झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बना गहरा दबाव कमजोर होकर अब डिप्रेशन दबाव में बदल गया है। डिप्रेशन के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए मध्य प्रदेश के ऊपर स्थित होने की संभावना है। वहीं, डिप्रेशन के और ज्यादा कमजोर होकर उत्तर-पश्चिमी एमपी और इससे सटे दक्षिण-पश्चिमी यूपी के ऊपर एक मजबूत निम्न दबाव में बदलने की संभावना है। हो सकता है कि यह मौसम प्रणाली आगे न बढ़े और अगले 3-4 दिनों में भूमि पर पानी भर जाए और मौसमी मानसून ट्रफ में शामिल हो जाए।
इन क्षेत्रों से मानसून की वापसी: इस डिप्रेशन का सबसे अधिक असर मौसम प्रणाली के दाई ओर और सामने वाले हिस्से में रहेगा। आमतौर पर मानसून डिप्रेशन के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में अधिक मौसम गतिविधि (बारिश) होती है। इसका मतलब है कि यह डिप्रेशन बहुत दूर तक नहीं जाएगा और उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिण पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर मुड़ने की संभावना है। पिछली मौसम प्रणाली भी इसी स्थान से मुड़ी थी और पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड की ओर बढ़ गई थी। यह सामान्य है कि एक के बाद एक आने वाली मौसम प्रणालियाँ पिछले ट्रैक से आगे नहीं जातीं है, और जल्दी ही क्षेत्र से मानसून की धीरे-धीरे वापसी का संकेत देती है।
भारी बारिश के साथ बाढ़: डिप्रेशन और इसके कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में बदलने से अगले दो दिनों में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश (मौसम गतिविधि) होगी। इस प्रणाली का असर दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों तक भी फैल सकता है। इन क्षेत्रों में अगले दो दिनों में व्यापक रूप से बारिश और गरज के साथ बौछारें होने की उम्मीद है। कुछ जगहों पर तूफानी मौसम की स्थिति रहेगी, जिससे जलभराव और स्थानीय बाढ़ की समस्या हो सकती है। तीसरे दिन से बारिश कम हो जाएगी और फिर इन क्षेत्रों की मौसम स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।
खतरे वाले स्थान: मध्य प्रदेश के सतना, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दतिया, भिंड, मुरैना और बुंदेलखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का खतरा है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, झांसी, ललितपुर, महोबा, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, इटावा और दिल्ली के साथ उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के सीमा क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के साथ जलभराव का गंभीर स्थिति हो सकती है।
तूफानी स्थिति और गंभीर मौसम: अगले दो दिनों में यूपी और एमपी दोनों राज्यों के इन स्थानों पर भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। कुछ स्थानो पर तूफानी स्थिति के साथ गंभीर मौसम होगा, जिसके कारण बाढ़ और स्थानीय बाढ़ आएगी। जो कनेक्टिविट पर असर और यातायात बाधित। जिससे आवागमन प्रभावित हो सकता है। तीसरे दिन से बारिश कम हो जाएगी और उसके बाद बाद मौसम काफी सुधार होगा।