अक्टूबर महीने के आधे समय राजधानी दिल्ली पूरी तरह से सूखी रही है। दिल्ली से दक्षिण-पश्चिम मानसून की 02 अक्टूबर 2024 को वापसी हो गई थी। जिसके बाद कुछ समय के लिए मौसम की हलचल कम रहने की संभावना थी, जो कि अपेक्षित ही थी। दिल्ली और उसके आसपास के मौसम का मिजाज भी बिल्कुल अनुमान के अनुरूप है। आकाश साफ, सुबह में हल्की धुंध, हल्की ठंडी हवा और सुबह के समय हल्की ठंडक महसूस हो रही है। ये स्थितियां इस सप्ताह के लिए बनी रहेंगी, और किसी भी बदलाव की संभावना अगले सप्ताह के शुरुआत में हो सकती है।
अक्टूबर में बारिश कम होने का रिकॉर्ड: अक्टूबर वैसे तो सबसे कम बारिश वाले महीनों में से एक है, जिसमें सामान्यत: 14.3 मिमी बारिश होती है। यह बारिश भी आमतौर पर मानसून की देर से वापसी के कारण होती है। कई बार ऐसा भी हुआ है जब इस महीने में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। हालांकि, ऐसे उदाहरण भी मौजूद हैं जब अक्टूबर में दिल्ली में तीन अंकों में बारिश दर्ज की गई। इस साल अक्टूबर में ऐसी अत्यधिक बारिश की संभावना नहीं है।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव नहीं: इस सप्ताह उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में किसी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना नहीं है। अगले सप्ताह के लिए कुछ संकेत मिल रहे हैं, लेकिन इन पर अधिक विश्वास नहीं किया जा सकता, क्योंकि 4-5 दिनों के बाद मौसम मॉडल की सटीकता कम हो जाती है। 21-22 अक्टूबर के आसपास उत्तरी मैदानों में एक प्रेरित मौसम प्रणाली का संकेत है, जिसके लिए अगले 72 घंटों तक निगरानी आवश्यक है।
न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी: पिछले चार दिनों से दिल्ली का न्यूनतम तापमान लगातार 20°C से नीचे बना हुआ है। आज सफदरजंग वेधशाला में 17.4°C दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान है। अगले 3-4 दिनों में तापमान में 1°-2°C की और गिरावट हो सकती है, इसके बाद सप्ताह के आखिर या अगले सप्ताह की शुरुआत में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।