दिल्ली में अगस्त के बाकी बचे दिनों में न्यूनतम मौसम गतिविधि रहने की उम्मीद है। इस दौरान राजधानी के मौसम में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। कल 21 अगस्त को पूरे एनसीआर में मौसम पूरी तरह शुष्क रहा और कहीं कोई बारिश नहीं हुई। गौरतलब है, 03 से 20 अगस्त के बीच दिल्ली के किसी न किसी हिस्से में बारिश हुई थी। इससे पहले 2 अगस्त को भी ऐसा ही मौसम देखने को मिला था। वहीं, कल 21 अगस्त को दिल्ली एनसीआर में बारिश नहीं होने, आंशिक बादल छाए रहने और हल्की हवा के कारण कारण दिन का तापमान बढ़ गया। इस महीने में पहली बार दिल्ली में तापमान 36°C को पार कर गया। जब अधिकतम तापमान 36.2 °C पर पहुंच गया, जो सामान्य से लगभग 2 डिग्री सेल्सियस अधिक था। आज भी मौसम के ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना है। लेकिन, बाद में मौसम की स्थिति में बदलाव आने की संभावना है।
मानसून ट्रफ और दिल्ली में मौसमी बदलाव: राष्ट्रीय राजधानी में लगभग तीन सप्ताह तक चली मानसूनी गतिविधियों( बारिश) का मुख्य कारण मानसून ट्रफ था। अब मानसून ट्रफ रेखा दिल्ली के उत्तर में निचले स्तर पर शिफ्ट हो गई है। इसलिए सतही हवा पश्चिमी दिशा में बदल गई है। बता दें, पश्चिमी हवाएँ कम आर्द्र होने के कारण तापमान को बढ़ाती हैं। मानसून ट्रफ के पहले दोलन करने और फिर 48 घंटों के बाद दिल्ली के दक्षिण में शिफ्ट होने की उम्मीद है। हालांकि, इससे दिल्ली के मौसम की स्थिति में कुछ बदलाव होंगे। लेकिन, अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना नहीं है।
निम्न दबाव क्षेत्र और उसके प्रभाव: उत्तरी बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम की ओर शिफ्ट हो जाएगा और चक्रवाती परिसंचरण 24 अगस्त को मध्य मध्य प्रदेश तक पहुंच जाएगा। इस परिसंचरण से घर्षण स्तर(friction level) के ऊपर मौसमी ट्रफ की स्थिति में बदलाव की शुरुआत होगी। अगले दिन मजबूत बना यह परिसंचरण या संभवतः निम्न दबाव दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान पर आगे बढ़ेगा। इस मौसम प्रणाली का असर गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी महसूस होगा। वहीं, अगले दो दिनों में यह प्रणाली गुजरात राज्य को काफी हद तक प्रभावित करेगा।
दिल्ली पर असर और बारिश के संभावना: इस निम्न दबाव की गति मानसून ट्रफ को उसकी सामान्य स्थिति से काफी दूर दक्षिण की ओर खींच ले जाएगी। चूंकि, यह मौसम प्रणाली दिल्ली से सुरक्षित दूरी बनाए रखेगी। इसीलिए दिल्ली में मौसम सामान्य रहेगा और प्रभावित नहीं होगा। हां, जब ट्रफ दक्षिण दिशा की ओर बढ़ते हुए दिल्ली के ऊपर से गुजरेगी, तो थोड़े समय के लिए छिटपुट बारिश हो सकती है। मौसम की ऐसे गतिविधि(छिटपुट बारिश) 24 और 25 अगस्त को अधिक होने की संभावना है। लेकिन, भारी बारिश के आसार नहीं हैं। वहीं, 31 अगस्त 2024 से पहले ट्रफ के अपनी सामान्य स्थिति में वापस आने के आसार नहीं हैं। इसीलिए अगस्त महीने के आखिर तक दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में मानसून की बारिश कम और बिखरी हुई रहेगी।