[Hindi] राजस्थान में दिख रहे मानसून के विभिन्न रंग

August 8, 2021 12:21 PM | Skymet Weather Team

इस वर्ष का मानसून कई मायनों में अनूठा है। भारत के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है जबकि कई क्षेत्रों में भयंकर सूखा पड़ रहा है। राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में भी विपरीत मौसम देखने को मिल रहा है। राजस्थान के पूर्वी हिस्से में 27% अतिरिक्त बारिश हुई है जबकि राजस्थान के बारिश के आंकड़ों में 5% की कमी है।

राजस्थान के कई पूर्वी जिलों जैसे सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी, झालावाड़ और भीलवाड़ा में पिछले कई दिनों से भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। इन जिलों के ज्यादातर गांव बाढ़ की स्थिति से जूझ रहे हैं। वहीं गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू, बीकानेर, जोधपुर, पाली, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और सिरोही भीषण सूखे का सामना कर रहे हैं।

बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक के बाद एक विकसित हो रहे निम्न दबाव के क्षेत्र पश्चिमी दिशा में पश्चिम मध्य प्रदेश की ओर बढ़ गए हैं। इसके कारण, मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से के साथ-साथ राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। राजस्थान के पश्चिमी भागों में किसी महत्वपूर्ण मौसमी सिस्टम नहीं था इसलिए पश्चिमी जिलों में बारिश की गतिविधियां लगभग शून्य थीं।

स्काइमेट के मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अब यह निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इससे राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधियां काफी कम हो जाएंगी। मॉनसून की ट्रफ रेखा के अक्षीय भाग का पश्चिमी छोर भी हिमालय की तलहटी की ओर बढ़ जाएगा, जिससे ब्रेक मानसून की स्थिति बन जाएगी। वहीँ राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में अगले 6 से 7 दिनों तक कोई खास बारिश होने के आसार नहीं हैं।

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