2025 के पोस्ट-मानसून का पहला उष्णकटिबंधीय तूफान "दाना" ओडिशा के धामरा के पास परादीप और बालासोर के बीच तट पर पहुँच गया है। यह चक्रवात 24 अक्टूबर की देर रात और 25 अक्टूबर की सुबह के शुरुआती घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तट से टकराया। इस तूफान की लैंडफॉल प्रक्रिया लगभग पाँच घंटे तक चली, जो अब पूरी हो चुकी है। इसके बाद चक्रवात कमजोर होकर उष्णकटिबंधीय तूफान में बदल गया, और वर्तमान में लगभग 21.2°N और 86.7°E पर स्थित है, जो धामरा से लगभग 50 किमी उत्तर-पश्चिम में है।
उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना: तूफान अगले 12 घंटों तक उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ता रहेगा। इसके बाद यह पश्चिम और हल्के पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ सकता है। आज शाम तक तूफान के गहरे दबाव क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। वर्तमान में तूफान में 75-85 किमी/घंटा की गति वाली तेज हवाएं बनी हुई हैं, जो दिन के दौरान धीरे-धीरे कम हो सकती हैं। देर शाम तक यह और कमजोर होकर अवसाद या अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में बदल सकता है।
तटीय क्षेत्रों पर चक्रवात का असर: चक्रवात ने तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ कहर बरपाया है। चांदबली में पिछले 24 घंटों में 159 मिमी की भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई। अन्य स्थान जैसे बालासोर, परादीप, पुरी, केंद्रापड़ा और भद्रक में भारी वर्षा देखने को मिली। भारी बारिश यह पट्टी अब ओडिशा के आंतरिक भागों को कवर करेगी, जिसमें अंगुल, राउरकेला, बलांगीर, टिटलागढ़, झारसुगुड़ा, क्योंझरगढ़, संबलपुर और देवगढ़ शामिल हैं।
दक्षिणी गंगा पश्चिम बंगाल में भी असर: चक्रवात के बादलों का दायां अग्रभाग दक्षिणी गंगा पश्चिम बंगाल के हिस्सों में फैला, जिससे कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हुई। कोलकाता में कल देर रात से लगातार भारी बारिश हो रही है। अलीपुर में स्थित वेधशाला में पहले ही 100 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है और बारिश अभी भी जारी है। अगले 8-10 घंटों में भारी बारिश के अन्य संभावित स्थानों में 24 दक्षिण परगना, हावड़ा, हुगली, खड़गपुर, मिदनापुर (पूर्व और पश्चिम), कलाईकुंडा, पानागढ़, बर्दवान और पुरुलिया शामिल हैं।
कमजोर हो सकता है तूफान: अगले 24 घंटों में तूफान काफी हद तक कमजोर हो जाएगा और मौसम की स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा। बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ के हिस्सों में अगले 48 घंटों तक हल्की बारिश की संभावना है, जबकि तेज हवाएं नहीं चलेंगी। हल्की से मध्यम बारिश महाराष्ट्र और पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्सों में भी पहुँच सकती है।