राजधानी दिल्ली में हर दिन तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है और इसी क्रम में 2 नवंबर को न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा। लगातार तापमान में गिरावट के चलते 1 और 2 नवंबर के नाम 10 वर्षों में सबसे अधिक ठंडे दिन होने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ। बीते 3 वर्षों में 2 नवंबर को तापमान इस प्रकार दर्ज किए गए 2017 में 19.4 डिग्री सेल्सियस, 2018 में 16 डिग्री सेल्सियस और 2019 में 18.8 डिग्री सेल्सियस।
नवंबर महीने की शुरुआत में आमतौर पर न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास दर्ज किया जाता है और महीने के आखिर में आते-आते पारा 10 डिग्री के स्तर पर पहुंच जाता है। इस दौरान कई अवसर ऐसे आते हैं जब न्यूनतम तापमान इकाई में दर्ज किया जाता है। इस बार महीने के आखिर में जो तापमान का स्तर होता है वह शुरुआत में ही पहुंच गया है, जो इस बात का संकेत है कि सर्दी धमाकेदार होने वाली है।
इससे पहले अक्टूबर में भी तापमान में भारी गिरावट हुई थी और 29 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस के निम्नतम स्तर पर दर्ज किया गया, जो पिछले कुछ दशकों में सबसे कम था। इसके अलावा अक्टूबर महीने का साल 2020 का औसत तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य औसत तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस से 2 डिग्री कम है।
वर्तमान स्थितियों को देखते हुए यह अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले दिनों में तापमान औसत के आसपास या उससे ऊपर नहीं पहुंचेगा बल्कि इसमें इसी तरह की गिरावट आने वाले दिनों में भी देखने को मिलेगी। यानि कड़ाके की सर्दी समय से पहले दिल्ली को अपने चपेट में लेने वाली है। 5 नवंबर से दिल्ली-एनसीआर में हवाओं की रफ्तार बढ़ेगी। दिन में मध्यम गति से हवाएं चलेंगी। ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण सर्दी और बढ़ जाएगी। साथ ही सुबह के समय कुहासा भी छाने लगेगा।
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के लिए नवंबर महीना सबसे कम वर्षा वाला महीना है। पूरे साल में इस महीने का औसत वर्षा का आंकड़ा सबसे कम है।
नवंबर महीने के पहले पखवाड़े में दिल्ली का औसत न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है। लेकिन जब लगातार आसमान साफ़ और मौसम शुष्क रहता है, तब रात में पृथ्वी की सतह जल्दी ठंडी होने लगती है और इसमें उत्तर पश्चिमी दिशा से आने वाली हवाएं आग में घी का काम करती हैं। इन स्थितियों को देखते हुए हम अनुमान लगा सकते हैं कि दिवाली तक दिल्ली में तापमान 10 डिग्री से भी नीचे पहुंच सकता है। यानी कि प्रकाश उत्सव मनाते समय आपको सर्दी से बचने का भी प्रबंध करना होगा।