बिहार में बारिश बंद हो गई है लेकिन बीते दिनों की बारिश और नेपाल से नदियों के रास्ते होकर आ रहा पानी राज्य के कई इलाकों के लिए अभी भी संकट बना हुआ है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा का पूर्वी सिरा अब कमज़ोर हो गया है और तराई क्षेत्रों से दक्षिणी दिशा में आ गया है जिससे बिहार के उत्तरी जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना कम है। हालांकि राज्य के दक्षिणी भागों में हल्की वर्षा के आसार हैं।
बिहार में बीते दिनों की भारी वर्षा और उसके बाद अचानक आई बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार बिहार में बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या अब तक 73 हो गई है। भारी बारिश के कारण राज्य की नदियां अभी भी उफान पर हैं, जिसके चलते कई इलाकों में पानी भरा हुआ है। बिहार में बाढ़ की चपेट में आने से लगभग 1 लाख 43 हज़ार हेक्टेयर खरीफ की फसल बर्बाद हो चुकी है।
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स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून ट्रफ के दक्षिण में आने और ओड़ीशा पर एक चक्रवाती सिस्टम के विकसित होने के चलते बिहार के लगभग सभी भागों में बारिश में व्यापक कमी आ गई है। बिहार पर गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए चित्र पर क्लिक करें।
बाढ़ प्रभावित इलाकों विशेषकर किशनगंज, अररिया, सुपौल, पुर्णिया, भागलपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सितमढ़ी सहित उत्तरी सीमावर्ती भागों में अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम के आसार हैं। मौसम में इस बदलाव के चलते राहत व पुनर्वास कार्यों में तेज़ी आई है। इस बीच राजधानी पटना व गया सहित दक्षिणी भागों में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की बारिश के आसार हैं।
Image credit: Hindustan Times
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