इस जुलाई में मुंबई में ऐसी बारिश हो रही है जैसी पहले कभी नहीं हुई। 25 जुलाई तक मुंबई में पहले ही 1543.7 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो जुलाई की औसत बारिश 840.7 मिमी को पार कर गई है। वहीं, जुलाई के अभी पांच दिन बाकी हैं। मुंबई में लगातार हो रही बारिश के कम होने के कोई संकेट दिखाई नहीं दे रहे हैं। गौरलतब है, मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में अगले 3-4 दिनों में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है।
मुंबई हो रही बारिश का कारण: बता दें, अभी हो रही मूसलाधार बारिश सिर्फ मुंबई तक सीमित नहीं है। बल्कि, पूरा कोंकण क्षेत्र और गोवा जून के अंत से ही मूसलाधार बारिश का सामना कर रहे हैं। दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक फैले एक अपतटीय ट्रफ के साथ-साथ गुजरात पर एक चक्रवाती परिसंचरण ने भारी वर्षा की परिस्थितियाँ बना दी हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित होने वाली और मध्य भारत की ओर बढ़ने वाली लगातार मौसम प्रणालियों ने बारिश को और तेज कर दिया है।
कई इलाकों में बाढ़ का खतरा: हरनाई, सतारा, सांगली, पुणे, ठाणे, दहानू, महाबलेश्वर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और गोवा जैसे शहर भारी बारिश का खामियाजा भुगत रहे हैं। दुर्भाग्य से, कम से कम एक और सप्ताह तक बारिस से कोई राहत मिलने के आसार नहीं हैं। इन क्षेत्रों के निवासियों को फ्लैश फ्लड और स्थानीय बाढ़ के लिए तैयार रहना होगा, जो दैनिक जीवन को बाधित कर सकती है।
जल संसाधनों के लिए वरदान: जहां लगातार बारिश ने असुविधा पैदा की है, वहीं यह क्षेत्र के जल संसाधनों के लिए वरदान साबित हो रही है। भारी बारिश से जलाशयों का स्तर काफी बेहतर होने और भूजल पुनर्भरण (रिचार्ज) होने की उम्मीद है। जिससे क्षेत्र के कुछ हिस्सों में चल रहे जल संकट से राहत मिल सकती है। हालांकि, स्थिति गंभीर बनी हुई है, इसलिए अधिकारियों और निवासियों को सतर्क रहने की जरूरत है। जान-माल की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
फोटो: इंडिया टुडे