पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली में मानसूनी बारिश की कमी देखी जा रही है। 28 जून को मानसून आने के दिन हुई भारी बारिश के बाद लगभग ना बराबर बारिश हुई है। हालांकि, बारिश के अनुकूल परिस्थियां बनने के बावजूद भी बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। पिछले 2 दिन पूरी तरह सुखे बन रहे। हालाँकि, आज शाम और रात में अच्छी बारिश होने की संभावना पिछले दिनों की तुलना में बेहतर है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली से लेकर भारत-गंगा के मैदानी इलाकों में गंगीय पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है। कमजोर चक्रवाती परिसंचरण दिल्ली हरियाणा क्षेत्र के आसपास निचले स्तर पर ट्रफ में बना हुआ है। हालाँकि, इस सप्ताह के आखिर तक ट्रफ रेखा उत्तर और दक्षिण में मामूली रूप से गति करेगी, लेकिन मोटे तौर पर इस क्षेत्र में घूमेगी।
आगे के दिनों में दिल्ली का मौसम: अगले 5-6 दिनों तक दिल्ली व उपनगरों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। बारिश की तीव्रता और फैलाव आज ज्यादा रहने की उम्मीद है। शाम और रात के शुरुआती घंटों में तेज हवाओं के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है। उम्मीद है कि बारिश इतनी तेज होगी कि निचले इलाकों और अंडरपासों में पानी भर जाएगा, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, देर रात में मौसम की गतिविधियां धीमी हो जाएंगी।
जुलाई से ज्यादा बारिश अगस्त में: इस सप्ताह के दौरान दिन का तापमान गिरकर 30 डिग्री तक और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। बता दें, मानसून सीजन में जुलाई और अगस्त सबसे अधिक बारिश वाले महीने हैं। जिसमें अगस्त महीने में जुलाई की तुलना में ज्यादा बारिश होती है। सफदरजंग वेधशाला के रिकॉर्ड के अनुसार जुलाई में औसतन लगभग 210 मिमी वर्षा होती है। वहीं, मौजूद सप्ताह के दौरान औसतन बारिश का एक अच्छा हिस्सा देखने को मिल सकता है। वहीं, इस दौरान दिल्ली में लगातार बादल छाए रहेंगे और मौसम की स्थिति सुहावनी रहेगी। लेकिन, बारिश नहीं होने के कारण उच्च आर्द्रता परेशानी बढ़ा सकती है।
फोटो क्रेडिट: पीटीआई