:55 AM (IST) तमिलनाडु और मध्य महाराष्ट्र में दर्ज की गई अच्छी बारिश
विगत 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल और मध्य महाराष्ट्र के भागों में कुछ स्थानों पर हल्की से माध्यम बारिश दर्ज की गई है। इन राज्यों में कुछ स्थानों पर मौसम केन्द्रों द्वारा रिकॉर्ड किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारी वर्षा भी हुई है। तमिलनाडु के कोयंबटूर में 44 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जबकि तिरुचिरापल्ली में 20 मिमी वर्षा देखने को मिली।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई वाले भागों और उत्तरी बिहार में भी स्थानीय मौसमी गतिविधियों के चलते कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। महराजगंज में 73 मिलीमीटर की भारी बारिश हुई। गोरखपुर में 3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
पूर्वोत्तर भारत के भागों में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां जारी रही। बीते 24 घंटों के आंकड़े बताते हैं कि मणिपुर के इम्फ़ाल में 38 मिमी दर्ज की गई। पश्चिम बंगाल और दक्षिणी गुजरात में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा देखने को मिली है।
महाराष्ट्र के पुणे में 29 मिमी और नासिक में 4 मिमी की हल्की बारिश हुई है। देश के बाकी बचे हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना रहा।
मॉनसून अपडेट: 11 अक्तूबर 11:55 AM (IST) केरल सहित दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों में हुई अच्छी बारिश
केरल सहित दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बीते 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
इसके अलावा दक्षिण भारत के तमिलनाडु, रायलसीमा, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर भारत के भागों में भी कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहीं।
शनिवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के आंकड़े अगर देखें तो सबसे अधिक बारिश डिब्रुगढ़ में हुई। डिब्रुगढ़ में 54 मिलीमीटर की भारी बारिश देखने को मिली है। अनंतपुर में 20 मिमी, चेन्नई में 19 मिमी, कोची में 13 मिमी, तिरुवनंतपुरम में 11 मिमी, पुणे में 10 मिमी और सोलापुर में 3 मिलीमीटर वर्षा मौसम केन्द्रों द्वारा दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 08 अक्तूबर 11:40 AM (IST) तटीय कर्नाटक और केरल में अच्छी बारिश जारी
स्काइमेट के अनुसार बुधवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिणी-आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और उत्तरी तमिलनाडु में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान बारिश के आंकड़े अगर देखें तो मंगलोर में 21 मिलीमीटर और कोझिकोड में 29 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
इसी दौरान आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में 31 मिमी और तमिलनाडु के चेन्नई में 17 मिमी वर्षा देखने को मिली।
पूर्वोत्तर राज्यों में भी कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। आइज़ोल में 68 मिमी की भारी वर्षा हुई जबकि चेरापूंजी में मौसम केंद्र ने 50 मिमी वर्षा दर्ज की। तटवर्ती आंध्र प्रदेश, तटीय ओड़ीशा और गंगा के मैदानी वाले पश्चिम बंगाल के भागों में मौसम केन्द्रों में दर्ज किए आंकड़ों के मुताबिक कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई है।
देश के बाकी सभी भागों में मौसम साफ और आसमान साफ बना रहा।
मॉनसून अपडेट: 07 अक्तूबर 11:00 AM (IST) तमिलनाडु और कर्नाटक में दर्ज की गई हल्की से मध्यम बारिश
कर्नाटक के तटीय भागों, लक्षद्वीप और तमिलनाडु में कई जगहों पर बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी हुई। आंध्र प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के अलावा देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भी कुछ स्थानों पर सक्रिय मौसम देखने को मिला। पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें दर्ज की गईं। देश के बाकी बचे भागों में मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है।
मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान विभिन्न स्थानों पर मौसम केन्द्रों द्वारा दर्ज की गई बारिश के आंकड़े इस प्रकार हैं:
त्रिची में 38 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। अमिनीदिवी में 33 मिमी, कराईकल में 22 मिमी, कोझिकोड में 11 मिमी, होनावर में 8 मिमी, मंगलोर में 5 मिमी, गडग में 6.5 मिमी, नागपट्टिनम में 11 मिमी, बंगलोर में 7 मिमी, कुड्डालोर में 5 मिमी, करवार में 4 मिमी और पोर्ट ब्लेयर में 6 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 06 अक्तूबर 11:30 AM (IST) तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु में अच्छी बारिश जारी
बीते 24 घंटों के दौरान तटवर्ती कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में अधिकांश जगहों पर गरज के साथ बारिश दर्ज की गई है। कहीं कहीं बादलों की गरज के साथ बौछारें भी दर्ज की गईं। इन तीनों राज्यों में बारिश के आंकड़े बताते हैं कि एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई है।
इसके अलावा प्रायद्वीपीय भारत के पूर्वी तटीय राज्य आंध्र प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं। महाराष्ट्र के दक्षिणी-मध्य भागों और देश के पूर्वोत्तर राज्यों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई है। देश के बाकी सभी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
मॉनसून अपडेट: 05 अक्तूबर 11:30 AM (IST) तमिलनाडु और कर्नाटक में अच्छी बारिश हुई
स्काइमेट के अनुसार कोंकण-गोवा, कर्नाटक और तमिलनाडु में अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की जा रही है। कर्नाटक के होनावर में 45 मिलीमीटर जबकि मंगलोर में 33 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। यह आंकड़े रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश पर केन्द्रित हैं। इसी दौरान तमिलनाडु के कुड्डालोर में भी 46 मिलीमीटर की भारी बारिश देखने को मिली।
केरल, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र में भी कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहीं। स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार केरल के कोची में 25 मिलीमीटर और तिरुवनंतपुरम में 13 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 04 अक्तूबर 11:50 AM (IST) मध्य महाराष्ट्र और केरल में दर्ज की गई अच्छी बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून देश के बाकी भागों से कुछ एक दिनों में वापसी कर सकता है। इस बीच कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र और केरल में मॉनसून प्रभावी बना हुआ है।
आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां जारी हैं। ओड़ीशा, तटीय आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के भागों में भी कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई है। पूर्वोत्तर भारत के भागों में हल्की वर्षा की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
शनिवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान रत्नागिरी में 50 मिलीमीटर वर्षा हुई। नाशिक में 20 मिमी, मुंबई में 15 मिमी, पुणे में 9 मिमी, कोझिकोड में 29 मिमी, कोच्ची में 13 मिमी, त्रिवेन्द्रम में 20 मिमी, कुड्डालोर में 27 मिमी, वेल्लोर में 24 मिमी, भुवनेश्वर में 23 मिमी और चित्रदुर्गा में 10 मिमी वर्षा मौसम केन्द्रों पर रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 01 अक्तूबर 11:50 AM (IST) तमिलनाडु और केरल में सक्रिय मॉनसून से जारी है बारिश
तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और केरल में मॉनसून सक्रिय बना हुआ है जिसके चलते इन भागों में बीते 24 घंटों के दौरान मध्यम बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में भी सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां हो रही हैं। शेष भागों में मॉनसून या तो वापस हो चुका है या फिर शिथिल है जिससे देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है।
बुधवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश के आंकड़े अगर देखें तो कर्नाटक के मंगलोर में सबसे अधिक 46 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। काकीनाड़ा में 37 मिमी, कोझिकोड में 27 मिमी, मिनीकॉय में 19 मिमी, मछलीपट्टनम में 12 मिमी, कलिंगपट्टनम, विजयवाड़ा और होनावर में 10 मिमी, कोची में 9 और तिरुवनन्तपुरम में 4 मिमी बारिश हुई है।
मॉनसून अपडेट: 30 सितंबर 11:30 AM (IST) तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में मॉनसून सक्रिय
बीते 24 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों से वापस हो चुका है। जबकि यह केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कई भागों में सक्रिय है। कर्नाटक और तेलंगाना में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिली हैं। इन भागों के अलावा महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है। देश के बाकी सभी क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहा।
मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान कुन्नूर में 42 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। कोची में 33 मिमी, नेय्यूर और पेड्डापुरम में 26 मिमी, वेलायानी में 21 मिमी, ऊटी में 19 मिमी, कुड्डालोर में 16 मिमी, काकीनाड़ा में 12 मिमी, तिरुपति में 11 मिमी, गडग में 5 मिमी, हैदराबाद में 2 मिमी, कोल्हापुर में 1 मिमी और सोलापुर में 1 मिमी बारिश मौसम केन्द्रों ने रिकॉर्ड की है।
मॉनसून अपडेट: 29 सितंबर 12:30 PM (IST) दक्षिण भारत तथा द्वीपीय क्षेत्रों में मॉनसून प्रभावी
तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप में मॉनसून इस समय सक्रिय बना हुआ है। इन सभी भागों में बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा ओड़ीशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ भागों में भी सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिली। इन भागों में कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें दर्ज की गई हैं। देश के बाकी सभी भागों में मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है।
सोमवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान कोयंबटूर में 38 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। कोची में 26 मिमी, तिरुपति में 25 मिमी, कुड्डालोर में 21 मिमी, तिरुमला और पोर्ट ब्लेयर में 20 मिमी, मदिकेरी और मिनीकॉय में 18 मिमी, बेंगलुरु में 10 मिमी और अकोला में 6 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 28 सितंबर 11:30 AM (IST) तमिलनाडु और कर्नाटक में सक्रिय मॉनसून के चलते हुई अच्छी बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय तमिलनाडु और कर्नाटक के भागों में सक्रिय है। स्काइमेट के पास उपलब्ध बारिश के आंकड़ों के अनुसार रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के येरकौड में 101 मिलीमीटर और नमक्कल में 79 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। तिरुचिरापल्ली में 38 और कोयंबटूर में 32 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसी दौरान कर्नाटक के भाविकेरी में 57 मिमी और मदिकेरी में 34 मिमी वर्षा देखने को मिली।
केरल, आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप और खाड़ी के द्वीप क्षेत्रों में भी कुछ स्थानों पर अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है। कोची में 18 मिमी वर्षा हुई। लक्षद्वीप के अमीनी देवी मे 7 मिमी बारिश इसी दौरान रिकॉर्ड की गई।
मॉनसून इस समय मुख्यतः दक्षिणी राज्यों पर ही केन्द्रित है जबकि देश के बाकी भागों में कोई विशेष मौसमी हलचल देखने को नहीं मिल रही है जिससे दक्षिण भारत तथा द्वीपीय क्षेत्रों को छोडकर शेष भागों में मौसम शुष्क बना हुआ है।
मॉनसून अपडेट: 27 सितंबर 01:30 PM (IST) तमिलनाडु में मॉनसून सक्रिय
तमिलनाडू में मॉनसून ज़ोरों पर है। राज्य के अधिकांश भागों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी सामान्य मॉनसून के चलते कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
शनिवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान जिन प्रमुख भागों अच्छी बारिश दर्ज की गई उनमें सबसे पहले तमिलनाडू के नमक्कल का ज़िक्र जहां मौसम केंद्र ने 42 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की। इसके अलावा डलहौज़ी में 31 मिमी, पेरियाकुलम में 26 मिमी, उत्तरकाशी में 21 मिमी, कोयंबटूर में 11 मिमी, कोची में 8 मिमी, गुलबर्ग में 6 मिमी, तवांग में 5 मिमी, कोलकाता में 3 मिमी जबकि हैदराबाद में 2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मॉनसून अपडेट: 23 सितंबर 01:30 PM (IST) उत्तर और पूर्वी भारत में मॉनसून प्रभावी
दक्षिण पश्चिम मॉनसून जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में पूरे शबाब पर है। उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मॉनसून सक्रिय है जिससे इन भागों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तरी ओड़ीशा और पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिली हैं।
दक्षिणी ओड़ीशा और महाराष्ट्र के अलावा दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना हुआ है, इन भागों में मॉनसूनी गतिविधियां नहीं हो रही हैं।
मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान अनंतनाग में 91 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पहलगाम में 49 मिमी, श्रीनगर में 36 मिमी, डलहौज़ी में 149 मिमी, कसौली में 30 मिमी, अमृतसर में 58 मिमी, अंबाला में 103 मिमी, पंचकुला में 43 मिमी, जमशेदपुर में 58 मिमी, खड़गपुर में 56 मिमी, गया में 48 मिमी, नाङ्ग्स्टोइन में 154 मिमी, गुवाहाटी में 35 मिमी, बरेली में 26 मिमी, करनाल में 13 मिमी, जयपुर में 8 मिमी और मुंबई में 3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 22 सितंबर 12:30 PM (IST) राजस्थान, गुजरात और बिहार में मॉनसून रहा प्रभावी
राजस्थान के हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार में मॉनसून ज़ोरों पर है। इन भागों में बीते 24 घंटों के दौरान अधिकांश जगहों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है।
इन भागों के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में भी सक्रिय मॉनसून के प्रभाव से कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना को छोड़कर देश के शेष भागों में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिली हैं।
सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान जैसलमर में 74 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। श्रीगंगानगर में 56 मिमी, ग्वालियर में 52 मिमी, गांधीनगर में 42 मिमी, गया में 44 मिमी, अमृतसर में 16 मिमी, झाँसी में 26 मिमी, ठाणे में 44 मिमी, मुंबई में 15 मिमी, बरहमपुर में 39 मिमी, जोवाई में 35 मिमी, तिनसुकिया में 28 मिमी, कोलकाता में 13 मिमी और दिल्ली के पूसा में 20 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
मॉनसून अपडेट: 21 सितंबर 12:30 PM (IST) गुजरात और छत्तीसगढ़ में अच्छी मॉनसूनी बारिश जारी रहने के आसार
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान के कुछ हिस्सों, पंजाब और बिहार में पूरे ज़ोरों पर है। रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान राजस्थान के जैसलमर में 47 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। गुजरात के मांडवी में 67 और द्वारका 35 मिमी वर्षा हुई। पंजाब के पटियाला में 48 मिमी और भटिंडा में 31 मिमी वर्षा देखने को मिली। बिहार के गया में 32 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भी कुछ जिलों में अच्छी मॉनसूनी बौछारें दर्ज की गई हैं। राज्य के बरेली में मौसम केंद्र ने 63 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है।
इसके अलावा पश्चिमी तटीय भागों, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत और हरियाणा में भी मॉनसून सक्रिय है जिसके चलते इन भागों में कुछ स्थानों पर अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है। मंगलोर में 43 मिमी, चेन्नई में 23 मिमी, अंबाला में 35 मिमी, बांकुरा में 31 मिमी वर्षा हुई। सिक्किम के नामची में 78 मिमी जबकि गुवाहाटी में 24 मिमी वर्षा दर्ज की गई। देश के बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां जारी हैं।
मॉनसून अपडेट: 20 सितंबर 12:30 PM (IST) पूर्वी राजस्थान, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र में दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूरे ज़ोरों पर
पूर्वी राजस्थान, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के भागों में मॉनसून प्रभावी जिसके चलते इन भागों में बीते 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा कोंकण-गोवा क्षेत्र, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। जबकि देश के बाकी बचे भागों में मॉनसून शिथिल है और शुष्क मौसम जारी है।
शनिवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान प्रमुख जगहों पर हुई बारिश का ज़िक्र करें तो सबसे अधिक बारिश सूरत में दर्ज़ की गई। सूरत में मौसम केंद्र ने 219 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है। राजस्थान के बाड़मेर में 37 मिमी और गुजरात के राजकोट में 24 मिमी बारिश देखने को मिली है। झारसुगुदा में 36 मिमी, भुज और कोची में 25 मिमी, डिब्रुगढ़ में 19 मिमी और दिल्ली में 17 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 17 सितंबर 11:30 AM (IST) छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कोंकण-गोवा में भारी मॉनसूनी बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कोंकण-गोवा क्षेत्र में पूरे ज़ोरों पर है जिससे इन भागों में मध्यम से भारी बारिश हो रही है। इसके अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा और केरल में भी सक्रिय मॉनसून के चलते बारिश की गतिविधियां बनी हुई हैं। पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल के भागों, बिहार, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखी जा रही हैं।
पंजाब और हरियाणा के उत्तरी भागों में भी कुछ स्थानों पर बीते 24 घंटों के दौरान बारिश दर्ज की गई है। दूसरी ओर गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिणी-आंतरिक कर्नाटक में मॉनसून शिथिल है।
बुधवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश का ज़िक्र करें तो सबसे अधिक बारिश छत्तीसगढ़ के रायपुर में देखने को मिली जहां मौसम केंद्र ने 80 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की। रामगुंडम में 77 मिमी, पेंडरा में 65 मिमी, रत्नागिरी में 62 मिमी, जोवाई में 36 मिमी, गोवा में 29 मिमी, कोझिकोड में 27 मिमी, बालासोर में 20 मिमी, अमृतसर में 13 मिमी, कोहिमा में 12 मिमी, नागपुर में 10 मिमी और धर्मशाला में 5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 16 सितंबर 11:30 AM (IST) तटीय कर्नाटक और कोंकण क्षेत्र में मॉनसून का ज़ोर, हो रही है भारी बारिश
कर्नाटक के तटीय भागों, कोंकण-गोवा क्षेत्र, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा और बिहार के कुछ भागों में मॉनसून इस समय प्रभावी है। पिछले 24 घंटों के दौरान इन सभी भागों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र व कर्नाटक के शेष हिस्सों तथा झारखंड में भी सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिल रही हैं।
तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में सामान्य मॉनसून मौसम को प्रभावित कर रहा है, जिससे इन भागों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में फिलहाल शिथिल मॉनसून और शुष्क मौसम का ही दौर जारी है।
मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान जिन प्रमुख भागों में बारिश दर्ज की गई है उनमें सबसे पहले ज़िक्र ओड़ीशा के कुछ स्थानों का, जहां भवानीपटना में 216 मिलीमीटर और कोरापुट में 205 मिमी की भीषण बारिश देखने को मिली है। कर्नाटक के कारवार में 107 मिमी और अगुम्बे में 101 मिमी बारिश दर्ज की गई। रत्नागिरी 106 मिमी, गोवा में 90 मिमी, बरहमपुर में 71 मिमी, रायपुर में 54 मिमी, नीनापाड़ा में 51 मिमी, होनावर में 49 मिमी, भागलपुर में 47 मिमी, जगदलपुर में 43 मिमी, अकोला में 38 मिमी, शिमला में 17 मिमी, देहारादून में 10 मिमी और वाराणसी में 9 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
मॉनसून अपडेट: 15 सितंबर 11:30 AM (IST) तटीय कर्नाटक और कोंकण क्षेत्र में दक्षिण पश्चिम मॉनसून प्रभावी
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय तटीय कर्नाटक और कोंकण क्षेत्र के साथ-साथ मुंबई में प्रभावी है। कर्नाटक के शेष भागों, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा और पूर्वोत्तर भारत में भी सक्रिय मॉनसून के चलते हल्की से मध्यम बारिश हो रही है।
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मॉनसूनी हलचल नदारद है जिससे इन भागों में तेज़ धूप के बीच पिछले कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। जबकि देश के शेष भागों में मॉनसून सामान्य है।
सोमवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान मुंबई में भीषण बारिश दर्ज की गई। आर्थिक राजधानी के कोलाबा स्थित मौसम केंद्र ने 126 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की है। कवर्धा में 61 मिमी, होनावर में 60 मिमी, ग्यालसिंघ में 48 मिमी, मंगलोर में 45 मिमी, पालघर और नारायणपुर में 44 मिमी, नामची और लातूर में 38 मिमी, देवगढ़ में 35 मिमी, बालासोर में 31 मिमी, गुवाहाटी और जगदलपुर में 28 मिमी, भुवनेश्वर में 25 मिमी और हैदराबाद में 9 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 14 सितंबर 11:30 AM (IST) मॉनसून का सबसे अधिक ज़ोर आंध्र प्रदेश में
आंध्र प्रदेश के अधिकांश भागों में प्रभावी मॉनसूनी गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। इसके अलावा तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों सहित देश के कई अन्य भागों में भी मॉनसून सक्रिय है। जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मॉनसून निष्क्रिय हो चुका है जिससे इन भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना हुआ है।
अधिक वर्षा वाले कुछ प्रमुख क्षेत्रों की बात की जाए तो रविवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक बारिश अनकापल्ली में हुई। जहां मौसम केंद्र ने 81 मिलीमीटर बारिश दर्ज की। रायचूर में 40 मिमी, कलिमपोंग में 36 मिमी, रामागुंडम में 25 मिमी, मुंबई और सोलापुर में 21 मिमी, गोवा में 20 मिमी और भोपाल में 19 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मॉनसून अपडेट: 13 सितंबर 12:30 PM (IST) तटीय कर्नाटक, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और गुजरात में मॉनसून सक्रिय
मॉनसून इस समय तटीय कर्नाटक, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और गुजरात के भागों में सक्रिय है।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कई भागों, ओड़ीशा और केरल में भी सामान्य मॉनसून के प्रभाव से बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। राजस्थान के हिस्सों, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भागों में मॉनसून निष्क्रिय है जिससे इन भागों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना हुआ है।
शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान कर्नाटक के होनावर में 64 मिलीमीटर की भारी बारिश दर्ज की गई। नाशिक में 55 मिमी और पुणे में 49 मिमी वर्षा हुई। इसके अलावा जगदलपुर में 37 मिमी, सूरत में 34 मिमी और ग्वालियर में 16 मिमी वर्षा मौसम केन्द्रों ने दर्ज की है।
मॉनसून अपडेट: 09 सितंबर 12:00 PM (IST) केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र के अधिकांश भागों में मॉनसून सक्रिय
केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, लक्षद्वीप, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में मॉनसून सक्रिय है। इन सभी भागों में बीते 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश देखने को मिली है।
दक्षिणी गुजरात, तमिलनाडु और ओड़ीशा में भी मॉनसून की सक्रियता के चलते कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। जबकि देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून शांत पड़ गया है जिससे मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है।
मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान गंगटोक में 70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अमिनीदेवी में 30 मिमी, मंगलोर में 23 मिमी, पुणे में 22 मिमी, नागपुर में 19 मिमी, कोझिकोड में 12 मिमी, होनावर में 14 मिमी, हैदराबाद में 11 मिमी और नेल्लोर में 6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मॉनसून अपडेट: 07 सितंबर 11:50 AM (IST) कर्नाटक और आंध्र प्रदेश मॉनसून ज़ोरों पर
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक प्रभावी है जिसके चलते इन दोनों राज्यों में अच्छी बारिश हो रही है। इसके अलावा केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, लक्षद्वीप और पूर्वोत्तर राज्यों में भी मॉनसून सक्रिय है।
जबकि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तर प्रदेश के भागों में मॉनसून निष्क्रिय है जिससे इन भागों में बीते कई दिनों से मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है।
रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान बारिश वाले प्रमुख क्षेत्रों की बात करें तो रायचुर में सबसे अधिक 76 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा चित्रदुर्गा में 65 मिमी, तिरुपति में 55 मिमी, चामराजनगर में 43 मिमी, नेल्लोर में 38 मिमी, बंगलुरु में 37 मिमी, अमिनीदेवी में 36 मिमी, मछलीपट्टनम में 30 मिमी, अनंतपुर में 28 मिमी, कोझिकोड़ में 26 मिमी और डिब्रूगढ़ में 8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मॉनसून अपडेट: 06 सितंबर 14:50 PM (IST) दक्षिणी कर्नाटक में अच्छी मॉनसूनी बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय सबसे अधिक प्रभावी दक्षिण भारत के भागों खासतौर पर दक्षिण-आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में है। शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान हसन में 36 मिलीमीटर जबकि गुलबर्ग में 26 मिमी बारिश दर्ज की गई। मैसूर में 37 मिमी बारिश हुई है।
इसके अलावा उत्तरी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी सक्रिय मॉनसून के चलते कुछ स्थानों पर बारिश देखने को मिली। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाडा और केरल में सामान्य मॉनसून के चलते कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई है।
