कोंकण और गोवा मानसून के मौसम में सबसे अधिक बारिश वाले क्षेत्रों में से हैं। पश्चिमी तट पर केरल, तटीए कर्नाटक, कोंकण और गोवा दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान सबसे ज्यादा मौसमी बारिश में योगदान करते हैं। लेकिन, जून के महीने में अन्य दो उपखंड़ों में बारिश की कमी रही। कोंकण और गोवा सामान्य बारिश के कोट के साथ तालमेल बिठा सके। बता दें, जून के महीने में गोवा में मासिक सामान्य 870 मिमी की तुलना में सिर्फ 824 मिमी ही बारिश दर्ज की गई। वहीं, पूरे मानसून के सीजन में जुलाई सभी महिनों की तुलना में जुलाई सबसे अधिक वर्षा वाला होता है। जिसमें औसत मासिक बारिश 995 मिमी होती है।
गोवा में मानसून सीज़न की विशेषताएँ: गोवा की जलवायु उष्णकटिबंधीय( बहुत गर्म और उमस) है, यहां पूरे साल गर्मी रहती है। जिसमें लंबा और धूप वाला मौसम होता है, जो लगभग अक्टूबर के बीच से शुरू होकर मई के मध्य तक चलता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण वर्षा ऋतु लगभग मई के आखिर से अक्टूबर के मध्य तक चलती है। गोवा में मानसून के मौसम की विशेषता है उमस भरा मौसम, लगातार बादल छाए रहना और बार-बार बारिश, जो लगभग हर दिन होती है और कभी-कभी मूसलाधार भी होती है। गौरतलब है गोवा एक पूर्व पुर्तगाली एन्क्लेव है, जो पणजी, मडगांव और मोरमुगाओ मुख्या शहरों के साथ सबसे छोटा राज्य है। बता दें, मानसून के मौसम में गोवा में हर दिन धूप औसतन मुश्किल से 3-4 घंटे निकलती है।
इन पांच दिन बारिश के आसार: पश्चिमी तट पर मानसून लहर बहुत मजबूत नहीं है। अगले करीब 10 दिनों तक इन स्थितियों में बड़ा बदलाव नहीं आने की संभावना है। हालांकि, मामूली उतार-चढ़ाव के बावजूद, बारिश ज्यादातर मध्यम से हल्की होगी। लेकिन, बीच-बीच में बहुत थोड़े समय के लिए अचानक से तेज बारिश हो सकती है। अरब सागर से आने वाली मानसूनी पछुआ हवाएँ वास्तव में बहुत तेज नहीं होती हैं। इसीलिए 04 से 07 जुलाई के बीच मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
गोवा में बारिश का पूर्वानुमान: इस बीच अगले सप्ताह की शुरुआत में बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है, जो देश के मध्य भागों की ओर बढ़ रहा है। यह बहुत मजबूत प्रणाली नहीं है, फिर भी गोवा तट पर हवा के प्रवाह को तेज करने के लिए काफी है। 08 और 09 जुलाई की को तीव्रता और फैलाव बढ़ने के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है। अगले सप्ताह के मध्य में ये हवाएँ धीमी हो जाएंगी और इसलिए सप्ताह के बचे दिनों में वर्षा हल्की हो जाएगी।
फोटो क्रेडिट: द स्टैट्समैन