राजधानी दिल्ली में कल यानी 9 अप्रैल को इस सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। सफदरजंग स्थित बेस वेधशाला ने कल का अधिकतम तापमान 38°C मापा, जो इस साल और सीज़न में अब तक का सबसे अधिक तापमान है। दिल्ली और एनसीआर की अन्य वेधशालाओं ने भी इसी तरह की रीडिंग दर्ज की है। नजफगढ़ और पीतमपुरा में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया।
नरेला में 40 के पार तापमान: वहीं, दक्षिणी दिल्ली के रिज क्षेत्र में तापमान थोड़ा कम रहा, जहां तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे अधिक तापमान नरेला में 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से लगभग 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। कुछ कमी होने के कारण इसमें सुधार किया जा सकता है। उच्च पारे का स्तर अगले 3 दिनों तक बरकरार रहेगा, उसके बाद पारे का स्तर गिरने की संभावना है।
हर साल अप्रैल में हाई तापमान: दिल्ली ने इससे पहले 29 मार्च 2024 को इस सीज़न का उच्चतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। इस साल अप्रैल में पारा पहली बार सोमवार 8 अप्रैल को 37 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जिसके बाद मंगलवार 9 अप्रैल को जल्द ही 38 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। 2009 के बाद से दिल्ली में हर अप्रैल में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, सिर्फ साल 2012 को छोड़कर। बता दें, 2012 के अप्रैल महीने में तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस पर रुक गया था।
40 तक तापमान पहुंचने की संभावना नहीं: सफदरजंग वेधशाला के दिल्ली तापमान रिकॉर्ड के अनुसार साल 2009, 2010 और 2022 में तीन बार राजधानी शहर में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। साल 2010 में उच्चतम 43.7 डिग्री सेल्सियस था। पिछले साल 2023 में अप्रैल महीने में उच्चतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस था। जिससे ऐसा लगता है अप्रैल 2024 भी इसी राह पर है, क्योंकि कम से कम 20 अप्रैल तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना नहीं है।
तापमान में उतार-चढ़ाव के आसार: पश्चिमी विक्षोभ के सहयोग से एक चक्रवाती परिसंचरण पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों और सीमावर्ती क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा आने की संभावना है, जो राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली से होकर गुजरेगी और पूर्व की ओर आगे बढ़ेगी। 12 अप्रैल को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। इससे सर्कुलेशन भी मजबूत होगा। हालांकि, अगले 3 दिनों में दिन का तापमान बढ़कर 38-39 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच सकता है, लेकिन 13 अप्रैल से इसमें गिरावट आने की उम्मीद है।
भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि: पश्चिमी विक्षोभ और परिसंचरण के मिलजुले असर और ट्रफ के समर्थन से दिल्ली/एनसीआर में 13 से 15 अप्रैल के बीच बारिश का दौर आएगा। बारिश की शुरुआत 12 अप्रैल को हल्की और छिटपुट गतिविधियों के साथ शुरु हो सकती है। बता दें, सप्ताह के आखिर मे होने वाली मौसमी हलचल सामान्य प्री- मानसून गतिविधि होगी, जो इस सीजन की पहली गतिविधि होगी। एनसीआर के पूरे क्षेत्र में तेज हवाओं, बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी जेट स्ट्रीम और ऊपरी वायुमंडल में एक गहरे ट्रफ के कारण कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है। रविवार, 14 अप्रैल को भारी मौसम गतिविधि( बारिश,तेज हवाएँ, आँधी, तूफान) होने की उम्मीद है।