बेंगलुरु में पिछले एक हफ्ते से भारी बारिश हो रही है। कुछ समय तो बारिश इतनी तेज हुई कि शहर में जलभराव की स्थिति भी देखने को मिली। शहर के वेधशाला में पिछले 24 घंटों में 62 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 16 अक्टूबर को दर्ज की गई 66 मिमी बारिश के लगभग बराबर है। बेंगलुरु ने अब तक कुल 234.4 मिमी बारिश प्राप्त की है, जो अक्टूबर महीने के सामान्य 168.3 मिमी के औसत को पार कर चुकी है। सितंबर, जो आमतौर पर सबसे ज्यादा बारिश वाला महीना होता है, इस बार सूखा और गर्म रहा, केवल 23.4 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 234.4 मिमी के मुकाबले काफी कम थी। अक्टूबर ने इस कमी की कुछ हद तक भरपाई की है और अच्छी खबर यह है कि आने वाले चार दिनों तक और बारिश होने की संभावना है।
कई मौसम प्रणालियों का प्रभाव: अगले चार दिनों तक इस बारिश के सिलसिले को कई मौसम प्रणालियाँ मिलकर बनाए रखेंगी। पश्चिम-मध्य अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, हालांकि यह भारतीय तट से दूर जा रहा है। पूर्व-मध्य अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में एक और परिसंचरण बनने की संभावना है। इसके अलावा, आंध्र-तमिलनाडु तट के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। अंत में, पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र भी सक्रिय है। ये प्रणालियाँ दक्षिण भारत में हवाओं के पैटर्न को नियंत्रित कर रही हैं और इस क्षेत्र में उत्तर-पूर्व मानसून को सक्रिय बनाए हुए हैं।
बेंगलुरु में बारिश का सिलसिला: बेंगलुरु भी इन परिसंचरणों को जोड़ने वाली पूर्व-पश्चिम धुरी पर स्थित है। इस पैटर्न में मामूली बदलाव के साथ बारिश की स्थिति बनी रहेगी। आज फिर से अच्छी बारिश की उम्मीद है और 23 अक्टूबर को भी इसी तरह की बारिश हो सकती है। अगले दो दिनों में बारिश की तीव्रता कम होगी और उस दिन न्यूनतम गतिविधि की संभावना है। इसके बाद, मानसूनी बारिश इस महीने के अंत तक कम हो सकती है।