उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में सप्ताहांत तक लू का प्रकोप

June 14, 2024 9:00 AM | Skymet Weather Team

देश के अधिकांश हिस्से जहां अभी तक मानसून नहीं पहुंचा है, वे भीषण गर्मी की चपेट में हैं। उत्तर भारत पिछले एक महीने से अधिक समय से प्रचंड गर्मी का सामना कर रहा है। यहां तक ​​कि पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित पूर्वी हिस्से भी भीषण गर्मी की चपेट में आ गए हैं।

इन हिस्सों में तापमान 45 डिग्री: वाराणसी, फुर्सतगंज, प्रयागराज, डेहरी, औरंगाबाद, गया और डाल्टनगंज जैसे कुछ हिस्सों में पारा का स्तर 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। प्रयागराज में कल (11मई) 47.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो देश में सबसे अधिक था। चिलचिलाती गर्मी वाले कुछ अन्य स्थानों में लखनऊ, कानपुर, बहराईच, ग़ाज़ीपुर, गोरखपुर, पटना, छपरा, रांची, जमशेदपुर, पाकुड़ शामिल हैं।

मानसून नहीं पहुंचने पर भीषण गर्मी: देश के पूर्वी भागों में मानसून के आगे बढ़ने में देरी होती दिख रही है। शुरुआत के बाद पिछले 2 हफ्ते से मानसून की उत्तरी सीमा रुकी हुई है। सामान्य परिस्थितियों में मानसून को पश्चिम बंगाल और बिहार-झारखंड के कुछ हिस्सों तक आगे बढ़ना चाहिए था। बिहार राज्य में 15 जून तक सबसे पहले मानसून का आगमन होता है। ऐसा लगता है कि इस बार यह समय सीमा पार हो जाएगी। इस कारण कई हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप लगभग अगले एक सप्ताह तक जारी रह सकता है।

इन दिन के बाद कम होगी गर्मी: 12 से 16 जून के बीच देश के पूर्वी हिस्सों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की उम्मीद है। वहीं, मानसून को आगे ले जाने के लिए समुद्र के ऊपर कोई बड़ा सिस्टम बनने की संभावना नहीं है। लेकिन, 17 जून के आसपास उत्तर पश्चिम बंगाल, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक इन-सीटू चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इस विशेषता के कारण मानसून का इंतजार कर रहे भागों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। 18 से 21 जून के बीच इसकी बारिश की तीव्रता और प्रसार और अधिक बढ़ जाएगा। इस दौरान भारत के गंगा के मैदानी इलाकों में मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है। 16 जून 2024 के बाद इन भागों में गर्मी का प्रकोप कम हो जाएगा।

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