[Hindi] दिल्ली में हाल की बारिश के बाद अब मौसम रहेगा शुष्क; पारा फिर पहुंचेगा 35 के पार

April 14, 2018 10:51 AM | Skymet Weather Team

दिल्ली में बीते कुछ दिनों से मौसम ने करवट ली थी। दिल्ली और आसपास के इलाकों में बीते दिनों की बारिश ने तपती तेज़ धूप और बढ़ते पारे की परेशानी से राहत दिलाई थी और मौसम खुशनुमा बना दिया था।

दिल्ली में बृहस्पतिवार की सुबह भी अच्छी बारिश दर्ज की गई। असल में, पिछले कई दिनों से एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों ने उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों को प्रभावित कर रखा था। इस सिस्टम के प्रभाव से उत्तरी राजस्थान और इससे सटे पंजाब और हरियाणा पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के कारण दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में रुक-रुक कर बारिश और मेघगर्जन होती रही।

इस प्री-मॉनसून बारिश के कारण, दिन के तापमान में व्यापक कमी देखी गई। मार्च के आखिर और अप्रैल की शुरुआत में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर बने हुये थे। हाल की बारिश के कारण अब सामान्य के आसपास या कुछ स्थानों पर सामान्य से भी नीचे दर्ज किए गए।

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तापमान में इस गिरावट ने दिल्ली में दिन को आरामदायक और रात को खुशनुमा बना दिया। हालांकि, स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ अब पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों से दूर जा चुका है। साथ में, इसके प्रभाव से बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र भी अब निष्प्रभावी हो चुके हैं। इसके कारण, दिल्ली और इससे सटे नोएडा, गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और गाज़ियाबाद में अगले दो- तीन दिनों तक पश्चिमी-उत्तर पश्चिमी हवाएँ चलेंगी जिससे दिल्ली-एनसीआर में मौसम शुष्क बना रहेगा।

प्री-मॉनसून हलचल शांत होने से तापमान में वृद्धि होगी और इसके फिर से 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने के आसार हैं, जिसकी वजह से लोगों को फिर से तेज़ गर्मी का सामना करना पड़ेगा।

हालांकि, स्कायमेट के अनुमान के मुताबिक इस पश्चिमी विक्षोभ के जाते ही तापमान में एक बार फिर वृद्धि देखी गयी। हालांकि, उसके बावजूद तापमान सामान्य के आसपास या उससे नीचे ही रहे। शुक्रवार को सफदरजंग मौसम केंद्र पर अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो की सामान्य से एक डिग्री ही नीचे है।  वहीं दूसरी ओर, पालम केंद्र पर भी अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो की सामान्य के आसपास ही है।

मौसम वैज्ञानिकों का आंकलन है कि 15 अप्रैल को फिर से मौसमी सिस्टम सक्रिय होंगे और एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर के पर्वतीय राज्यों को प्रभावित करेगा। इसके प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर बनेगा। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से 16 और 17 अप्रैल को दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में धूल भरी आँधी चलने और बादलों की गरज के साथ हल्की बूँदाबाँदी होगी और बढ़ती गर्मी से कुछ समय के लिए रुक जाएगी।

Image Credit:  Naiduniya          

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