पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ियों के ऊपर एक ऊपरी वायु प्रणाली के रूप में आगे बढ़ रहा है। राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण कमजोर हो रहा है और जल्द ही समाप्त हो जाएगा। इन दोनों प्रणालियों के सम्मिलित असर के कारण आज सुबह 7:00 से 8:00 बजे के बीच पालम एयरपोर्ट, सफदरजंग वेधशाला और आसपास के कुछ क्षेत्रों में बादल छाए रहे और बारिश व गरज-चमक के साथ एक दौर देखा गया। बता दें, इस बारिश वाले मौसम ने पिछले तीन दिनों से रेल, सड़क और हवाई यातायात को प्रभावित करने वाले घरने कोहरे से राहत दी है। आज दिल्ली में कम विजिबिलिटी 200 मीटर या इससे अधिक रही, जो अब ज्यादा बेहतर हो गई है। साथ ही रनवे विजुअल रेंज भी बेहतर रही, जिससे उड़ानों पर पिछले 2-3 दिनों की तरह कोहरे का असर नहीं पड़ा।
न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना: पश्चिमी विक्षोभ के पीछे, ठंडी हवाएओं के कारण दिल्ली और आसापस के क्षेत्रों में अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। आज सफदरजंग और पालम में लगभग 10°C का न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया, जो सामान्य से 3°C अधिक है। ये तापमान स्तर गिरकर सप्ताह के मध्य तक लगभग 6°C तक पहुंचने की संभावना है।
नए पश्चिमी विक्षोभ का आगमन: एक और पश्चिमी विक्षोभ इस वीकेंड पर आ रहा है। इस प्रणाली का असर पिछले पश्चिमी विक्षोभ की तुलना में अधिक तीव्र और व्यापक होगा। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में एक साथ मौसम गतिविधि(बारिश, बर्फबारी, ठंडी हवाएँ, गर्जन) देखने को मिलेगी।
दिल्ली का मौसम पूर्वानुमान: अगले सप्ताहांत (10 से 12 जनवरी 2025) के दौरान बादल छाए रहने और छिटपुट बारिश की संभावना है। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नए साल की पहली मापने योग्य बारिश दर्ज हो सकती है। बारिश के इस दौर से पहले मौसम ठंडा, हवा से भरा और धुंधला हो जाएगा।