असम के लखीमपुर में 58 मिलीमीटर बारिश हुई है। इटानगर में 29 मिमी, डलहौज़ी में 32 मिमी, ओसमानबाद और लातूर में 39 मिमी जबकि औरंगाबाद में 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
देश के पूर्वी राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें कहीं-कहीं दर्ज की जा रही हैं जबकि देश के उत्तर पश्चिमी इलाके यानि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मॉनसून की बेरुख़ी जारी है और इन भागों में पिछले कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है।
मॉनसून अपडेट: 03 सितंबर 11:40 AM (IST) छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत में दक्षिण पश्चिम मॉनसून प्रभावी
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में प्रभावी है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा और उत्तराखंड में भी मॉनसून का ज़ोर है। मॉनसून की अक्षीय रेखा पश्चिम से लेकर पूर्व तक हिमालय की तराई वाले भागों में बनी हुई है।
मॉनसून रेखा का पूर्वी सिरा देश के पूर्वी हिस्सों पर बने चक्रवाती हवाओं के प्रभाव से जहां सक्रिय है और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश दे रही है वहीं पश्चिम में यह मुख्यतः शिथिल है। हालांकि इसके चलते उत्तरी राज्य उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर मॉनसूनी बारिश देखने को मिली है लेकिन उत्तर भारत के शेष भागों में मॉनसून एकदम शांत पड़ा हुआ है और इन राज्यों में मौसम शुष्क है।
हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्से, पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में मुख्य रूप से शुष्क मौसम जारी है। देश के बाकी भागों में छिटपुट बारिश देखने को मिल रही है।
बुधवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान कोलकाता में 48 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जगदलपुर में 45 मिमी, जोवाई में 40 मिमी, कुड्डालोर में 39 मिमी, पेंडरा में 37 मिमी, नोंग्स्टोइन में 29 मिमी, इम्फ़ाल में 28 मिमी, देहारादून में 26 मिमी, तवांग और कोरापुट में 24 मिमी, उत्तरकाशी में 23 मिमी, बिलासपुर में 19 मिमी और धर्मशाला में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 02 सितंबर 11:40 AM (IST) छत्तीसगढ़, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सक्रिय
छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में मॉनसून ज़ोरों पर है। इन सभी भागों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश देखने को मिली है।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून, मध्य प्रदेश, उत्तरी ओड़ीशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के शेष भागों, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भी सक्रिय है जिसके प्रभाव से इन भागों में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई।
देश के शेष हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई जबकि पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में पिछले दिनों की तरह बीते 24 घंटों के दौरान भी मौसम शुष्क रहा।
मंगलवार की सुबह 8:30 से विगत 24 घंटों के दौरान जगदलपुर में 77 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। गोसाईंगाँव में 31 मिमी, कोहिमा में 33 मिमी, ग्यालसिंघ में 35 मिमी, तमलुक में 25 मिमी, कोरापुट में 21 मिमी, जमशेदपुर में 17 मिमी, बालासोर में 15 मिमी और कोटा में 10 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 01 सितंबर 11:20 AM (IST) ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून प्रभावी
ओड़ीशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून इस समय सबसे अधिक प्रभावी है। इन सभी भागों में बीते 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है।
बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और दक्षिणी गुजरात में भी सक्रिय मॉनसून के प्रभाव से बारिश हुई है। जबकि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में मॉनसून निष्प्रभावी है जिससे इन भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना हुआ है। देश के बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसून है और हल्की बारिश कहीं-कहीं देखी जा रही है।
सोमवार की सुबह साढ़े 8 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान मुशालपुर में 158 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा जोवाई में 69 मिमी, नामची में 58 मिमी, नोंग्स्टोइन में 54 मिमी, झारसुगुदा में 52 मिमी, कोलकाता में 46 मिमी, बीजापुर में 39 मिमी, जगदलपुर में 24 मिमी, सूरत में 12 मिमी, सीवान में 10 मिमी और सतना में 7 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 31 अगस्त 11:47 AM (IST) पूर्वोत्तर राज्यों, उत्तरी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मॉनसून का सबसे अधिक ज़ोर
दक्षिण पश्चिम मॉनसून असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में ज़ोरों पर है। विगत 24 घंटों के दौरान इन सभी भागों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है।
मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के कुछ भागों, ओड़ीशा और कोंकण-गोवा क्षेत्र में भी सक्रिय मॉनसून के चलते बारिश हो रही है। कच्छ, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में मौसम मुख्य रूप से शुष्क है जबकि देश के बाकी बचे हिस्सों में सामान्य मॉनसून देखा जा रहा है।
रविवार की सुबह साढ़े 8 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान मुशलपुर में भीषण बारिश हुई, जहां मौसम केंद्र ने 158 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की। नोंग्सटोईन में 121 मिमी, गोसाईंगाँव में 85 मिमी, पुंडीकारी में 78 मिमी, धेमाजी में 44 मिमी, नामची में 38 मिमी, सूरत में 37 मिमी, कोरापुट में 34 मिमी, डिब्रूगढ़ में 32 मिमी, लखीमपुर में 28 मिमी, गुवाहाटी, देहारादून और भोपाल में 26 मिमी और गुना में 21 मिमी वर्षा देखने को मिली है।
मॉनसून अपडेट: 28 अगस्त 11:37 AM (IST) ओड़ीशा और छत्तीसगढ़ में मॉनसून प्रभावी
मॉनसून इस समय ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर भारत के भागों में सबसे अधिक प्रभावी है। इन भागों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र और तमिलनाडु में भी सक्रिय मॉनसून से अच्छी बारिश कुछ स्थानों पर देखी गई है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और गुजरात को छोडकर देश के अन्य हिस्सों में मॉनसून सामान्य है।
बृहस्पतिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान जिन प्रमुख क्षेत्रों में अधिक बारिश दर्ज की गई उनमें हैं: गुवाहाटी 55 मिलीमीटर, जगदलपुर 53 मिमी, खुरदा 52 मिमी, भुवनेश्वर 50 मिमी, अंगुल 48 मिमी, कोझिकोड 26 मिमी, पटना 23 मिमी, कुड्डालोर 14 मिमी, देहारादून 11 मिमी और नागपुर 8 मिली।
मॉनसून अपडेट: 27 अगस्त 11:37 AM (IST) बिहार, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्रा प्रदेश में मॉनसून को ज़ोर
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय बिहार, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और छत्तीसगढ़ में सक्रिय है। पिछले 24 घंटों के दौरान इन राज्यों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वोत्तर भारत, असम, ओड़ीशा के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश और तटीय कर्नाटक में भी सक्रिय मॉनसून के चलते बारिश हो रही है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और पश्चिमी मध्य प्रदेश में मौसम मुख्यतः शुष्क है जबकि देश के बाकी बचे भागों में सामान्य मॉनसून के बीच हल्की बारिश देखी जा रही है।
बीते 24 घंटों में अधिक वर्षा वाले स्थानों की बात करें तो, पटना में 57 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। गया में 53 मिमी, लखीमपुर में 47 मिमी, कलिंगपट्टनम में 46 मिमी, बरेली में 43 मिमी, जगदलपुर में 26 मिमी, विशाखापत्तनम में 22 मिमी, झारसुगुडा में 20 और मंगलोर में 17 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मॉनसून अपडेट: 26 अगस्त 11:30 AM (IST) ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और तटीय महाराष्ट्र में मॉनसून सक्रिय
ओड़ीशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में मॉनसून प्रभावी है। पिछले 24 घंटों के दौरान इन भागों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है।
कोंकण गोवा क्षेत्र, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और समूचे पूर्वोत्तर भारत में भी मॉनसून सक्रिय रहा और इन भागों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली। देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों को छोडकर शेष भागों में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां रहीं और हल्की बारिश कुछ स्थानों पर दर्ज की गई।
मंगलवार की सुबह से बीते 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र के भीरा में सबसे अधिक 86 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। ठाणे में 78 मिमी, महाबलेश्वर में 53 और रत्नागिरी में 37 मिमी वर्षा हुई। शिलोंग में 82 मिमी, बालासोर में 74 मिमी, पोर्ट ब्लेयर में 65 मिमी, भूबनेश्वर में 57 मिमी, खुर्दा में 56 मिमी, सीवान में 40 मिमी, रायपुर में 34 मिमी, कलिंगापट्टनम में 44 मिमी और मुंबई में 9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 25 अगस्त 11:30 AM (IST) बिहार, झारखंड और ओड़ीशा में मॉनसून सक्रिय
पूर्वी भारत में बने दो चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते बिहार, झारखंड, ओड़ीशा, तटीय आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के हिस्सों में मॉनसून सक्रिय है। इन सभी भागों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा केरल, तटीय कर्नाटक और मध्य महाराष्ट्र में भी मॉनसून का सामान्य प्रदर्शन देखा गया। उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों पर भी एक-दो जगह हल्की बारिश दर्ज की गई।
देश के बाकी भागों में मॉनसून सुस्त रहा। बीते 24 घंटों के दौरान बारिश वाले प्रमुख भागों की अगर बात करें तो कोलकाता में 72 मिमी, मिदनापुर में 41 मिमी, पटना में 47 मिमी, डाल्टनगंज में 39 मिमी, ओंगुल में 38 मिमी, तेज़पुर में 37 मिमी, विशाखापत्तनम में 28 मिमी और पारादीप में 24 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 24 अगस्त 11:30 AM (IST) देश के उत्तर और पूर्वी राज्यों में मॉनसून सक्रिय
उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर, ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और आंध्र प्रदेश में रविवार को मॉनसून सक्रिय रहा। इन सभी भागों में बीते 24 घंटों के दौरान अच्छी मॉनसूनी बरिश दर्ज की गई। स्काइमेट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसून रेखा के संयुक्त प्रभाव से हिमालय की तराई वाले भागों और उत्तर भारत में मॉनसूनी बारिश देखने को मिल रही है।
दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड के ऊपर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और आंध्र प्रदेश में बारिश दे रहा है।
पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के मराठवाडा एवं विदर्भ क्षेत्र में मौसमी हलचल बहुत कम है। इन भागों में मुख्यतः शुष्क मौसम देखा जा रहा है। देश के बाकी भागों में रविवार को मॉनसून सामान्य रहा।
बीते 24 घंटों के दौरान बारिश वाले प्रमुख क्षेत्रों की बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आयानगर मौसम केंद्र ने 103 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की है। असम के मूसलपुर में 89 मिमी बारिश दर्ज की गई। वेल्लोर में 45 मिमी, कोलकाता में 48 मिमी, सलेम में 42, गोपालपुर में 41 मिमी, देहरादून में 39 मिमी और आसनसोल में 34 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
मॉनसून अपडेट : 23 अगस्त 01:30 PM (IST) हिमाचल प्रदेश और दक्षिणी राज्यों में मॉनसून सक्रिय
दक्षिण पश्चिम मॉनसून हिमालय के तराई वाले भागों और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सक्रिय है। शनिवार को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तमिलनाडु और तटवर्ती आंध्र प्रदेश में मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई।
इन भागों के अलावा अंडमान व निकोबार द्वीप समूह तथा लक्षद्वीप में भी बीते 24 घंटों के दौरान मॉनसून सक्रिय रहा। देश के बाकी भागों में शनिवार को मॉनसून सामान्य बना रहा।
शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान देहरादून में 33 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बरेली में 17, पटियाला में 27, जबलपुर में 15, मंगलोर में 18, कुड्डालोर में 24, मछलीपट्टनम में 21 और पोर्ट ब्लेयर में 18 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
मॉनसून अपडेट : 22 अगस्त 12:30 PM (IST) उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों और आंध्र प्रदेश में मॉनसून का ज़ोर
इस समय दक्षिण पश्चिम मॉनसून का सबसे अधिक ज़ोर उत्तर प्रदेश के तराई वाले भागों और तटवर्ती आंध्र प्रदेश के भागों में देखा जा रहा है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार, केरल, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और समूचे पूर्वोत्तर भारत में भी मॉनसून सक्रिय है।
