मौजूदा समय में पश्चिमी तट पर गुजरात, पूर्वी हिस्से में पश्चिम बंगाल और ओडिशा देश के सबसे गर्म क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों के साथ कम्पटीशन (competition) करते हुए, आंध्र प्रदेश के अंदर के हिस्सों में भी तेज तापमान देखा गया है। नांदयाल में पारा 44.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीज़न का अब तक का सबसे अधिक तापमान है।
गुजरात और ओडिशा सबसे गर्म: जबकि गुजरात में, अहमदाबाद के साबरमती शहर में तापमान 43°C को पार कर 43.7°C रिकॉर्ड किया गया। जो इस सीज़न का सबसे अधिक तापमान है। इस मामले में ओडिशा राज्य में पीछे नहीं है। भुवनेश्वर और अंगुल में कल 18 अप्रैल को तापमान 43°C को पार कर गया। वहीं, टिटलागढ़, संबलपुर और मल्कानगिरी सहित ओडिशा के अंदरूनी हिस्सों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। जिस कारण पिछले कुछ दिनों से इन भागों में लू चल रही है।
पश्चिम बंगाल में भी पारा 40 पार: यहां तक कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के बांकुरा, पानागढ़ और मिदनापुर के कई हिस्से गर्मी से सुलग रहे हैं, क्योंकि पारा 41 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कुछ ही दूरी पर बना हुआ है। 18 अप्रैल को दमदम हवाई अड्डा वेधशाला ने कोलकाता को तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है। बता दें, अगले सप्ताह की शुरुआत में पूर्वी राज्यों को कुछ राहत मिलने वाली है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: प्री मॉनसून प्रायद्वीपीय ट्रफ़ के विस्तार के एक भाग के रूप में एक चक्रवाती परिसंचरण, 20 अप्रैल को उत्तरी तेलंगाना, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और इससे सटे ओडिशा पर आ रहा है। इसके बाद यह यह पूर्व की ओर चला जाएगा और 21 अप्रैल को तट के करीब पहुंच जाएगा। बंगाल की खाड़ी के ऊपर प्रतिचक्रवात परिसंचरण क्षेत्र में नम हवा को बढ़ावा देगा। जिसके बाद क्षेत्रों में लगातार बनी रहने वाली गर्मी बारिश और आँधी को बढ़ावा देगी।
ओडिशा में आँधी-तूफान के साथ ओले: वहीं, ओडिशा में गर्मी से 21 अप्रैल से कुछ राहत मिल सकती है। क्योंकि, मौसम गतिविधियाँ( लू, गर्म हवाएं) 21 अप्रैल तक ही जारी रहेगी। उसके बाद ओडिशा में बारिश, आँधी तूफान की गतिविधियाँ शुरु हो जाएंगी। जो 25 अप्रैल तक जारी रहेगी और अगले दिन 26 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी। इस अवधि के दौरान राज्य में तेज हवाओं के साथ आँधी-तूफान के अलावा कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है।
पश्चिम बंगाल में छिटपुट बारिश: गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में 22 और 23 अप्रैल को छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी। जिनका प्रसार 24 अप्रैल को कम हो जाएगा और दीघा, कोंटाई, डायमंड हार्बर आदि जैसे चरम दक्षिणी भागों तक सीमित हो जाएगा। इसके बाद 25 अप्रैल को मौसम गतिविधियाँ पश्चिम बंगाल से हट जाएंगी। जिससे सप्ताह के बाकी दिनों में मौसम साफ रहेगा।