दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कल हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम की ज्यादा गतिविधि दिन की शुरुआत (दिन के पहले भाग) में हुई थी। हालांकि, बारिश रुक-रुक कर हुई लेकिन कुछ स्थानों पर थोड़े समय के लिए भारी बारिश हुई। सफदरजंग बेस वेधशाला में 31 मिमी और पालम वेधशाला में सिर्फ 9 मिमी बारिश दर्ज की गई। सभी वेधशालाओं में सबसे ज्यादा बारिश 49 मिमी पीतमपुरा में हुई थी। वहीं, दिल्ली क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर 20-30 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
दिल्ली में मानसून सक्रिय: वर्षा का मुख्य चालक मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में स्थित है। इसके उत्तर की ओर बढ़ने और अगले कुछ दिनों तक दिल्ली के नजदीक तक पहुंचने की संभावना है। पूर्वोत्तर राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के निचले स्तरों पर एक अंतर्निहित चक्रवाती परिसंचरण (underlying cyclonic circulation) की संभावना है। इन दोनों प्रणालियों के प्रभाव से दिल्ली में अगले कुछ दिनों में मानसून सक्रिय रहेगा।
इस दिन दिल्ली में बारिश: पूर्वी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और एक सहायक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। 24 जुलाई को एक और चक्रवाती परिसंचरण 'हेड बे' और गंगीय पश्चिम बंगाल पर आ रहा है। ये दोनों सिस्टम मानसून ट्रफ को स्थिर रखेंगे और अपनी सामान्य स्थिति के करीब चलेंगे। राष्ट्रीय राजधानी में इस सप्ताह के आखिर तक नियमित रूप से बारिश होगी। बारिश अगले सप्ताह तक भी बढ़ सकती है। 26 से 28 जुलाई के बीच मानसूनी बारिश बहुत तेज होने के साथ फैल भी सकती है। इस दौरान दिल्ली में दिन और रात का तापमान 30 के मध्य(35) और 20 के मध्य(25) के बीच रहेगा।
फोटो क्रेडिट: पीटीआई