जम्मू-कश्मीर के मध्य और ऊंचाई वाले इलाकों में 11 नवंबर की शाम और रात को छिटपुट बर्फबारी हुई थी, जो इस सीजन की पहली बर्फबारी थी। कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों जैसे गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग में पहली बर्फबारी हुई है। जबकि श्रीनगर, बनिहाल और काजी गुंड जैसे निचले हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बारामूला जिले के गुलमर्ग इलाके में अफरवाट और कुपवाड़ा के साधना टॉप में भी हल्की बर्फबारी हुई।
यातायात बंद होने से फंसे वाहन: कश्मीर के निर्जन पहाड़ी इलाके में भी बर्फबारी होने की खबरें आई हैं। ताजा बर्फबारी के बाद मुगल रोड जो दक्षिण कश्मीर को जम्मू के राजौरी और पुंछ जिलों से जोड़ती है, और बांदीपोरा-गुरेज रोड को सोमवार शाम को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। यहां तक कि पीर की गली क्षेत्र में 5 सेमी से अधिक बर्फबारी हुई, जिस कारण यहां वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। बांदीपुरा-गुरेज़ रोड पर करीब 20 वाहन फंसे हुए थे, जिन्हें बाद में सुरक्षित बाहर निकाला गया।
मौसम के पैटर्न और जल संकट की स्थिति: जनवरी और फरवरी 2024 में उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में सर्दियों का मौसम काफी चिंताजनक स्थिति में शुरू हुआ था। जम्मू-कश्मीर में 48%,, हिमाचल प्रदेश में 41% और उत्तराखंड में 52% बारिश की कमी दर्ज की गई थी। यहां तक कि जून से सितंबर के बीच मानसून का मौसम भी जम्मू-कश्मीर के लिए 26% की कमी के साथ समाप्त हुआ था। इस साल 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर राज्य में 27% की कमी दर्ज की गई है। इस लगातार कमी और लंबे समय तक सूखे के कारण झेलम नदी और अन्य जल निकायों के जल स्तर में गिरवाट आई है। जिससे क्षेत्र में जल संकट की स्थिति बन गई है।
बर्फबारी के कारण और मौसम पूर्वानुमान: पिछली शाम जम्मू-कश्मीर में हुई ताजा हल्की बर्फबारी का कारण एक कमजोर ऊपरी वायुमंडलीय ट्रफ थी, जो इस क्षेत्र में गुजर रही थी। आज 12 नवंबर को मौसम की स्थिति में सुधार की संभावना है। हालांकि, कल 13 नवंबर की रात तक एक और पश्चिमी विक्षोभ ने की संभावना है। यह मौसम प्रणाली वर्तमान प्रणाली से अधिक मजबूत होगी और इसका प्रभाव क्षेत्र व तीव्रता दोनों ही बहुत अधिक तेज होगी। 13 से 16 नवंबर 2024 के बीच एक और बर्फबारी का दौर संभव है, जो मध्य क्षेत्रों को भी कवर करेगा। इस दौरान श्रीनगर, बनिहाल, रामबन और काज़ीगुंड में फिर से बारिश का दौर देखने को मिलेगी। यहां तक कि जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ जैसे निचले क्षेत्रों में भी हल्की बारिश हो सकती है।
मौसम में सुधार के साथ तापमान में गिरावट: 17 नवंबर के बाद मौसम में सुधार होने की उम्मीद है। इस मौसम प्रणाली के गुजरने के बाद तापमान में गिरावट आएगी। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना के कारण तापमान सामान्य से 4-5 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। यहां तक कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब के निचले क्षेत्रों और मैदानी क्षेत्रों में भी रात और सुबह के समय ठंड का एहसास होगा।