राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में छिटपुट मानसूनी बारिश हुई है। सफदरजंग स्थित आधार वेधशाला में केवल 3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं,पालम की हवाईअड्डा वेधशाला में मध्यम बारिश हुई, जिसमें 32 मिमी वर्षा दर्ज की गई। दिल्ली विश्वविद्यालय, रिज और पूसा वेधशालाओं में भी 35 मिमी और 38 मिमी के बीच वर्षा रिकॉर्ड हुई। वहीं, कुछ अन्य स्टेशनों पर बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई।
दिल्ली बारिश की मौसम प्रणाली: मानसून ट्रफ दिल्ली के दक्षिण में स्थित है और इस तरह का वर्षा वितरण काफी सामान्य है। दक्षिण ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ऊपर बने कम दबाव का क्षेत्र ने ट्रफ रेखा को अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खींच लिया है। जैसे-जैसे यह प्रणाली कमजोर होगी, ट्रफ की प्रवृत्ति उत्तर की ओर खिसकने की होगी। ट्रफ के शिफ्ट होने से अगले दो दिनों में मौसम की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। दिल्ली/एनसीआर में कल और परसों मध्यम बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी पर एक और मौसम प्रणाली बन रही है, जिससे ट्रफ रेखा फिर से दोलन करेगी। 19 और 20 जुलाई को बारिश का प्रसार और तीव्रता कम हो सकती है।
इस दिन बारिश के आसार: दिल्ली में दिन के दौरान तापमान 30 डिग्री के आसपास और सुबह के समय 20 डिग्री के आसपास रहेगा। बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक के साथ लगातार बादल छाए रहने की संभावना है। मौसम के मिजाज पर उमस हावी रहेगी। 20 जुलाई के आसपास भूमि पर दूसरे कम दबाव के क्षेत्र के शिफ्ट होने से भारत-गंगा के मैदानी इलाकों में हवा की धारा बदल जाएगी। ट्रफ दिल्ली के करीब आने की प्रवृत्ति दिखाएगा, जिससे दिल्ली के नजदीक एक संभावित चक्रवाती परिसंचरण का निर्माण हो सकता है। इससे इस सप्ताह के आखिर तक स्थान और समय दोनों के लिहाज से अच्छी मौसम गतिविधि की संभावना बढ़ जाएगी। आने वाले रविवार को और अगले सप्ताह की शुरुआत में सामान्य मानसूनी बारिश की उम्मीद की जा सकती है।