पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश में गर्मी होगी कम, कई राज्यों को मिलेगी राहत

May 3, 2024 5:30 PM | Skymet Weather Team

देश के पूर्वी राज्य और दक्षिणी प्रायद्वीप(दक्षिण भारत) के अंदरूनी हिस्से पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक गर्मी की चपेट में हैं। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्से भीषण गर्मी से प्रभावित हैं। पश्चिम बंगाल और झारखंड के अंदरुनी इलाकों में 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान है। वहीं, आंध्र प्रदेश का रायलसीमा क्षेत्र भी पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी झेल रहा है। इस मौसम में चिलचिलाती गर्मी से बुरी तरह प्रभावित अधिकांश हिस्सों में अलग-अलग स्तर की राहत मिलने की संभावना है।

कई मौसम प्रणाली देंगी बारिश: अगले सप्ताह के दौरान देश के बड़े हिस्से में गर्मी को कम करने और सूखे के संकट को खत्म करने के लिए कई मौसम प्रणालियाँ एक साथ आएंगी। 06 मई को बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। यह फीचर लगभग 4-5 दिनों तक पूर्वी राज्यों में घूमता रहेगा। यह परिसंचरण बंगाल की खाड़ी से नम हवाएँ खींचेगा। इसके अलावा, यह सिस्टम भारत के गंगा के मैदानी इलाकों के साथ चिह्नित ट्रफ से भी जुड़ेगा। बंगाल की खाड़ी में प्रतिचक्रवात भी गर्म और नम हवाओं को बढ़ावा देगा। एक साथ काम करने वाली कई मौसम प्रणालियाँ, देश के पूर्वी और मध्य भागों में बड़े पैमाने पर प्री-मॉनसून तूफ़ानी गतिविधियों को बढ़ावा देंगी।

इन राज्यों में होगा असर: मानसून पूर्व प्रायद्वीपीय भारत ट्रफ, एक अर्ध स्थायी विशेषता, दोबारा बन रही है। दक्षिण पश्चिम खाड़ी से दक्षिणी हवाओं की तेज़ धारा दक्षिणी राज्यों में बहुप्रतीक्षित तूफान गतिविधि शुरू करने का काम करेगी। दोलनशील ट्रफ रेखा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों पर असर करेगी। महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों पर बहुत थोड़े समय के लिए मौसम का असर होगा। वहीं, गुजरात राज्य में बहुत बड़े पैमान पर बारिश का असर नहीं होगा और मौसम की मार से बच जाएगा।

भयंकर बारिश के साथ ओलावृष्टि: पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में गंभीर मौसम गतिविधि(बारिश) की संभावना है। यह मौसम बिहार के पठार, छोटा नागपुर क्षेत्र, गंगीय पश्चिम बंगाल में तेज हवाओं के साथ तेज आंधी और बिजली गिरने के लिए जाता है। 07 से 09 मई 2024 के बीच इन क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में खराब मौसम की स्थिति होने की उम्मीद है। कुछ स्थानों पर हानिकारक ओलावृष्टि होने की संभावना है। मौसम प्रणाली का बचा हुआ असर छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ इलाकों पर होगा।

दक्षिण में तूफान की संभावना: दक्षिणी भागों में प्री-मानसून तूफानों का व्यापक प्रसार होगा, जो एक साथ कई क्षेत्रों को कवर करेगा। इस तूफान से गर्मी से प्रभावित रायलसीमा, कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु के क्षेत्रों में परेशान करने वाली स्थिति से राहत मिलेगी। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों और तमिलनाडु की सीमा से लगे केरल के दूरदराज के हिस्सों में गंभीर तूफान की संभावना है।

इस अवधि के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों से लू की स्थिति कम होने की संभावना है। मई का दूसरा सप्ताह अधिकांश भागों के लिए आरामदायक रहेगा, खासकर पूर्वी राज्यों में जहां भीषण गर्मी पड़ रही है। दोबारा गर्मी की स्थिति बनने के लिए ताजा निर्माण की जरूरत होगी। इनके मई के दूसरे पखवाड़े तक फैलने की संभावना है।

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