दिल्ली/एनसीआर में पिछले 24 घंटों में मध्यम बारिश हुई। सफदरजंग बेस वेधशाला और लोधी रोड मौसम कार्यालय दोनों में ही 16 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। एयरपोर्ट वेधशाला में इस दौरान 9 मिमी वर्षा मापी गई। वहीं, दिल्ली की अधिकांश अन्य वेधशालाओं में 10 से 15 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई। वहीं, दिल्ली/NCR के बाहरी इलाकों में, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हुई। जहाँ अलीगढ़ और मुरादाबाद में क्रमशः 105 मिमी और 77 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
डिप्रेशन यूपी और उत्तराखंड की ओर: मध्य प्रदेश पर बना दबाव उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और अब उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर स्थित है। यह मौसम प्रणाली दिल्ली के नजदीक स्थित है। बता दें, यह डिप्रेशन(मौसम प्रणाली) के दिल्ली से दूर उत्तर-पूर्व की ओर पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड की ओर मुड़ने वाला है। बता दें, इस मौसम प्रणाली के साथ भारी बारिश बेल्ट(क्षेत्र) भी शिफ्ट हो जाएगी।
मानसून ट्रफ का उत्तर की ओर खिसकना: इस नई मौसम प्रणाली(डिप्रेशन) के साथ मानसून ट्रफ भी उत्तर की ओऱ खिसकेगा, जो 3,000 से 5,000 फीट के बीच के घर्षण स्तर(friction level) पर असर करेगा। उबड़-खाबड़ इलाकों की नजदीकी के कारण यह डिप्रेशन अगले 24 घंटों में तेजी से कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में बदल जाएगा। यहां तक कि इस दौरान सिस्टम का चक्रवाती परिसंचरण का असर भी कम हो जाएगा। संभावना है कि यह मौसम प्रणाली उत्तराखंड की पहाड़ियों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में टूट सकती है।
आगे के दिनों में दिल्ली का मौसम: जैसे ही मानसून ट्रफ दिल्ली से उत्तर की ओर खिसकता है और पहाड़ियों में चला जाता है। वैसे ही राष्ट्रीय राजधानी और उसके उपनगरों में मौसम की गतिविधियाँ(बारिश,आँधी,तेज हवाएं) कमजोर हो जाएंगी। वहीं, दिल्ली में आज 12 सितंबर को बारिश हल्की से मध्यम रहेगी और कल 13 सितंबर को इससे राहत मिलेगी। आज बारिश हल्की से मध्यम रहेगी और कल इससे और राहत मिलेगी। साथ ही वीकेंड के दौरान दिल्ली में बारिश नहीं होगी और मौसम साफ रहने की उम्मीद है। अगले सप्ताह की शुरुआत भी शुष्क(सूखी) रहेगी और अघर बारिश होती है तो 18 सितंबर या उसके बाद ही होने के आसार हैं।