उम्मीद है कि देश के उत्तरी और पूर्वी मैदानी इलाकों में मानसूनी बारिश थोड़ी कम होगी। दो दिन के ब्रेक के बाद, मानसून इंडो-गंगा के मैदानों में फिर से शानदार वापसी की तैयारी कर रहा है। मानसून की दोबारा वापसी दक्षिण मध्य प्रदेश और निकटवर्ती विदर्भ पर विकसित हो रहे चक्रवाती परिसंचरण के कारण होगी। मानसून ट्रफ की धुरी भी मध्य भारत की ओर शिफ्ट हो रही है। यह बारिश को प्रभावित करने वाली एक महत्वपूर्ण वायुमंडलीय विशेषता है।
इन क्षेत्रों में बारिश होगी कम: इस बदलाव से महाराष्ट्र, पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बारिश बढ़ जाएगी। जबकि, उत्तर भारत के कई अन्य क्षेत्रों में भी मानसूनी गतिविधि में बढ़ोत्तरी होगी। वहीं, कई क्षेत्रों में बारिश अस्थायी रूप से कम हो जाएगी। जिसमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली शामिल हैं, जहां 10 जुलाई तक शुष्क परिस्थितियां रहने की उम्मीद है।
इस दिन दोबारा शुरू होगी बारिश: हालांकि, इन क्षेत्रों के निवासियों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। 11 जुलाई तक, मानसून ट्रफ की धुरी उत्तर की ओर बढ़ेगी, जिससे इंडो-गंगा के मैदानों में मानसूनी गतिविधि फिर से शुरू हो जाएगी। इस बदलाव के कारण 11 से 13 जुलाई के बीच उत्तर प्रदेश के कई जिलों और उत्तरी बिहार के हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।
आने वाले सप्ताह में भारी बारिश: आने वाला सप्ताह पूरे देश में भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं, बारिश का केंद्र मध्य से उत्तर भारत की ओर शिफ्ट होगा, कुल मिलाकर वर्षा औसत से अधिक रहने की संभावना है। तो, उत्तर भारत के निवासी अपनी छतरियाँ खोलने के लिए तैयार हो जाएं, क्योंकि आने वाला सप्ताह बारिश से भरपूर होने वाला है।