बीते 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार लक्षद्वीप और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के भागों में भारी वर्षा दर्ज की गई है। देश के बाकी इलाकों में भी शुक्रवार को मॉनसून सामान्य बना रहा।
शुक्रवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान बरेली में 52 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गोरखपुर में 19 मिमी और अमृतसर में 31 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई। पोर्ट ब्लेयर में 47 मिमी, नेल्लोर में 64 मिमी, मछलीपट्टनम में 33 मिमी, कोझिकोड में 21 होनावर में 16 और गोवा में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट : 21 अगस्त 11:20 AM (IST) उत्तराखंड, बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सबसे अधिक प्रभावी
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय उत्तराखंड, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों, आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों और तेलंगाना में पूरे ज़ोरों पर है। लक्षद्वीप में भी बीते 24 घंटों के दौरान भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा गोवा, तमिलनाडु, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल के बाकी बचे भागों में भी मॉनसून सक्रिय है जिससे इन भागों में बारिश दर्ज की जा रही है। देश के शेष हिस्सों में भी मॉनसून की स्थिति सामान्य बनी हुई है।
गुरुवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान देहरादून में 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। हरिद्वार में 40 मिमी और भागलपुर में 94 मिमी वर्षा हुई है। असम के ग्वालपाड़ा में 173 मिमी, धुबरी में 157 मिमी और गुवाहाटी में 56 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। कारवार में 55 मिमी, नेल्लोर में 52 मिमी, कुरनूल में 39 मिमी और चेन्नई में 23 मिमी बारिश हुई।
मॉनसून अपडेट : 11 अगस्त 11:30 AM (IST) तटीय कर्नाटक और पूर्वी राजस्थान में मॉनसून का जोर
मॉनसून का सबसे अधिक जोर तटीय कर्नाटक के भागों में देखा जा रहा है। राज्य के होनावर में 78 मिलीमीटर और गुलबर्गा में 55 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान और पश्चिम बंगाल में भी सक्रिय मॉनसून के चलते अच्छी बारिश हो रही है। राजस्थान के टोंक में सबसे अधिक वर्षा हुई, जहां मौसम केंद्र ने 98 मिमी बारिश रिकॉर्ड की। उदयपुर में बीते 24 घंटों के दौरान 45 मिलीमीटर वर्षा हुई। मध्य प्रदेश के सतना में भी अच्छी बारिश देखने को मिली है। यहाँ मौसम केंद्र ने 52 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है।
पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत के भागों में पश्चिम बंगाल और असम में भी अच्छी मॉनसूनी बौछारें दर्ज की जा रही हैं। पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग में 68 मिमी जबकि जलपाईगुड़ी में 46 मिमी बारिश हुई। असम के डिब्रुगढ़ में 32 मिमी वर्षा देखने को मिली।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल और कोंकण-गोवा में भी मॉनसून सक्रिय है और इन राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश कुछ स्थानों पर दर्ज की जा रही है। देश के बाकी भागों में भी मॉनसून कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दे रहा है। हालांकि पश्चिमी राजस्थान और गुजरात दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां आमतौर पर मौसम शुष्क बना हुआ है।
मॉनसून अपडेट : 10 अगस्त 12:30 PM (IST) पूर्वी राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और बिहार में भारी मॉनसूनी बारिश
तटीय कर्नाटक के भागों में मॉनसून पूरे ज़ोरों पर है। कर्नाटक के मंगलोर में 55 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मॉनसून हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में भी सक्रिय है। पूर्वी राजस्थान के कोटा में बीते 24 घंटों के दौरान 107 मिमी वर्ष हुई। राष्ट्रीय राजधानी में भी कई जगहों पर हुई बारिश से पारा गिरा है। शहर में 45 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
बिहार, मध्य प्रदेश के भागों और पूर्वोत्तर राज्यों में भी मॉनसून सक्रिय है। सतना में 29 मिमी बारिश हुई है। गया में 31 मिमी, इम्फ़ाल में 11 मिमी और तेजपुर में 30 मिमी बारिश हुई है। पश्चिमी राजस्थान और गुजरात में मौसम मुख्य रूप से शुष्क है जबकि देश बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसून दर्ज किया जा रहा है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय फ़िरोज़पुर, दिल्ली, मैनपुरी, इलाहाबाद, डाल्टनगंज और पारादीप होते हुये बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्व में बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में इस समय एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ जो अनुमान है कि अगले 48 घंटों के दौरान निम्न दबाव का रूप ले सकता है। स्काइमेट का अनुमान है कि इसके प्रभाव से ओड़ीशा, उत्तर प्रदेश और मध्य भारत के भागों में बारिश की गतिविधियां एक बार फिर से बढ़ सकती हैं।
मॉनसून अपडेट : 09 अगस्त 01:00 PM (IST) उत्तर भारत और तटीय कर्नाटक में सक्रिय मॉनसून से अच्छी बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के दक्षिण पश्चिमी हिस्सों में सक्रिय है। पश्चिमी तटों पर भी मॉनसून प्रभावी है। बीते 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार हिमाचल के उना में 96 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। राज्य के सुंदरनगर में 23 मिमी और शिमला में 13 मिमी बारिश देखने को मिली है।
उत्तराखंड के टिहरी में 26 मिलीमीटर जबकि देहरादून में 22 मिमी बारिश हुई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार की सुबह से ही बारिश हो रही है। शहर के सफदरजंग मौसम केंद्र ने 30 जबकि पालम केंद्र ने 49 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की है। पश्चिमी तटों पर सक्रिय मॉनसून के चलते कर्नाटक और केरल के तटीय जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की जा रही है। कर्नाटक के मंगलोर में बीते 24 घंटों दौरान 34 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। केरल के कोझिकोड में 61 मिमी बारिश हुई जबकि कोच्ची मौसम केन्द्र ने 18 मिमी बारिश दर्ज की है।
भीतरी तमिलनाडु, रायलसीमा, छत्तीसगढ़, गुजरात और दक्षिण पश्चिमी राजस्थान को छोडकर देश के बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसून देखा जा रहा है।
मॉनसून अपडेट : 06 अगस्त 11:53 AM (IST) देश के अधिकांश भागों में मॉनसून सक्रिय
पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ रेखा सशक्त हो रही है, जिसके चलते गोवा और तटवर्ती कर्नाटक के भागों में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। इन दोनों भागों में बीते 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। संघशासित क्षेत्र अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में भी भारी वर्षा हो रही है।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के कुछ भागों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों में भी अलग-अलग मौसमी हलचलों के चलते मॉनसूनी बौछारें दर्ज की जा रही हैं। देश के बाकी भागों में मॉनसून सामान्य कहा जा सकता है
बुधवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान गोवा में 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। कर्नाटक के अगुम्बे में 70 और होनावर में 57 मिमी बारिश हुई है। इंदौर में 22 मिमी, जयपुर में 19, दिल्ली में 15 और मुंबई में 22 मिलीमीटर बारिश देखने को मिली। देश के पूर्वी हिस्सों में देखें तो पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भरी मॉनसूनी बौछारें गिरीं, जहां ओब्जेर्वेटरी ने 142 मिमी बारिश रिकॉर्ड की। कोलकाता में 34 और अंडमान व निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में 77 मिलिमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट : 05 अगस्त 11:53 AM (IST) महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में सक्रिय मॉनसून से भारी बारिश
मध्य प्रदेश के खंडवा पर बने डिप्रेशन के चलते दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में पूरे ज़ोरों पर है। इन दोनों राज्यों के अधिकांश जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान भीषण बारिश दर्ज की गई है। डिप्रेशन इस समय 22.7°N और 77.8°E पर केन्द्रित है और पश्चिम दिशा में आगे निकल रहा है।
इसके अलावा तटवर्ती कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु के कुछ भागों और देश के पूर्वोत्तर राज्यों पर भी मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। गुजरात को छोडकर देश के बाकी बचे भागों में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखी जा रही हैं।
बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश के आंकड़े अगर देखें तो मध्य प्रदेश के खंडवा में भीषण बारिश हुई है, जहां आब्ज़र्वेटरी ने 290 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है। इंदौर में 191 और बेतुल में 120 मिलीमीटर बारिश हुई है। महाराष्ट्र के यवतमाल में 223 मिलीमीटर, अमरावती में 184, अकोला में 188, वर्धा में 105 और नागपुर में 78 मिलीमीटर वर्षा हुई है। असम के डिब्रुगढ़ में 80 और तिनसुकिया में 71 मिमी बारिश देखने को मिली है। चेन्नई में भी 61 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र में बारिश का पूर्वानुमान जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
भारत के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में चेरापूंजी देश के सबसे अधिक वर्षा वाले स्थान के रूप में जाना जाता है। लेकिन बीते कई दिनों से यहाँ बारिश की गतिविधियां बहुत कम थीं, समझा जा रहा है कि यह बदली हुई जलवायु का संकेत है। हालांकि बीते 24 घंटों के दौरान चेरापूंजी में 59 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट : 04 अगस्त 11:53 AM (IST) छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओड़ीशा में भारी बारिश के आसार
छत्तीसगढ़ और उसके आसपास स्थित निम्न दबाव के क्षेत्र से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओड़ीशा में दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूरे ज़ोरों पर रहेगा। इन सभी राज्यों में बीते 24 घंटों से भारी बारिश हो रही है। एक-दो स्थानों पर भीषण बारिश दर्ज की गई है।
इसके अलावा कोंकण-गोवा, तटीय कर्नाटक, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों तथा तटवर्ती आंध्र प्रदेश में भी मॉनसून सक्रिय है और इन भागों में अच्छी बारिश देखने को मिल रही है। राजस्थान और गुजरात में मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना हुआ है। जबकि देश के बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां देखी जा रहीं हैं।
सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में 206 मिलीमीटर, सिवनी में 102 मिमी और जबलपुर में 95 मिलीमीटर बारिश हुई है। महराष्ट्र के वर्धा में 59 और नागपुर में 48 मिमी वर्षा दर्ज की गई। छत्तीसगढ़ के पेंडरा में 54 मिमी और रायपुर में 32 मिमी जबकि कर्नाटक के होनावर में 25 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट : 03 अगस्त 11:53 AM (IST) मॉनसून सबसे अधिक ओड़ीशा और झारखंड में सक्रिय
दक्षिण पश्चिम मॉनसून का सबसे अधिक प्रभाव इस समय ओड़ीशा और झारखंड में देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तरी राजस्थान और तटीय कर्नाटक में भी मॉनसून सक्रिय है जिससे इन राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हो रही है। पश्चिमी राजस्थान, गुजरात और तमिलनाडु को छोडकर देश के बाकी भागों में मॉनसून कमोबेस सामान्य चल रहा है।
झारखंड और उससे सटे ओड़ीशा के भागों में अच्छी बारिश देने वाला डिप्रेशन पश्चिम की तरफ बढ़ते हुये कमजोर हो गया और निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है। इसके चलते छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं। स्काइमेट के अनुमान है कि छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में अगले 2 दिनों के दौरान मॉनसून सबसे अधिक सक्रिय रहेगा। छत्तीसगढ़ के अधिकांश भागों और मध्य प्रदेश के सहडोल, जबलपुर और दमोह जैसे दक्षिण-पूर्वी जिलों में इस दौरान अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है।
रविवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के आंकड़े देखें तो सबसे अधिक बारिश वाले क्षेत्र रहे हैं ओड़ीशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाके। इस दौरान ओड़ीशा के झारसुगुड़ा में 192, भद्रक में 57 और सम्बलपुर में 55 मिलीमीटर, झारखंड के डाल्टनगंज में 84 और रांची में 54 मिमी, छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में 47 और रायपुर में 29 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में 43 जबकि कर्नाटक के अगुम्बे में 37 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 02 अगस्त 01:10 PM (IST) पश्चिम बंगाल और झारखंड में मॉनसून ज़ोरों पर
दक्षिण पश्चिम मॉनसून पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और झारखंड के भागों में पूरे शबाब पर है। इन राज्यों में कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। पश्चिम बंगाल के बांकुरा में शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान 64 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। राजधानी कोलकाता में 35 मिलीमीटर बारिश हुई है।
