दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका तट के पास स्थित गहरा दबाव वर्तमान में 9°N और 82°E के आसपास केंद्रित है। यह प्रणाली पुदुचेरी से लगभग 400 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है और धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ रही है। यह प्रणाली श्रीलंका के तट को छूते हुए चल रही है और आज रात जाफना के पूर्व में लगभग 100 किमी की सुरक्षित दूरी से गुजरने की संभावना है। श्रीलंका के उत्तर-पूर्वी तटीय क्षेत्र जैसे त्रिंकोमाली, बट्टिकलोवा, मुल्लैतिवु, वावुनिया, जाफना और प्वाइंट पेड्रो अगले 24 घंटों तक भारी मौसमीय गतिविधियों के जोखिम में रहेंगे।
मौसम प्रणाली की स्थिति और विकास: उपग्रह चित्रों के अनुसार, सिस्टम का बादल विन्यास (Cloud Configuration) संगठित नहीं है। पिछले 24 घंटों में कोई ठोस विकास नहीं हुआ है और बादलों के समूह बिखरे हुए नजर आ रहे हैं। यह मौसम प्रणाली एक सीमांत वातावरण में स्थित है, जो इसके और विकास के लिए अनुकूल नहीं है। समुद्री सतह का तापमान (28°-29°C) गर्म है, लेकिन तमिलनाडु के तट के पास यह कम हो रहा है। ऊपरी स्तर का विचलन (Upper Level Divergence) मध्यम है और ऊर्ध्वाधर पवन कतरन (Vertical Wind Shear) मजबूत है, जो सिस्टम के और गहराने के लिए अनुकूल नहीं है। हालांकि, पर्यावरणीय स्थितियों के मिश्रण से यह प्रणाली आज रात से कल सुबह के बीच थोड़े समय के लिए हल्के चक्रवात में बदल सकती है। इसके बाद, 30 नवंबर 2024 की सुबह तट से टकराने से पहले यह कमजोर हो सकती है।
तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों पर प्रभाव: जैसे-जैसे यह प्रणाली उत्तर तमिलनाडु के तट के करीब पहुंचेगी, नागपट्टिनम, कराईकल, कुड्डलोर, पुदुचेरी, तांबरम और चेन्नई जैसे क्षेत्रों में मौसम की गंभीर स्थिति का खतरा बढ़ जाएगा। इन स्थानों पर कल शाम से मौसमीय गतिविधियां तेज हो जाएंगी। बारिश और तेज़ हवाओं की तीव्रता रात से लेकर 30 नवंबर की शाम तक चरम पर रहेगी। भारी बारिश और तेज़ हवाएं रेल, सड़क और हवाई सेवाओं को बाधित कर सकती हैं। उत्तर तमिलनाडु के आंतरिक इलाकों को सतर्क रहने और प्रतिकूल मौसम के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
दक्षिण प्रायद्वीप में बारिश: मौसम प्रणाली के तट से टकराने के बाद भी उत्तर तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों में बिखरी हुई बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें जारी रहेंगी। दक्षिण प्रायद्वीप में भी 2 दिसंबर तक छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है। 4 दिसंबर 2024 के बाद से व्यापक तौर पर मौसम साफ होने की उम्मीद है।