देश के पूर्वी हिस्सों में लू चल रही है। पूर्वी सिंहभूम-झारखंड का बहरागोड़ा क्षेत्र कल 21 अप्रैल को 46 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा। गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से भी पिछले 2-3 दिनों से भीषण गर्मी की चपेट में हैं। उड़ीसा के निकटवर्ती हिस्से भी तेज धूप से तप रहे हैं।
कई क्षेत्रों में पारा 44 के पार: बारीपदा क्षेत्र, 45.2 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ गर्म स्थान था, जो एक दिन पहले पूरे देश में सबस गर्म था। हालांकि, कल 21 अप्रैल को तापमान में मामूली गिरावट हुई, जिसके बाद तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। साथ ही बांकुरा, मालदा, पानागढ़, पुरुलिया अत्यधिक गर्मी की चपेट में थे और पारा औसत से 5-6 डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुंच गया था। जिससे इन इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप था।
हल्की बारिश से राहत नहीं: पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई है। ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, भवानीपटना जैसे अंदरूनी इलाकों में भी हल्की बारिश हुई। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में भी हल्की फुहारें पड़ी। हालांकि, ये बारिश गर्मी और लू से कोई बड़ी राहत देने के लिए काफी नहीं है। क्योंकि, मौसम की अधिकांश गतिविधियाँ( बारिश, आँधी, तेज हवा, ओले) देर शाम और रात में होती हैं। सुबह आसमान साफ होने से पारा चढ़ने लगता है और अधिकांश स्थानों पर 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: एक ट्रफ रेखा विदर्भ से प्रायद्वीप(दक्षिण भारत) के आंतरिक भागों से होते हुए तमिलनाडु तक फैली हुई है। आंध्र-ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक प्रतिचक्रवात गहरे अंतर्देशीय नम हवा को पंप कर रहा है। बता दें, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ-साथ प्री मॉनसून गतिविधि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों तक बढ़ेगी। ओडिशा राज्य में 22 से 24 अप्रैल के बीच छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।
बहुत हल्की बारिश की संभावना: बादलों का दायरा गंगीय पश्चिम बंगाल के चरम दक्षिणी हिस्सों तक फैल जाएगा। लेकिन, बहुत हल्की मौसम गतिविधि के साथ। तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी, जिससे थोड़ी राहत मिलेगी। 25 अप्रैल को ओडिशा में भी बारिश की तीव्रता और प्रसार कम हो जाएगा। जिसके बाद अगले दो दिनों, 26 और 27 अप्रैल को ज्यादातर बड़े हिस्से खाली हो जाएंगे।
ज्यादा गर्मी के साथ लू: गौरतलब है, अप्रैल के आखिर में देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम गतिविधियाँ कम होने की उम्मीद है। उत्तर और पूर्व के पहाड़ों को छोड़कर, कई हिस्सों में लू की स्थिति बनने की संभावना है। अप्रैल के आखिरी दिनों और मई की शुरुआत में मध्य और पूर्वी भागों में अत्यधिक गर्मी होने के आसार हैं।
फोटो क्रेडिट: यूनाईटेड न्यूज ऑफ इंडिया