दिल्ली में कल 7 मई को इस साल 2024 का और इस सीज़न का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया। बेस वेधशाला सफदरजंग में तापमान 42°C की नई ऊंचाई पर पहुंच गया, जो सामान्य से लगभग 4°C अधिक है। जाफरपुर, नजफगढ़ और नरेला जैसे कुछ अन्य स्टेशनों पर तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे पहले सफदरजंग वेधशाला में 05 मई को अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना है, जिससे हवा के पैटर्न में थोड़ा बदलाव आएगा। जिसके बाद मौजूदा तेज़ सतही हवाएँ अगले कुछ दिनों में तापमान में कोई भी बढ़ोत्तरी रोक देंगी। हालाँकि, इस सप्ताह के दौरान पारा 40-41°C के आसपास बना रहेगा।
बढ़ेगी प्री-मानसून गतिविधि: कल 9 मई को ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने से उत्तरी राजस्थान और पंजाब पर चक्रवाती परिसंचरण बनेगा। इस परिसंचरण से एक झुकी हुई ट्रफ रेखा हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगी। इकट्ठी हुई गर्मी और ट्रफ की निकटता से इस सप्ताह के अंत में दिल्ली और उपनगरों में प्री-मॉनसून गतिविधि की संभावना बढ़ जाएगी।
14 मई के बाद बढ़ेगा पारा: दिल्ली/एनसीआर में अगले दो दिनों में गर्म और तेज़ सतही हवाएँ चलेंगी, जिसके बाद मौसम की स्थिति में बदलाव आएगा। 10 से 13 मई 2024 के बीच बारिश और तूफान की संभावना है। इस अवधि (10 से 13) के दौरान तेज सतही हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने, धूल उड़ने और दृश्यता कम होने की संभावना है। बिजली गिरने, गरज के साथ बौछारे पड़ने और कुछ देर के लिए तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम की अधिकांश गतिविधियाँ शाम और रात में होंगी। सुबह से दोपहर तक के समय बारिश में थोड़े समय के लिए ब्रेक लगेगा, अच्छी धूप के साथ तापमान उच्च 30 डिग्री तक बढ़ेगा और 40 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच सकता है। 14 मई और उसके बाद प्री-मानसून गतिविधि बंद हो जाएगी, इसके बाद पारे का स्तर तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।