देश के कई हिस्से पिछले एक हफ्ते से भीषण गर्मी की चपेट में हैं। इससे भी ज्यादा जरूरी बात यह है कि दक्षिण भारत के पूर्वी हिस्सों और अंदरूनी हिस्सों में इतनी भंयकर गर्मी पड़ रही है कि पारा 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को भी लगातार भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी से जूझ रहे इन राज्यों को राहत मिलने की संभावना है। कुछ हिस्सों में आज 6 मई से ही मौसम का असर शुरू हो जाएगा और अगले 5 दिनों में देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर लेगा। इस हल्की बारिश के दौर में उत्तरी गुजरात, सौराष्ट्र, कच्छ और राजस्थान के कुछ हिस्सों को छोड़ा जा सकता है।
तूफानी स्थिति के साथ ओलावृष्टि: देश के विभिन्न भागों में गर्मी की विकट परिस्थितियों को कम करने के लिए अनेक मौसम प्रणालियाँ अपना योगदान देंगी। हालांकि, कई क्षेत्रों में एक साथ लेकिन समान अवधि के लिए बारिश नहीं हो सकती है। देश के बड़े हिस्से में 3-5 दिनों तक गर्मी से राहत रहेगी। देश के कुछ हिस्सों में भारी मौसम गतिविधि और तूफानी स्थिति की संभावना है। कुछ इलाकों में ओलावृष्टि और बिजली गिरना खतरा बन सकता है।
बारिश की बन रही मौसम प्रणाली: छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण की संभावना है। इस सुविधा को बंगाल की खाड़ी से नमी मिलेगी। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तरी मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों से बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक फैलेगी। प्रायद्वीपीय भारत(दक्षिण भारत) के अंदरूनी हिस्सों में एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ रेखा चलेगी। 09 मई को एक और पश्चिमी विक्षोभ के आगमन के साथ उत्तर भारत में गर्मी का बढ़ना रुक जाएगा।
कौन से राज्य में कब बारिश: इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से देश के कई हिस्सों में बहुत व्यापक बारिश गरज के पड़ेगी। गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 06 से 08 मई के बीच भारी बारिश और तूफान की उम्मीद है। कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने और ओलावृष्टि का खतरा है। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड में 06 से 10 मई के बीच तूफान की स्थिति हो सकती है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 09 से 11 मई के बीच मौसम की गतिविधि की उम्मीद की जा सकती है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तेलंगाना सहित देश के दक्षिणी हिस्सों में 07 से 14 मई के बीच तेज हवाओं और बिजली के साथ प्री-मानसून गरज के साथ बारिश होगी।
खड़ी फसल पर होगा असर: अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग समय पर गर्मी की लहर कम होने की संभावना है, जिससे कम से कम कुछ दिनों के लिए राहत मिलेगी। लोग जान-माल के नुकसान के प्रति सावधानी बरतें। तेज आंधी, हवाओं और ओलावृष्टि के साथ भयंकर बिजली चमकने की संभावना है, खासकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल को ध्यान से देखने की जरूरत है। कुछ खड़ी फसलें भी खराब मौसम की चपेट में आ सकती हैं। गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में गर्मी का प्रकोप जारी रह सकता है, हालांकि यह पहले की तरह उतना भीषण नहीं होगा।