इस सप्ताह के दौरान उत्तर भारत के मैदानी इलाके गर्मी की चपेट में रहेंगे। वहीं, कुछ इलाकों में भीषण हीटवेव का असर होगा। इस भीषण और चिलचिलाती गर्मी से तुरंत राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। क्योंकि, यह चिलचिलाती गर्मी अगले सप्ताह तक भी जारी रह सकती है। इस दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तरी राजस्थान और दिल्ली में लगातार भीषण गर्मी जारी रहेगी। वहीं, कुछ स्थानों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार करने की उम्मीद है। बता दें, पूर्वी राज्य बिहार और झारखंड भी अत्यधिक गर्मी की चपेट में हैं और पारा 40 के पार चल रहा है।
पहाड़ी इलाकों में भी गर्मी की लहर: कमजोर पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी वायु प्रणाली के रूप में पहाड़ी राज्यों में बिना कोई खास असर डालते हुए आगे बढ़ रहा है। उत्तरी पहाड़ों के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर पहुँच गई है। बनिहाल, भद्रवाह, चंबा, धर्मशाला, कुल्लू, मंडी, नैनीताल, टिहरी इन क्षेत्रों में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक हैं, जो पहाड़ों में गर्मी की लहर का मानक है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शुष्क और गर्म उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलती हैं, जो सीमा पार से गर्मी लाती हैं।
इन इलाकों में अधिक तापमान: सीमा रेखा के साथ पंजाब के हिस्से और राजस्थान से सटे हरियाणा क्षेत्र बाकी हिस्सों की तुलना में अधिक गर्म हैं। पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, बठिंडा, फिरोजपुर, फाजिल्का, हिसार, नारनौल, रोहतक, सिरसा, कुरूक्षेत्र, गंगानगर, सूरतगढ़, अनूपगढ़, बुलन्दशहर, अलीगढ, हमीरपुर, प्रयागराज, फुरसतगंज और वाराणसी में पारा 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। इनमें से कुछ स्टेशनों पर पारा स्तर 44°-45°C दर्ज किया गया है।
आँधी/ तूफान भी नहीं देंगे राहत: इस सप्ताह के आखिर तक पूरे उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। वहीं, कुछ इलाकों में गर्मी का असर गंभीर भी हो सकता है। 14 और 15 जून को पंजाब के तलहटी इलाकों और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अलग-अलग धूल भरी आंधी/तूफान आने की संभावना है। हालांकि, मौसम की यह गतिविधि क्षेत्र में प्रचंड गर्मी से राहत दिलाने के लिए काफी नहीं होगी।