दिल्ली का न्यूनतम तापमान लगातार दूसरे दिन 5°C से नीचे दर्ज किया गया। सफदरजंग बेस स्टेशन पर तापमान और गिरकर 4.5°C पर पहुंच गया, जो सामान्य से 4°C कम है। वहीं, इस मौसम का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है। दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। क्षेत्र में सबसे कम तापमान पूसा में 3.2°C और आयानगर में 3.8°C में दर्ज किया गया है। यह तापमान 4°C से नीचे और सामान्य से लगभग 5°C कम है, जो शीतलहर की शर्तों को पूरा करता है। यह ठंड अगले तीन दिनों तक यानी सप्ताहांत तक जारी रहने की संभावना है।
दिसंबर के मध्य से पहले रिकॉर्ड ठंड: दिल्ली में आमतौर पर 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे का ठंडा मौसम दिसंबर के दूसरे पखवाड़े(आखिरी के 15 दिन) में देखने को मिलता है। इस सीजन में शीतलहर का सबसे पहले आगमन 6 दिसंबर 1987 के बाद हुआ है। उस दिन न्यूनतम तापमान 4.1°C तक गिर गया था, जो पिछले तीन दशकों में सबसे जल्दी था। पिछले साल दिसंबर में सबसे कम तापमान 4.9°C (15 दिसंबर) दर्ज किया गया था, लेकिन उस समय शीतलहर की स्थिति नहीं बनी थी। दिल्ली में दिसंबर का सबसे कम तापमान पिछले 15 वर्षों में 2.4°C था, जो 30 दिसंबर 2013 और 28 दिसंबर 2019 को दर्ज किया गया था। दिसंबर का अब तक का सबसे कम तापमान 0°C, 27 दिसंबर 1930 को दर्ज किया गया था।
पश्चिमी विक्षोभ का असर और शीतलहर: उत्तर भारत के पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जो कल तक समाप्त होने की संभावना है। यह प्रणाली मैदानी इलाकों,जैसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसी मौसम गतिविधि से जुड़ी नहीं है। जैसे ही यह विक्षोभ समाप्त होगा, ठंडी हवाएं पहाड़ों की ढलानों से नीचे बहकर इन मैदानी क्षेत्रों को प्रभावित करेंगी। इससे अगले तीन दिनों तक दिल्ली/एनसीआर में तापमान और गिर सकता है।
हल्का कोहरा और साफ आसमान: दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्का कोहरा देखने को मिल सकता है। दिन और रात के समय आसमान साफ रहेगा, जिससे विकिरण की निकासी में मदद मिलेगी और न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट होगी। यह स्थिति लगातार ठंडे मौसम को बनाए रखेगी।