लगभग दो हफ्तों तक सामान्य से ऊपर रहने के बाद, दिल्ली का तापमान 5°C से नीचे चला गया है। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 4.8°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 2°C कम है। राजधानी शहर में पिछली बार 5°C से कम तापमान 19 दिसंबर 2024 को दर्ज हुआ था। तब से तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ था। इतना कम तापमान केवल 24 घंटे तक ही बना रह सकता है और अब तापमान में आगे गिरावट रुक जाएगी। वहीं, 11 जनवरी 2025, शनिवार को बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
जनवरी के न्यूनतम तापमान का इतिहास: साल 2011 के बाद से दिल्ली में जनवरी महीने में न्यूनतम तापमान लगातार 5°C से कम दर्ज किया गया है। हालांकि, 2010 एक अपवाद रहा, जब 6 जनवरी 2010 को न्यूनतम तापमान 5.6°C दर्ज किया गया था। 16 जनवरी 1935 को दिल्ली में अब तक का सबसे कम तापमान -0.6° रिकॉर्ड हुआ था। वहीं, 2009 के बाद 01 जनवरी 2021 में दिल्ली का सबसे कम तापमान 1.1°C दर्ज हुआ। आमतौर पर जनवरी के शुरुआती दिनों में ही न्यूनतम तापमान सबसे कम रहता है। इस साल जनवरी में अब तक का सबसे कम आज तापमान 4.8°C दर्ज किया गया है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश की संभावना: 10 से 12 जनवरी 2025 के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी वायुमंडलीय ट्रफ के रूप में आ रहा है। इससे प्रेरित(Inspired) एक द्वितीयक परिसंचरण (secondary circulation) मैदानी इलाकों में बनेगा। अरब सागर से आने वाली नम हवाओं के कारण यह मौसम प्रणाली अधिक मजबूत होगी। 11 जनवरी 2025 को दिल्ली/एनसीआर में छिटपुट बारिश गरज-चमक के साथ होने की संभावना है।
तापमान में बदलाव और कोहरे की वापसी: पश्चिमी विक्षोभ (मौसम प्रणाली) के कारण हवाओं की दिशा में बदलाव और बादल छाए रहने से न्यूनतम तापमान में गिरावट रुक जाएगी। दरअसल, वीकेंड पर पारा दो अंकों तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि, मौसम प्रणाली(पश्चिमी विक्षोभ) के गुजरने के बाद अगले सप्ताह की शुरुआत में तापमान फिर से गिर सकता है। इसके साथ ही घना कोहरा लौट सकता है, जिससे रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।