झारखंड के रांची में 54 तो जमशेदपुर में 23 मिमी बारिश हुई। ओड़ीशा की राजधानी भुवनेश्वर में 41 मिमी वर्षा देखने को मिली है।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के हिस्सों में भी मॉनसून सक्रिय है और इन भागों में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। पश्चिमी तटीय भागों पर तटवर्ती कर्नाटक और गोवा के भागों में भी हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की जा रही हैं।
मध्य प्रदेश के भोपाल में जहां शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान 30 मिमी बारिश हुई वहीं उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिले बरेली में 27 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसी दौरान गोवा में 23 मिमी और कर्नाटक के होनावर में 31 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
लगातार कई दिनों की भीषण बारिश के बाद गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में बारिश थमने से लोग राहत की साँस ले रहे हैं। राजस्थान में भी बारिश बंद हो गई है जिससे भीषण बारिश के बाद बिगड़े हालात सामान्य हो रहे हैं। देश के बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां बनी हुई हैं।
मॉनसून अपडेट: 30 जुलाई 11:50 AM (IST) राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सक्रिय
बंगाल की खाड़ी में पिछले कई दिनों से बना डीप डिप्रेशन लगातार सशक्त होते हुये अब चक्रवात का रूप ले चुका है। इसे कोमेन नाम दिया गया है। यह इस समय यह बंगाल की खाड़ी में कोलकाता से 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है, जो आज दोपहर तक बांग्लादेश के तटीय भागों पर पहुँच सकता है। स्काइमेट का अनुमान है कि यह बांग्लादेश के बारीशाल और चटगाँव के बीच से गुजर सकता है।
इसके प्रभाव से दक्षिणी पश्चिम बंगाल और ओड़ीशा में मॉनसून ज़ोरों पर होगा और इन राज्यों में भारी बारिश दर्ज की जाएगी। इसके अलावा दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय राजस्थान, गुजरात, कोंकण गोवा और तटीय कर्नाटक में भी सक्रिय है। बीते 24 घंटों के दौरान इन भागों में मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटों के दौरान अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों का ज़िक्र करें तो सबसे अधिक बारिश पश्चिम बंगाल के बर्धमान में हुई, जहां 87 मिलिमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा राज्य के दिघा में 52 मिमी, मालदा में 39 मिमी और डायमंड हार्बर में 33 मिमी बारिश हुई। गुजरात के इडार में भी भारी बारिश दर्ज की गई है, यहाँ भी वेदर स्टेशन ने 87 मिमी बारिश रिकॉर्ड के है। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भी 66 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 29 जुलाई 11:50 AM (IST) भीषण मॉनसूनी बारिश से कच्छ के कई इलाके जलमग्न
दक्षिण पश्चिम मॉनसून गुजरात और दक्षिणी राजस्थान के ऊपर व्यापक रूप से सक्रिय है। गुजरात के कच्छ क्षेत्र में हुई भीषण बारिश से राज्य में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राजस्थान के ऊपर बने गहरे डिप्रेशन के चलते गुजरात और इसके आसपास के भागों में भारी बारिश हो रही है। मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान दीसा में 360 मिलीमीटर, ईडार में 209 मिमी और भुज में 127 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसी दौरान अहमदाबाद में 92 मिमी बारिश हुई है। राजस्थान के उदयपुर में 83 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और देश के पश्चिमी तटवर्ती भागों पर भी मॉनसून सक्रिय है। देश के पूर्वी राज्यों में कहीं कहीं मौसमी गतिविधियां बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के चलते हो रही हैं। झारखंड के दक्षिणी क्षेत्रों में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है। इसी डिप्रेशन के चलते तमिलनाडु के भागों में भी बारिश हो रही है।
स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार ओड़ीशा के बालासोर में 29 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर (तमलुक) में 185 मिमी, शांतिनिकेतन में 78 मिमी और दिघा में 58 मिमी बारिश हुई है। चेन्नई (एयरपोर्ट) में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई है। पश्चिमी तटीय भागों में भी कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा की गतिविधियां हो रही हैं। मुंबई में 32 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 28 जुलाई 11:30 AM (IST) गुजरात, पश्चिम बंगाल और झारखंड में हो रही है भारी बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल और तटीय कर्नाटक में सबसे अधिक प्रभावी है। राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, कोंकण-गोवा और ओड़ीशा में भी सक्रिय मॉनसून से अच्छी बारिश दर्ज की जा रही है।
सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान गुजरात के भुज में भीषण बारिश दर्ज की गई है। जहाँ 245 मिलीमीटर वर्षा हुई। गांधीनगर में 123, अहमदाबाद में 87 और राजकोट में 57 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इसी दौरान झारखंड के जमशेदपुर में 196 मिमी भारी बारिश हुई। ओड़ीशा के पारादीप में 167 मिमी, कटक में 47, पश्चिम बंगाल के आसनसोल में 26 मिमी बारिश दर्ज की गई है। महाराष्ट्र के भीरा मैं 87 मिलिमीटर पश्चिमी तटों पर मंगलोर और मायानगरी मुंबई में भी लगभग 30 मिमी की मध्यम वर्षा दर्ज की गई है।
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु और तेलंगाना के कुछ भागों को छोड़कर देश के बाकी क्षेत्रों में भी सामान्य मॉनसूनी गतिविधियां चल रही हैं। पूर्वोत्तर के असम और अरुणाचल प्रदेश में मौसम लगभग शुष्क बना हुआ है।
मॉनसून अपडेट: 27 जुलाई 12:00 PM (IST) पश्चिमी मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल में मॉनसून ज़ोरों पर
मध्य भारत में बने गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र और बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के चलते पश्चिमी मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओड़ीशा में मॉनसून सशक्त है। इन भागों के अलावा पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ रेखा के चलते केरल से लेकर कोंकण-गोवा तक देश के पश्चिमी तटवर्ती भागों पर भी मॉनसून सक्रिय है और बारिश हो रही है।
इन सभी भागों में बीते 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। आंध्र प्रदेश के कुछ भागों, तेलंगाना, असम और अरुणाचल प्रदेश को छोड़कर देश के बाकी भागों में भी मॉनसून सामान्य बना हुआ है।
स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार रविवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान बांकुरा में 88 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसी दौरान कोटा और अहमदाबाद में 69 मिमी, भुज और मंगलोर में 60 मिमी, सूरत में 45 मिमी, इंदौर में 33 मिमी और कोलकाता में 31 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 26 जुलाई 01:50 PM (IST) पश्चिमी मध्य प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और तटीय कर्नाटक में मॉनसून सक्रिय
पश्चिमी मध्य प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, कोंकण-गोवा, कर्नाटक, केरल, गुजरात, गंगा के मैदानी वाले पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और झारखंड में दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय सक्रिय है और इन भागों में मध्यम से भारी बारिश दे रहा है। उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से देश के मध्य भागों में वर्षा की यह गतिविधियां दर्ज की जा रही हैं।
बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में भी एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिसके प्रभाव से पूर्वी भारत के भागों में मॉनसूनी बौछारें गिर रही हैं। पश्चिमी तटीय भागों पर बनी ट्रफ रेखा भी इस समय सक्रिय है। इसके प्रभाव से तटीय राज्यों केरल और कोंकण-गोवा में अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की जा रही है।
इसके अलावा पूर्वी मध्य प्रदेश, राजस्थान के मध्य भागों, उत्तराखंड, मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। जबकि उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में बारिश की गतिविधियां छिटपुट जगहों पर ही देखी जा रही हैं। दिल्ली और आसपास के शहरों पर एक-दो जगहों पर वर्षा दर्ज की गई है। जिससे इन भागों में मौसम उमस भरा है।
अपडेट: 24 जुलाई, 2015 4:10 PM (IST) दक्षिण पश्चिम मॉनसून से देश में कई जगहों पर बारिश
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय केरल के हिस्सों और पश्चिमी मध्य प्रदेश में सशक्त बना हुआ है। मॉनसूनी बारिश की गतिविधियों का फैलाव इस समय बीते दिनों से अधिक है। इन दोनों राज्यों के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के बाकी भागों, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत में भी सक्रिय बना हुआ है और इन भागों में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। विदर्भ तथा पश्चिमी तटीय भागों पर भी मॉनसून सक्रिय है।
बीते 24 घंटों के आंकड़ों पर अगर नज़र डालें तो मध्य प्रदेश के भोपाल में 56 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी भारत में पटना और डाल्टनगंज में 30 से 35 मिमी वर्षा हुई है। राजस्थान के कोटा और बिकनेर में 44 मिमी बारिश दर्ज की गई है। कोलकाता में भी 12 मिमी बारिश हुई है।
पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो इसी दौरान असम के लखीमपुर में 37 और डिब्रुगढ़ में 19 मिमी वर्षा दर्ज की गई। दक्षिण भारत में केरल के कोझिकोड़ में 68 मिमी बारिश दर्ज की गई है। तेलंगाना के रामगुंडम में 50 और कर्नाटक के होनावर में 43 तथा मंगलोर में 29 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी 32 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
देश की राजधानी दिल्ली को भी इस समय फिर से मॉनसूनी फुहारों में भीगने का इंतज़ार है। यह इंतज़ार आज खत्म हो सकता है। हालांकि आज दिल्ली में बारिश की गतिविधियां कुछ ही स्थानों पर देखने को मिलेंगी जबकि कल यहाँ अच्छी वर्षा के आसार बन रहे हैं। यानि कि दिल्ली वालों के लिए शनिवार और रविवार को बारिश के साथ-साथ मौसम सुहावना हो जाएगा।
अपडेट: 23 जुलाई, 2015 9:20 AM (IST) गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश और ओड़ीशा में मॉनसून सशक्त
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओड़ीशा में पूरे ज़ोरों पर है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और आंतरिक तमिलनाडु को छोडकर देश के बाकी भागों में भी मॉनसून सक्रिय बना हुआ है।
मुंबई में बुधवार को दिन भर लगातार भारी बारिश जारी रही। हालांकि रात में बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आई। वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार गुरुवार को भी मुंबई में कुछ स्थानों पर मॉनसूनी बौछारें दर्ज की जा सकती हैं।
देश के पश्चिमी तटीय भागों में अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश की तीव्रता ज़्यादातर हल्की है। यहाँ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो रही है जबकि एक-दो स्थानों पर भारी बौछारें भी दर्ज की जा रही हैं।
बुधवार की सुबह 8:30 से बीते 20 घंटों के दौरान झारसुगुदा में 103 मिलीमीटर, राजकोट में 74 मिमी, डिब्रुगढ़ में 64, अकोला और चेन्नई में 55 मिमी, जबलपुर में 53, मुंबई में 46 और पेंडरा में 41 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 22 जुलाई 11:40 AM (IST) पूर्वी राजस्थान और उत्तरी कोंकण में मॉनसून चरम पर
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और महाराष्ट्र के तटीय भागों में पूरे ज़ोरों पर है। मॉनसून के समूचे पश्चिमी तटीय भागों, गुजरात के कुछ हिस्सों, हरियाणा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में सक्रिय रहने के आसार हैं। पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओड़ीशा, बिहार और पूर्वोत्तर भारत में भी सक्रिय मॉनसून के चलते बारिश हो रही है।
स्काइमेट के अनुसार महाराष्ट्र के दहानू में 207 मिलीमीटर, भीरा में 154 मिमी, पालघर में 152 मिमी, महाबलेश्वर में 148 मिमी, ठाणे में 73, और शांताक्रूज में 49 मिमी वर्षा हुई। राजस्थान के कोटा में भी भारी वर्षा दर्ज की गई है, यहाँ 77 मिमी, उदयपुर में 24 मिमी और माउंट आबू में 40 मिमी बारिश देखने को मिली है।
मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में बना मौसमी सिस्टम अब कमजोर होकर पश्चिम की तरफ चला गया है जिससे यहाँ अधिकांश भागों में बारिश कम हो गई है। हालांकि राज्य के कुछ भागों में अच्छी वर्षा दर्ज की गई है। खंडवा में 95 मिलीमीटर और छिंदवाड़ा में 36 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। स्काइमेट ने जैसा पूर्वानुमान लगाया था, पूर्वी राज्यों में मौसमी में बदलाव उसी के अनुसार हो रहा है। यहाँ मॉनसून की बारिश धीरे-धीरे ज़ोर पकड़ेगी। पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तरी ओड़ीशा में पहले ही वर्षा की गतिविधियां जारी हैं। कोलकाता में 39 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 21 जुलाई 12:30 PM (IST) देश के अधिकांश हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सक्रिय
