पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बारिश की उपस्थिति काफी हल्की बनी हुई है। अगले चार से पांच दिनों के दौरान स्थितियों में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है। हालांकि सप्ताहांत तक मौसम की स्थिति में परिवर्तन आ सकता है।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, 22 से 26 सितंबर के बीच उत्तराखंड में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। उस दौरान एक या दो बार भारी बारिश की भी संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में 23 सितंबर और 26 सितंबर के मध्य में भारी बारिश होगी और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।
राज्य के बहुत से इलाकों में व्यापक भूस्खलन / मिट्टी के टीले गिरने की आशंका है। बादल फटने की घटनाएं और बाढ़ की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। वास्तव में, दोनों पड़ोसी राज्यों में ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी की भी उम्मीद है।
हालांकि इस बीच, जम्मू-कश्मीर में केवल हल्की बारिश होगी, जबकि एक या दो जगहों पर सामान्य बारिश देखने को मिल सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, एक नये पश्चिमी विछोभ के 21 सितंबर तक पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करने की संभावना है। साथ ही, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र भी देश के मध्य इलाकों तक पहुंच जाएगा और उत्तरी मध्य प्रदेश से उत्तराखंड तक, एक ट्रफ का निर्माण होगा।
ट्रफ और पश्चिमी विछोभ के आपस में मिलने से आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक बारिश होगी और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।