चक्रवात फेंजल के अवशेष, जो अब एक गहरे दबाव के रूप में हैं, तमिलनाडु और केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश ला रहे हैं। यह प्रणाली अब कमजोर होकर उत्तर आंतरिक तमिलनाडु में एक चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में परिवर्तित हो गई है। इसके दक्षिण-पूर्व और सटे हुए पूर्व-मध्य अरब सागर की ओर उत्तर केरल और कर्नाटक तट के पास 3 दिसंबर के आसपास बढ़ने की संभावना है।
तमिलनाडु में भारी बारिश से राहत: तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों में अगले 24 घंटों तक मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। बीते 24 घंटों में तमिलनाडु के धर्मपुरी में 162 मिमी, सेलम में 60 मिमी, और तिरुपत्तूर में 73 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि, 24-48 घंटों के बाद तमिलनाडु में बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे कम हो सकती हैं।
केरल में भारी बारिश का खतरा: केरल के कई जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। बीते 24 घंटों में, कोच्चि में 146 मिमी और कोझिकोड में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई। केरल में 4 दिसंबर तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। तटीय इलाकों में बाढ़ और जलभराव की संभावना को देखते हुए स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
अरब सागर में नया निम्न दबाव क्षेत्र: अरब सागर में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है, जो धीरे-धीरे गहराता हुआ दिख सकता है। हालांकि, इसके पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण यह केरल, कर्नाटक या महाराष्ट्र के तटों पर किसी भी तरह का खतरा पैदा नहीं करेगा। 5 दिसंबर के बाद इन क्षेत्रों में मौसम स्थिर रहने की संभावना है।
निवासियों के लिए सलाह: विशेष रूप से केरल के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बाढ़ और अन्य मौसम संबंधी खतरों से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहें। समय- समय पर मौसम की स्थिति से अपडेट रहें।