दक्षिण पश्चिम मॉनसून आज भी मध्य प्रदेश में ज़ोरों पर है जबकि गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा, केरल, मुंबई और पूर्वोत्तर राज्यों में भी सक्रिय मॉनसून से बारिश जारी है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अभी भी सक्षम है। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश के भागों, गुजरात और राजस्थान में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके प्रभाव से ही वर्षा के जल से अब तक लगभग वंचित मराठवाड़ा क्षेत्र के उत्तरी भागों में भी वर्षा दर्ज की गई है। उत्तरी विदर्भ में भी इसने बारिश दी है।
मुंबई में बारिश का पूर्वानुमान जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
उधर पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्रों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जिसने पूर्वी भारत के मौसम को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। इसके चलते पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओड़ीशा में मध्यम से घने बादल छाए रहेंगे और इन राज्यों में कई जगहों पर अच्छी बारिश हो सकती है। बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे और बढ़ोत्तरी हो सकती है।
पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ रेखा भी अब सशक्त हो चुकी है, इसके प्रभाव से महाराष्ट्र से लेकर केरल तक पश्चिमी तटवर्ती भागों में अच्छी वर्षा का अनुमान है। केरल और कोंकण-गोवा तथा मुंबई में इसके प्रभाव से भारी बौछारें दर्ज की जा सकती हैं जबकि कर्नाटक में मध्यम वर्षा जारी रहने के आसार हैं। स्काइमेट के अनुसार मुंबई में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। उत्तरी-मध्य महाराष्ट्र में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।
इससे पहले सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान इंदौर में 117 मिलिमीटर वर्षा हुई है। ठाणे में 99 मिमी, मुंबई में 61 मिमी, गुना में 49 मिमी और मंगलोर में 33 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 20 जुलाई 12:00 PM (IST) मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तटीय कर्नाटक में अच्छी बारिश
पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल और कर्नाटक के तटवर्ती भागों पर मॉनसून व्यापक रूप में सक्रिय है। बीते 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों में मूसलाधार बारिश हुई है। रविवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में 227.8 मिलीमीटर, उज्जैन में 143 मिलीमीटर और इंदौर में 104.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। राजधानी भोपाल में 31 मिमी वर्षा हुई है।
इसी दौरान पश्चिम बंगाल के बांकुरा में 60 मिमी वर्षा हुई है। कर्नाटक के तटीय शहरों मंगलोर में 103 और होनावर में 46 मिमी बारिश दर्ज की गई है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तथा आसपास के भागों पर भी सक्रिय है। पूर्वोत्तर राज्यों में भी सक्रिय मॉनसून के चलते बारिश हो रही है। दक्षिण में आंध्र प्रदेश के तटवर्ती जिलों और तेलंगाना क्षेत्र में भी कुछ जगहों पर बारिश दर्ज की जा रही है।
पिछले 24 घंटों के आंकड़े देखें तो राजस्थान के उदयपुर में 26 मिमी और जयपुर में 19 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। पूर्वोत्तर भारत के गुवाहाटी में 43 मिलीमीटर वर्षा हुई। राजस्थान और गुजरात के पश्चिमी किनारों को छोडकर देश के बाकी बचे हिस्सों में भी मॉनसून सक्रिय है।
मॉनसून अपडेट: 19 जुलाई 13:00 PM (IST) मध्य प्रदेश में मॉनसून का ज़ोर, तटीय कर्नाटक और केरल में भी सक्रिय
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय मध्य प्रदेश के भागों पर सबसे अधिक सक्रिय है। केरल और कर्नाटक के तटों पर भी मॉनसूनी गतिविधियां देखी जा रही हैं। मध्य प्रदेश में शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान भारी बारिश दर्ज की गई है। उज्जैन में 319 मिलीमीटर की भीषण बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर इतिहास के नजरिये से देखें तो 24 घंटों के दौरान होने वाली ये अब तक की सबसे अधिक बारिश है। राजधानी भोपाल में भी 149 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है, जो बीते 10 वर्षों में किसी 24 घंटों की अवधि में होने वाली सबसे अधिक बारिश है।
स्काइमेट के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तरी राजस्थान से दिल्ली के दक्षिण से मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुये बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों और पूर्वी भारत में भी मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
उधर पश्चिमी तटों पर ट्रफ रेखा सक्रिय है, जिसके चलते तटवर्ती कर्नाटक के भागों और केरल में भारी वर्षा हो रही है। हालांकि महाराष्ट्र के तटीय भागों पर वर्षा की तीव्रता कम है। कर्नाटक के तटीय शहर अगुम्बे में 233.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। केरल के कोझिकोड में 93 मिमी मंगलोर में 41, होन्नावर में 37 मिमी और मुंबई में 6 मिमी बारिश हुई है।
मॉनसून अपडेट: 16 जुलाई 12:20 PM (IST) पूर्वी भारत में लगातार सक्रिय है मॉनसून
दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में पूरी तरह से सक्रिय बना हुआ है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और छत्तीसगढ़ में विगत 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। झारखंड के डाल्टनगंज में पिछले 24 घंटों के दौरान 126 मिलीमीटर वर्षा हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 49, बिहार के गया में 56 मिमी जबकि राज्य की राजधानी पटना में 28 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
पूर्वी महानगर कोलकाता में 61 मिमी वर्षा हुई है। पूर्वोत्तर राज्यों में एक बार फिर से भारी बारिश के चलते असम में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राज्य के लखीमपुर, धेमाजी और सोनितपुर जैसी जगहों में मूसलाधार वर्षा से कई जगहों पर पानी भर गया है।
पश्चिमी तटों पर भी बारिश बढ़ गई है। बुधवार की सुबह साढ़े 8 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान मंगलोर में 58 मिलीमीटर वर्षा हुई। होनावर में 24 और केरल के कोझिकोड में 17 मिमी बारिश दर्ज की गई है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ भागों में भी हल्की से मध्यम वर्षा हुई है।
मॉनसून अपडेट: 15 जुलाई 12:20 PM (IST) बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून का ज़ोर
दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में पूरी तरह से सक्रिय है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के भागों, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और ओड़ीशा में भी मॉनसून की सक्रियता देखी जा रही है। देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून कमजोर बना हुआ है।
मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान कोलकाता में 41 मिमी वर्षा हुई, भुवनेश्वर और हैदराबाद में 30 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। नेल्लोर में 38, जबलपुर में 29 मिमी और काकीनाड़ा में 17 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय हिमालय की तराई वाले भागों से बिहार पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र में होते हुये बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है। बिहार पर बने इस चक्रवाती क्षेत्र से एक और ट्रफ रेखा आंध्र प्रदेश तक जा रही। इन सभी मौसमी हलचलों के चलते इन भागों में मॉनसून सक्रिय है और बारिश की गतिविधियां हो रही हैं।
पश्चिमी तटवर्ती भागों पर ट्रफ रेखा के चलते कर्नाटक में अच्छी वर्षा जारी है। हालांकि यह ट्रफ केरल और कोंकण-गोवा क्षेत्र में कमजोर है। स्काइमेट का अनुमान है कि पश्चिमी तटों पर आज से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
मॉनसून अपडेट: 14 जुलाई 12:00 PM (IST) देश के अधिकांश हिस्सों में कमजोर हुआ मॉनसून देश के अधिकांश भागों में मॉनसून कमजोर हो गया है और बारिश महज़ कुछ ही हिस्सों में हो रही है। इस समय दक्षिण पश्चिम मॉनसून उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तटीय कर्नाटक में सक्रिय है, जिससे इन भागों में बारिश की गतिविधियां हो रही है। सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान जगदलपुर में मध्यम से भरी बौछारें गिरीं, जहां 64 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। कोलकाता में भी 59 मिमी वर्षा हुई जबकि बांकुरा में 49, देहारादून में 26 और रायपुर में 21 मिमी बारिश दर्ज की गई। सोमवार को मॉनसून की अक्षीय रेखा अपनी सामान्य जगह से उत्तर में हिमालय की तराई वाले भागों में रही। इसके हिमालय की तराई वाले भागों में जाने से मॉनसून की सक्रियता आमतौर पर कम हो जाती है। इसके अलावा देश में अभी ऐसी कोई भी मौसमी हलचल दिखाई नहीं दे रही जो मॉनसून को प्रभावित करे और मॉनसूनी बारिश को बढ़ा सके। पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ रेखा के चलते कर्नाटक के तटवर्ती भागों में मध्यम वर्षा दर्ज की गई जबकि कोंकण-गोवा और केरल में बारिश अपेक्षाकृत कम रही, जहां कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई।
मॉनसून अपडेट: 13 जुलाई 13:30 PM (IST) उत्तर भारत के पहाड़ों पर मानसूनी बारिश जारी रहेगी। बीते 24 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तटवर्ती कर्नाटक और राजस्थान के हिस्सों में सामान्य रूप से सक्रिय रहा। पंजाब और इसके आसपास के भागों में भारी बारिश हो रही है। मॉनसून की सबसे अधिक सक्रियता इस समय उत्तर भारत के पहाड़ों पर बनी हुई है। स्काईमेट के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा तराई वाले क्षेत्रों के करीब जा सकती है, जिससे इन भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। हालांकि बारिश की मात्रा भले ही कम हो जाए लेकिन पहाड़ों पर अगले 2-3 दिनों तक वर्षा जारी रहेगी। स्काईमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार रविवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान पंजाब के पटियाला में 117 मिलीमीटर की भारी बारिश दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश के बरेली में 21 जबकि हरियाणा के हिसार में 9 मिमी वर्षा हुई। ओडिशा के बालासोर में 18 मिमी बारिश हुई है। इसी दौरान राजस्थान के बाड़मेर में 51 मिमी और कर्नाटक के होनावर में 37 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 08 जुलाई 12:30 PM (IST) कई मौसमी हलचलों के चलते देश के उत्तर और पूर्वी भारत में मॉनसून सक्रिय उत्तर और पूर्वी भारत में भारी मॉनसूनी बारिश जारी है। स्काइमेट के अनुसार इस समय देश में कई मौसमी सिस्टम बने हुये हैं, जिससे इन दोनों ही क्षेत्रों में मॉनसून सक्रिय है। मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान कोलकाता में 54 मिलीमीटर, बालासोर में 49, जमशेदपुर में 34, दिल्ली में 27 और गोवा में 24 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। मॉनसून की अक्षीय रेखा थोड़ा दक्षिण की ओर खिसकी है और इस समय यह गंगा के मैदानी भागों से होते हुये पंजाब से लेकर बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व में जा रही है। इसके चलते दिल्ली और इसके आसपास के भागों, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अच्छी मॉनसूनी बारिश हुई है। इसके अलावा बिहार पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र ने भी मॉनसून की अक्षीय रेखा के पूर्वी छोर को भी सक्रिय बनाए रखा है जिससे बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी मध्यम से भरी बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो रहा है जो अगले 48 घंटों के दौरान और सक्षम हो जाएगा। इसने अभी से आसपास के क्षेत्रों में मौसम को प्रभावित करना शुरू कर दिया है जिससे पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भागों, ओड़ीशा और छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश शुरू हो गई है। इसके अलावा पश्चिमी तटों पर ट्रफ रेखा पिछले कई दिनों से कमजोर पड़ी थी, जिसका विस्तार फिर से शुरू हो गया है। इसके प्रभाव से कर्नाटक और केरल के साथ पश्चिमी तटों पर बारिश बढ़ने का अनुमान है। पश्चिमी तटों पर बनी यह ट्रफ जल्द ही कोंकण और गोवा तक पहुँच सकती है।
मॉनसून अपडेट: 07 जुलाई 11:45 PM (IST) दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तर व पूर्वी भारत में सक्रिय समूचे पूर्वी और उत्तर भारत में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में अनेक जगहों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। ओड़ीशा में भी कुछ जगहों पर मध्यम से भारी वर्षा हुई है। सोमवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों में झारसुगुदा में 87 मिलीमीटर बारिश हुई है, हिसार में 52 और पटना में 31 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। स्काइमेट के अनुसार उत्तर भारत में बने पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी पाकिस्तान पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते हिमालय की तराई से गुज़र रही मॉनसून की अक्षीय रेखा सक्रिय हो गई है जिससे बारिश की यह गतिविधियां हो रही हैं।
