मुंबई में आगे गर्म और उमस भरे दिन रहने की संभावना है। पारा बढ़कर 30 के मध्य को पार कर जाएगा, जिसके इस मौसम के अब तक के उच्चतम तापमान तक पहुंचने की संभावना है। मुंबई तटीय स्टेशन है, जिसके कारण यहां आर्द्रता का स्तर ऊंचा रहता है। वहीं, दिन का तापमान अगर 35 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर जाता है, तो दमघोंटू और कष्टप्रद( परेशान करने वाला) हो जाता है। बता दें, मुंबई में ऐसी स्थितियाँ अब तक मायावी बनी हुई थीं, क्योंकि तापमान आम तौर पर 35 डिग्री सेल्सियस की सीमा से काफी नीचे चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। कल 13 मार्च से यह आंकड़ा 32.5 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया।
37 डिग्री तापमान के साथ बढेगी गर्मी: वित्तीय राजधानी मुंबई में इस सप्ताह में कुछ कठोर दिन आने की संभावना है। जब पारा 30 के उच्चतम स्तर तक बढ़ जाएगा। यहां तक कि दोपहर में 50% से ज्यादा आर्द्रता के स्तर के साथ 1-2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी असुविधा को बहुत ज्यादा बढ़ा देती है। इस सीज़न में पहली बार सप्ताह के आखिरी दिनों में पारा 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मुंबई में एक से ज्यादा बार मार्च के महीने में 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को छूने या उससे ज्यादा तापमान होने का ट्रैक रिकॉर्ड है। बता दें, मार्च 2011 और 2018 में पारा 41 डिग्री के स्तर को पार कर गया था। 28 मार्च 1956 को अब तक का सबसे अधिक 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।
हवा का पैटर्न बदलने से बढ़ेगा तापमान: मौजूदा समय में पश्चिमी विक्षोभों की श्रृंखला तेजी से उत्तरी पहाड़ों पर आगे बढ़ रही है। जिसके कारण राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदे के मैदानी इलाकों में तेज हवाएं बल के साथ कोंकण तट तक कम से कम निचले स्तर पर पहुंच रही हैं। इससे मुंबई में सुबह का तापमान लगातार सुखद बना हुआ है। इसके अलावा, समुद्री हवाएं काफी पहले से चल रही हैं, जो तापमान बढ़ने पर रोक लगा रही है। इस पैटर्न में बदलाव की उम्मीद है, भले ही अस्थायी रूप से, जिससे तापमान बढ़ेगा।
इस सप्ताह मुंबईकर होंगे परेशान: अरब सागर में कोंकण और दक्षिण गुजरात तट पर एक प्रतिचक्रवात परिसंचरण की संभावना है। इससे उत्तर से बिना रूके लगातार आने वाली जमीनी हवाओं का प्रवाह टूटने की संभावना है। हवाओं का अस्थिर मौसम पैटर्न बढ़ेगा औऱ मुंबई सहित कोंकण तट को कवर करेगा। सुबह के समय तेज़ ज़मीनी हवा की अवधि कम हो जाएगी। वहीं, समुद्री हवा के आने में भी देरी हो सकती है। एक घंटे की भी देरी, यदि कोई हो, लगभग 2°C या उससे भी अधिक होती है, तो दोपहर का तापमान बढ़ता है। पिछले सालों के मुकाबले पारा 37-38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने की उम्मीद नहीं है। फिर भी, उमस और गर्म सप्हांत मुंबईकरों को परेशान कर सकता है। हालांकि, इससे बाद में तुरंत राहत की उम्मीद है।
फोटो क्रेडिट: एनडीटीवी