मॉनसून अपडेट: 06 जुलाई 01:20 PM (IST) पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मॉनसून का ज़ोर दक्षिण पश्चिम मॉनसून का सबसे अधिक ज़ोर इस समय पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में है। इसके अलावा उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत और छत्तीसगढ़ में भी मॉनसून सक्रिय हो गया है। बीते 20 घंटों में गया में 120 मिलीमीटर बारिश हुई है, पटना में 86 और भागलपुर में 61 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। उत्तराखंड में देहरादून ने भी 72 मिमी बारिश दर्ज की है। स्काइमेट के अनुसार इन भागों में कई मौसमी सिस्टम हैं जिससे मॉनसून यहाँ पर सक्रिय हो गया है। बिहार और उससे सटे भागों पर अभी भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जबकि मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई वाले भागों से निकलकर बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है। (देखें ग्राफिक्स) इन सभी के संयुक्त प्रभाव की वजह से उत्तरखंड तथा पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में अच्छी वर्षा हो रही है। इसके अलावा एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आ गया है, जिससे जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ उत्तर भारत के मैदानी भागों में भी बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर पर बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ जैसे-जैसे उत्तर भारत के और करीब आएगा इन भागों में वर्षा की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी होगी।
मॉनसून अपडेट: 05 जुलाई 01:20 PM (IST) मॉनसून की अक्षीय रेखा से उत्तराखंड तथा पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों में अच्छी वर्षा दक्षिण पश्चिम मॉनसून अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा, झारखंड और बिहार में सामान्य चल रहा है। शनिवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान तेज़पुर में 49 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, कोलकाता में 22 मिमी, डिब्रुगढ़ में 23 और डाल्टनगंज में 21 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। उत्तर में देहरादून में भी 38 मिमी की अच्छी बारिश हुई। स्काइमेट के अनुसार बारिश की यह गतिविधियां मॉनसून की अक्षीय रेखा के चलते हो रही हैं जो इस समय हिमालय के तराई वाले भागों में बनी हुई है और पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार तथा पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व में पहुँच रही है। पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ रेखा के चलते कर्नाटक और केरल के तटवर्ती जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। कोझिकोड में 39 मिमी और मंगलोर तथा कोच्चि में 8 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई। जबकि उत्तर भारत के मैदानी भागों में मॉनसून की सक्रियता नहीं देखी जा रही है जिससे दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में मौसम शुष्क बना हुआ है।
मॉनसून अपडेट: 02 जुलाई 12:10 AM (IST) हिमालय से सटे पश्चिम बंगाल में भारी मॉनसूनी वर्षा जारी रहेगी दक्षिण पश्चिम मॉनसून उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और तटीय कर्नाटक में सक्रिय है। सक्रिय मॉनसून के चलते पश्चिम बंगला के उत्तरी भागों, खासतौर पर दार्जिलिंग में मूसलाधार बारिश हो रही है। लगातार भारी बारिश के चलते ऊंचे भागों में भूस्खलन की घटनाएँ भी हो रही हैं। स्काइमेट के अनुसार पश्चिम बंगला के उत्तरी भागों और उत्तराखंड में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। देश के मध्य भागों में महज़ एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो रही है। इसके अलावा गुजरात, इससे सटे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, और रायलसीमा में भी कोई विशेष मौसमी हलचल नहीं है जिससे बारिश में कमी रहेगी।
मॉनसून अपडेट: 01 जुलाई 11:10 AM (IST) अगले 24 घंटों में पूर्वी भारत में अच्छी मॉनसूनी वर्षा दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय उत्तरी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के मध्य भागों में सक्रिय है। पश्चिमी तटों पर कोंकण-गोवा और कर्नाटक में भी सक्रिय मॉनसून से बारिश हो रही है। स्काइमेट पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटों के दौरान देश के पूर्वी और मध्य भारत पर मॉनसून सक्रिय बना रहेगा जिसके चलते विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में झमाझम बारिश होने के आसार हैं। देश के पश्चिमी तटवर्ती भागों में भी इस दौरान कई जगहों पर मध्यम वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है। मंगलवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान उतार प्रदेश के पूर्वी और मध्य भागों, झारखंड और गोवा अच्छी अच्छी मॉनसूनी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
मॉनसून अपडेट: 30 जून, 12:15 PM (IST) दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और केरल में सक्रिय दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में सबसे अधिक सक्रिय है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों, कोंकण-गोवा और केरल में भी मॉनसून सक्रिय है, जहां हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल रही है। स्काइमेट के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। उत्तर प्रदेश के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है और यह मॉनसून ट्रफ में मिल गया है, जो हिमालय की तराई वाले भागों से पूर्वोत्तर राज्यों तक बनी हुई है। इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ भी जम्मू कश्मीर के ऊपर से गुज़र रहा है। इन गतिविधियां का असर मौसम पर दिख रहा है। इन्हीं वजहों से उत्तर भारत के भागों में बारिश हो रही है। बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में बरेली में 118 और लखनऊ में 56 मिलीमीटर वर्षा हुई। राजस्थान के बूंदी में भी 113 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई है। राज्य के गुलाबी शहर जयपुर में स्काइमेट के मौसम केंद्र द्वारा 53 मिमी बारिश दर्ज की गई। महाराष्ट्र के भीरा में 112 और रत्नागिरी में 75 मिमी जबकि केरल के कोझिकोड और कोचीन में 49 मिमी बारिश हुई। मध्य प्रदेश के सतना में 52 मिमी बारिश देखने को मिली। पंजाब में पटियाला में 24 तो अमृतसर में 25 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जम्मू व कश्मीर के कटरा में 36 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इस समय देश के अधिकांश हिस्सों में अलग-अलग तीव्रता वाली बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं, जबकि गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में मौसम फिलहाल शुष्क बना हुआ है।
मॉनसून अपडेट: 29 जून, 12:15 PM (IST) पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसून ट्रफ के चलते पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत में अच्छी बारिश कई मौसमी हलचलों के चलते उत्तर और पूर्वी भारत में अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है। एक पश्चिमी विक्षोभ इस समय जम्मू कश्मीर को प्रभावित कर रहा है, इसने मॉनसून ट्रफ को भी फिर से सक्रिय कर दिया है। हिमालय की तराई वाले भागों से निकल कर मॉनसून ट्रफ उत्तर प्रदेश और इसके आसपास के भागों पर ने एक निम्न दबाव के क्षेत्र से होते हुये पूर्व में बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। स्काइमेट के अनुसार यह सभी गतिविधियां एक साथ मिलकर मौसम को प्रभावित कर रही हैं, जिससे दिल्ली और इसके आसपास के भागों तथा उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत में कुछ जगहों पर गरज के साथ बारिश दर्ज की गई है। जबकि पूर्वी भारत में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वी तथा मध्य उत्तर प्रदेश के भागों में भारी बारिश देखने को मिली है। रविवार की सुबह 8:30 से बीते 24 घंटों के दौरान मिर्ज़ापुर में 122 मिमी मूसलाधार बारिश हुई है। दार्जिलिंग में 114 मिमी, वाराणसी 103 मिमी, देहरादून में 72 मिमी, रांची में 63 मिमी, जोरहट में 46 मिमी और गोरखपुर में 43 की अच्छी बारिश देखने को मिली है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों के दौरान देश के इन दोनों भागों में मौसम इसी तरह बना रहेगा और बारिश जारी रह सकती है।
मॉनसून अपडेट: 27 जून, 03:00 PM (IST) देश के सभी भागों में पहुंचा मॉनसून, लेकिन बारिश घटी
पश्चिमी राजस्थान में मॉनसून ने दस्तक तो दे दी लेकिन इसके तुरंत बाद ही यहाँ बारिश घट गई। राजस्थान ही नहीं बल्कि देश के अधिकांश हिस्सों में इस समय मॉनसूनी बारिश कम हो गई है, जो अगले 3-4 दिनों में फिर से शुरू हो सकती है। किसी भी भाग में आमतौर पर मॉनसून के पहुँचने के बाद शुरुआत में कम से कम 2 से 3 दिन तक अच्छी मात्रा में बारिश दर्ज की जाती है।
हालांकि मॉनसून आने पर तापमान में कमी और वातावरण में नमी बढ़ जाने जैसे दूसरे पहलू देश के अधिकांश भागों में अनुभव किए जा रहे हैं, लेकिन बारिश में कमी दर्ज की गई है।
मॉनसून अपडेट: 25 जून, 02:25 PM (IST) दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में मॉनसून की दस्तक मॉनसून आज दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में भी पहुँच गया। राजस्थान के पश्चिमी भागों को छोडकर देश के सभी इलाकों में मॉनसून का आगाज हो चुका है। देश में दक्षिण पश्चिम मॉनसून का आगमन भले ही 5 दिन की देरी से हुआ लेकिन उत्तर भारत तक का सफर तय करने में इस बार इसने बहुत कम समय लिया। देश की राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में मॉनसून अपने समय से लगभग 5-6 दिन पहले पहुंचा है। बीते कुछ दिनों से देश के अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो रही है। पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओड़ीशा, बिहार और झारखंड के भागों में अच्छी बारिश जारी रहेगी। पश्चिमी व मध्य उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राज्य के तराई वाले भागों में भी मध्यम वर्षा हो सकती है। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों: उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू व कश्मीर में भी बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी, हालांकि वर्षा की मात्र में कमी आएगी। दिल्ली में भी बारिश घट जाएगी।
मॉनसून अपडेट: 25 जून, 12:25 PM (IST) मॉनसून रहेगा सक्रिय, देश भर में वर्षा के आसार दक्षिण पश्चिम मॉनसून शुरुआती सुस्ती के बाद अब तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और समय से पहले ही इसने उत्तर भारत के कुछ भागों में दस्तक दे दी है। गुजरात के ऊपर बना डिप्रेशन और झारखंड तथा इसके आसपास के भागों पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय का मौसम मॉनसून के और आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह से अनुकूल है। मॉनसून जल्द ही दिल्ली और आसपास के भागों में पहुँच सकता है। देश के अनेक हिस्सों में बने मौसमी सिस्टमों के चलते समूचे भारत में हल्की से माध्यम बारिश हो रही है। कहीं कहीं भारी बारिश भी देखने को मिल रही है। हालांकि राजस्थान का पश्चिमी किनारा इस समय देश का एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जहां बिलकुल भी बारिश नहीं हो रही है, और पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटों के दौरान भी बारिश के आसार फिलहाल नहीं हैं।
मॉनसून अपडेट: 24 जून, 12:25 PM (IST) अगले 48-72 घंटों में उत्तर भारत पहुँच सकता है मॉनसून दक्षिण पश्चिम मॉनसून मंगलवार को आगे बढ़ते हुये गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार के कुछ और भागों में पहुँच गया है। मॉनसून की उत्तरी सीमा छत्तीसगढ़ और झारखंड के आगे निकल चुकी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मॉनसून ने दस्तक दे दी है। अनुमान है कि मॉनसून का पूर्वी छोर अगले 48 से 72 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार के सभी भागों को पार करते हुये दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में भी दस्तक दे सकता है। इसी दौरान उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों: उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू व कश्मीर में भी मॉनसून के पहुँचने के आसार हैं। अरब सागर में बना डीप डिप्रेशन गुजरात के तटों को पार कर गया है। उम्मीद है कि मॉनसून का पश्चिमी छोर भी प्रगति करते हुये गुजरात के कुछ और भागों, राजस्थान और मध्य प्रदेश के शेष इलाकों में आगे बढ़ सकता है। इस समय मॉनसून की उत्तरी सीमा (NLM) पोरबंदर, भावनगर, राजगढ़, दामोह, सीधी, पटना और रक्सौल होते हुये गुज़र रही है।
मॉनसून अपडेट: 23 जून, 04:25 PM (IST) पूर्वी उत्तर प्रदेश पहुंचा मॉनसून दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तरी अरब सागर, गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार के कुछ और भागों में आगे बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ और झारखंड के सभी भागों पर मॉनसून पहुँच चुका है। उत्तर प्रदेश में भी मॉनसून का इंतज़ार खत्म हो गया है, इसने राज्य के पूर्वी भागों में दस्तक दे दी है। मॉनसून की उत्तरी सीमा (NLM) इस समय पोरबंदर, भावनगर, राजगढ़, दामोह, सीधी, पटना और रक्सौल होते हुये गुज़र रही है।
मॉनसून अपडेट, 23 जून, 12:21 PM (IST) कई मौसमी हलचलें मॉनसून को आगे बढ़ाने में कर रही हैं मदद दक्षिण पश्चिम मॉनसून को आगे बढ़ाने में देश के पश्चिमी और पूर्वी छोरों पर बने मौसमी सिस्टम मददगार साबित हो रहे हैं। अरब सागर में बना डिप्रेशन गुजरात और पश्चिमी तटीय भागों में मौसम को प्रभावित कर रहा है। जबकि देश के पूर्वी भागों में झारखंड और ओड़ीशा के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते देश के पूर्वी राज्यों में अच्छी वर्षा बारिश देखी जा रही है। बारिश की वर्तमान गतिविधियों के चलते मॉनसून शीघ्र ही और प्रगति कर सकता है। उत्तर भारत के भागों में भी मॉनसून जल्द ही दस्तक दे सकता है। उत्तर भारत में पहले से ही प्री मॉनसूनी बारिश की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। ऐसा लगता है कि जैसे मॉनसून की अगवानी के लिए ही यह प्री-मॉनसूनी बारिश शुरू हुई है।
अपडेट: 22 जून, 2015 11:20 PM (IST) अगले 48 घंटों में कुछ और हिस्सों में पहुंचेगा मॉनसून मॉनसून की उत्तरी सीमा रविवार को कुछ और आगे बढ़ते हुये छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ और इलाकों में पहुंची। साथ ही इसने ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल के शेष इलाकों को भी अपने दायरे में ले लिया। ओड़ीशा के तट पर बने डिप्रेशन और अरब सागर में स्थित निम्न दबाव के चलते मॉनसून जल्द ही गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा झारखंड के कुछ और भागों में दस्तक दे सकता है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून अगले 2 से 3 दिनों के दौरान बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में पहुँच सकता है। इस समय मॉनसून की उत्तरी सीमा (NLM) पश्चिम में गुजरात के वेरावल और सूरत होते हुये उज्जैन, नरसिंहपुर, रायपुर, रांची, दुमका और पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग से होकर गुज़र रही है।
अपडेट: 21 जून, 2015 3:10 PM (IST) ओढ़िशा, पश्चिम बंगाल व झारखंड के कुछ और भागों में पहुंचा मॉनसून पिछले कई दिनों से एक ही जगह पर स्थिर दक्षिण पश्चिम मॉनसून आगे बढ़ा है, इसका दायरा छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ और इलाकों में भी बढ़ा है। जबकि ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल के बाकी बचे सभी भागों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। मॉनसून की उत्तरी सीमा (NLM) इस समय वेरावल, सूरत, उज्जैन, नरसिंहपुर, रायपुर, रांची, दुमका और दार्जिलिंग से होकर गुज़र रही है। दिल्ली में बारिश का पूर्वानुमान जानने के लिए यहाँ क्लिक करें देश के बाकी बचे भागों में मॉनसून के पहुँचने के लिए इस समय मौसमी परिदृश्य अनुकूल है। मॉनसून उत्तरी अरब सागर, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, समूचे बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर, मध्य प्रदेश के सम्पूर्ण इलाकों, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और राजस्थान में जल्द ही दस्तक दे सकता है।
अपडेट: 19 जून, 2015 1:10 PM (IST) बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव और सशक्त होगा दक्षिणी तटीय ओड़ीशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों पर बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र जल्द ही अधिक सक्षम होते हुये 20 या 21 जून को तट को पार कर सकता है। इस प्रभावी निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिणी ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में अगले 24 घंटों के दौरान अच्छी बारिश हो सकती है। उससे बाद इसका प्रभाव पूर्वी राज्यों तक पहुंचेगा और पश्चिम बंगाल, बिहार तथा झारखंड में भी बारिश दर्ज की जाएगी। इसी समय पिछले कई दिनों से एक जगह स्थिर मॉनसून भी आगे बढ़ेगा। खासतौर पर मॉनसून की उत्तरी सीमा का पूर्वी छोर आगे बढ़ते हुये कई इलाकों में पहुँच सकता है। उधर मॉनसून की उत्तरी सीमा का पश्चिमी छोर जो इस समय काफी सक्रिय है, थोड़ी और प्रगति करते हुये गुजरात तथा मध्य प्रदेश के कुछ और इलाकों में जल्द दस्तक देगा।
अपडेट: 18 जून, 2015 1:10 PM (IST) मॉनसून 5 दिन से नहीं बढ़ा आगे दक्षिण पश्चिम मॉनसून की उत्तरी सीमा (NLM) पिछले 5 दिनों से एक ही जगह पर बनी हुई है, और इसने कोई प्रगति नहीं की है। NLM इस समय वेरावल, सूरत, उज्जैन, नरसिंहपुर, रायपुर, कलिंगापट्टनम, कृष्णानगर और दार्जिलिंग से होकर गुज़र रही है। स्काइमेट के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र अभी भी सशक्त होने की प्रक्रिया में हैं। इन दोनों चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के पूरी तरह से सक्रिय होने के बाद ही मॉनसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है। मॉनसून आमतौर पर बिहार में 10 जून को जबकि 15 जून को उत्तर प्रदेश में पहुँच जाता है, लेकिन अभी NLM एक ही जगह पर बनी हुई है जिससे इन भागों में मॉनसून के पहुँचने में कुछ और विलंब हो सकता है।
अपडेट: 17 जून, 2015 1:10 PM (IST) मॉनसून की उत्तरी सीमा स्थिर, 48 घंटों में बढ़ सकता है आगे दक्षिण पश्चिम मॉनसून 14 जून से एक जगह पर स्थिर है। इस समय मॉनसून की उत्तरी सीमा वेरावल, सूरत, उज्जैन, नरसिंहपुर, रायपुर, कलिंगापट्टनम, कृष्णानगर और दार्जिलिंग से होकर गुज़र रही है। बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बना हुआ है जो अभी भी व्यवस्थित नहीं है और यही मॉनसून को आगे बढ़ने से रोक रहा है। इस बीच अरब सागर में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है, जिसकी सक्रियता अगले 48 घंटों के बाद से स्पष्ट होगी। यह व्यवस्थित होने के बाद मॉनसून को आगे बढ़ने में मदद करेगा।
अपडेट: 16 जून, 2015 1:10 PM (IST) मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए मौसम अनुकूल गुजरात के कई हिस्सों, मध्य प्रदेश के बीच वाले भागों, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। इससे यह स्पष्ट है कि इन भागों में मॉनसून के पहुँचने के लिए मौसम सकारात्मक है, और यहाँ अब किसी भी समय जल्द ही मॉनसून दस्तक दे सकता है। इस बीच मॉनसून पश्चिमी तटीय भागों पर सक्रिय है। तटवर्ती कर्नाटक, कोंकण-गोवा और तटीय महाराष्ट्र में मध्यम से भारी वर्षा हो रही है। गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के जिन दक्षिणी भागों में मॉनसून पहुँच चुका है वहाँ भी अच्छी मॉनसूनी बारिश देखी जा रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक के होनावर में 67 मिलीमीटर, कोच्ची में 5 मिमी, राजकोट में 32 और इंदौर में 34 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मॉनसून का प्रदर्शन जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
अपडेट: 15 जून, 2015 1:10 PM (IST)देश के पश्चिमी और पूर्वी तटों पर मॉनसून सक्रिय बीते 24 घंटों के दौरान देश के पश्चिमी तटीय भागों में अच्छी बारिश हुई है। मुंबई में 55, कर्नाटक के होनावर में 46 और पणजी, गोवा में 43 मिलीमीटर दर्ज की गई है। देश के पूर्वी तटवर्ती भागों में भी अच्छी बारिश हुई है। तेलंगाना और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश देखी गई है। इससे यह संकेत मिलता है कि दक्षिण पश्चिमी मॉनसून इन भागों में सक्रिय बना रहेगा। इसके अलावा पूर्वी और मध्य भारत के भागों में भी भारी प्री-मॉनसूनी बारिश हुई है। जिन भागों में मॉनसून का इंतज़ार अभी किया जा रहा है उन भागों में हो रही प्री-मॉनसूनी बारिश के साथ साथ मौसम के अन्य पहलू मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल दिखाई दे रहे हैं।
अपडेट : 14 जून, 2015 3:30 PM (IST) आगे बढ़ा मॉनसून, दक्षिणी गुजरात व दक्षिणी ओड़ीशा में दी दस्तक
दक्षिण पश्चिमी मॉनसून आगे बढ़ा है। अब यह समूचे महाराष्ट्र में पहुंच गया है। साथ ही दक्षिणी गुजरात, मध्य प्रदेश के दक्षिणी और मध्य भागों, छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों और दक्षिणी ओड़ीशा में भी मॉनसून ने दस्तक दे दी है। देश के पश्चिम में यह वेरावल जबकि पूर्व में कलिंगापट्टनम तक पहुंच चुका है।
मॉनसून पश्चिमी तटवर्ती भागों में सक्रिय बना रहेगा। कर्नाटक और कोंकण गोवा के तटों पर भारी बारिश होने की संभावना है। दक्षिणी गुजरात से केरल तक एक ट्रफ बनी हुई है जिसके चलते महाराष्ट्र और गुजरात के भागों में भी बारिश हो रही है, जो सोमवार को भी जारी रह सकती है। देश के पूर्वी तटों पर भी मॉनसूनी गतिविधियां होंगी। ओड़ीशा और तटवर्ती आंध्र प्रदेश में मध्यम मॉनसूनी बारिश होने के आसार हैं।
इस समय मॉनसून की रेखा गुजरात के वेरावल से होते हुये सूरत, उज्जैन, नरसिंहपुर, रायपुर, कलिंगापट्टनम, कृष्णानगर और दार्जिलिंग पर बनी हुई है। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल के और भागों में भी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल है।
अपडेट : 11 जून, 2015 2:11 PM (IST) चक्रवात अशोबा भारतीय से दूर निकल गया है, मॉनसूनी बारिश में बढ़ोत्तरी संभव
चक्रवाती तूफान ‘अशोबा’ भारत के तटीय भागों को पीछे छोड़ते हुये आगे ओमान के पास पहुँच गया है। मध्य पूर्वी सागर में अशोबा जब से प्रभावशाली बन रहा था तब से इसने मॉनसून की लय बिगाड़ दी। अब इसके आगे निकलने से उम्मीद है कि मॉनसून फिर से जल्द ही अपनी लय पकड़ लेगा। अगले 48 से 72 घंटों के बाद प्रायद्वीपीय भारत में बारिश बढ़ सकती है। पश्चिमी तटीय भागों में हल्की बारिश होगी जबकि कर्नाटक के तटों पर स्थित शहरों में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। सम्पूर्ण भारत में 13 जून से बारिश के आसार
अपडेट : 10 जून, 2015 4:55 PM (IST) बंगलुरु और चेन्नई पहुंचा मॉनसून दक्षिण पश्चिमी मॉनसून आगे बढ़ते हुये कर्नाटक के दक्षिणी अंदरूनी इलाकों, तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी भागों में आगे निकलते हुये उत्तरी अंदरूनी कर्नाटक के भागों और रायलसीमा के कुछ हिस्सों तक आगे बढ़ गया है। मॉनसून की उत्तरी सीमा रेखा इस समय रत्नागिरी, बेल्लारी, अनंतपुर, चेन्नई, धुबरी और गंगटोक से होकर गुजर रही है।
अपडेट: 9 जून, 2015 6:30 PM (IST): मॉनसून 8 जून को पहुंचा गोवा, मुंबई में जल्द देगा दस्तक मॉनसून 8 जून को गोवा पहुँच चुका है। चक्रवाती तूफान 'अशोबा' के चलते पश्चिमी तटीय भागों में पहले से ही बारिश शुरू हो चुकी है। मुंबई में भी इस समय दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं। स्काइमेट का अनुमान है कि 11 से 13 जून के बीच देश की आर्थिक राजधानी में भी मॉनसून देगा दस्तक। मॉनसून पहुँचने से साथ ही गर्म और उमस भरे मौसम से मुंबई वालों को राहत मिलने के आसार हैं।
अपडेट: 8 जून, 2015 1:30 PM (IST): अरब सागर में गहरे दबाव का क्षेत्र बना चक्रवाती तूफान ‘अशोबा’ अरब सागर के दक्षिण पूर्व में पिछले कई दिनों से एक दबाव का क्षेत्र बना हुआ था। लेकिन इसकी क्षमता को देखते हुये अंदाज़ा लगाया जा रहा था कि यह गहरा दबाव का क्षेत्र बन जाएगा और शायद चक्रवात का भी रूप ले ले। इसके बढ़ते प्रभाव को देखते हुये स्काइमेट का रविवार से ही यह मानना था कि यह निश्चित रूप से चक्रवात बनेगा और धीरे धीरे भारत के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में अच्छी बारिश देगा। पूरा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
अपडेट: 7 जून, 2015 2:30 PM (IST): मॉनसून की शुरुआत और इसके प्रदर्शन के बीच कोई संबंध नहीं इस साल मॉनसून ने भारत की सर ज़मीं पर 5 जून दस्तक की। इसके आगाज में 5 की देरी हुई है। इस देरी के आधार पर कई लोग मान सकते हैं कि मॉनसून कमजोर होगा, लेकिन ऐसा है नहीं। इसकी पहले या देरी से या फिर समय से शुरुआत और इसके प्रदर्शन के बीच कोई सीधा सीधा संबंध नहीं है। पूरा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
अपडेट: 7 जून, 2015 2:30 PM (IST): केरल में मॉनसून की अच्छी शुरुआत, लेकिन घटी बारिश केरल में मॉनसून आने की आधिकारिक तौर पर घोषणा 5 जून को की गई लेकिन इससे 2 दिन पहले से ही बारिश केरल और आसपास के भागों को भिगो रही थी। 6 और 7 जून को केरल में अपेक्षाकृत कम बारिश दर्ज की गई। बारिश में कमी आने से यहाँ दिन और रात के तापमान में एक बार कुछ बढ़ोत्तरी देखी जाएगी। पूरा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
अपडेट: 5 जून, 2015 1:30 PM (IST): केरल पहुंचा मॉनसून यूं तो केरल में 2-3 जून से ही अच्छी बारिश हो रही है लेकिन मॉनसून के केरल पहुँचने की औपचारिक घोषणा आज की गई। सामान्य समय सीमा से 5 दिन देरी से इसने केरल की धरती पर दस्तक दी है लेकिन स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसमें 5 दिन की यह देरी कोई असामान्य बात नहीं है। मॉनसून के केरल पहुँचने की सामान्य समय सीमा 1 जून है लेकिन ये कभी मई के आखिरी हफ्ते में ही आ जाता है तो कभी जून का पहला हफ्ता भी बिन मॉनसून बीत जाता है। यानि कि केरल में 5 दिन की देरी से पहुँचने के आधार पर देश में इसके सामान्य या असामान्य प्रदर्शन का आंकलन अभी नहीं लगाया जा सकता है। उम्मीद पूरी तरह इसके सामान्य रहने की अभी भी बनी हुई है।
अपडेट: 4 जून, 2015 12:00 PM (IST): केरल में दस्तक देने को तैयार मॉनसून अगले दो दिनों में मॉनसून कभी भी केरल पहुँच सकता है। केरल और लक्षद्वीप के ऊपर बने बादल और इन भागों में हो रही बारिश मॉनसून की प्रगति के लिए पूरी तरह अनूकूल हैं। भारत जैसी वर्षा आधारित कृषि अर्थव्यवस्था के लिए मॉनसून जीवन रेखा है, जो इस समय भारत के मुहाने पर है और केरल को भीगोने के लिए तैयार है। पूरा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
Image Credit : Indian express